फसलों की सिंचाई के लिए बेस्ट है यह तकनीक, कम पानी वाले क्षेत्र में भी कारगर, समय और पैसे दोनों की होगी बचत

Last Updated:March 05, 2025, 12:33 IST
Rain Gun Irrigation Technology: सिंचाई के लिए रेन गन तकनीक किसानों के लिए बेहद कारगर है. खासकर यह तकनीक उन इलाकों में ज्यादा मददगार है, जहां सिंचाई के लिए पानी की कमी होती है. एक आधुनिक सिंचाई प्रणाली है, जो खे…और पढ़ें
रेनगन पद्धति से खेती
हाइलाइट्स
रेन गन तकनीक से कम पानी में सिंचाई संभव.50-60 मीटर तक पानी छिड़कने में सक्षम.समय और पैसे दोनों की बचत होती है.
सिरोही. अगर आप भी किसान हैं और अपनी फसल को सिंचाई के लिए ड्रिप पद्धति का इस्तेमाल करते हैं, तो इस नई तकनीक के बारे में जान लें. इस तकनीक से आप कम लागत बड़े क्षेत्र में सिंचाई कर सकेंगे. इस तकनी का नाम रेन गन सिंचाई है. सिरोही जिले में रेनगन से खेती कर रहे प्रगतिशील किसान गेनाराम ने बताया कि रेन गन सिंचाई एक आधुनिक सिंचाई प्रणाली है, जो खेतों और बागों में पानी को ज्यादा प्रभावी तरीके से सप्लाई करती है.
इसमें एक हाईप्रेशर की पाइपलाइन के जरिए पानी को एक खास तरह के स्प्रिंकलर हेड (रेन गन) के माध्यम से फेंका जाता है. जो बूंद-बूंद करके पानी को ज्यादा बड़े क्षेत्र में फेंकता है. इसके नाम के अनुसार ही इसमें पानी गिरने का तरीका बिल्कुल बारिश जैसा होता है. इस तकनीक से मिट्टी की गुणवत्ता और फसल की वृद्धि को बेहतर बनाया जा सकता है.
60 मीटर तक पानी का छिड़काव करने में सक्षम
इस तकनीक से 50-60 मीटर की दूरी तक पानी छिड़क सकती है, जिससे बड़े खेतों की सिंचाई आसानी से की जा सकती है. इससे पानी की बर्बादी भी बहुत कम होती है. यह तकनीक उन इलाकों में ज्यादा मददगार है, जहां सिंचाई के लिए पानी की कमी होती है. इस तकनीक से कम समय में ज्यादा इलाके में सिंचाई होने से समय और मेहनत की भी बचत होती है. साथ ही एक समान रूप से पानी गिरने से मिट्टी की उर्वरता बनी रहती है और मिट्टी का कटाव कम होता है। यह तकनीक सभी मौसमों में प्रभावी है.
ऐसे लगाए अपने खेत में रेनगन इरीगेशन सिस्टम
रेन गन सिंचाई प्रणाली की स्थापना के लिए पहले से एक प्लान और डिजाइन तैयार करना आवश्यक होता है. इसमें पाइपलाइन की लंबाई, रेन गन की स्थिति, और सिंचाई क्षेत्र की माप को ध्यान में रखा जाता है. मुख्य पाइप लाइन की स्थापना के साथ हाई प्रेशर की पाइप लाइन का उपयोग किया जाता है. इसे बाद रेन गन को पाइपलाइन के अंतिम छोर पर लगाया जाता है. इसे थोड़ी ऊंचाई पर स्थापित किया जाता है, ताकि यह पानी को बड़े क्षेत्र में छिड़काव कर सके. इस सिंचाई तकनीक में रेन गन की खरीद, पाइप लाइन की स्थापना, और अन्य सहायक उपकरण शामिल होते हैं. एक रेन गन की कीमत लगभग 25 हजार से 50 दजर तक होती है. सामान्यतः एक एकड़ क्षेत्र के लिए रेन गन सिंचाई प्रणाली की स्थापना की कुल लागत लगभग 50 हजार से 1 लाख तक हो सकती है, जो क्षेत्र के आकार और प्रणाली के प्रकार पर निर्भर करती है.
Location :
Sirohi,Rajasthan
First Published :
March 05, 2025, 12:33 IST
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फसलों की सिंचाई के लिए बेस्ट है यह तकनीक, कम पानी वाले क्षेत्र में भी है कारगर