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Last Updated:October 13, 2025, 14:53 IST

अंता उपचुनाव : अंता विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए आज अधिसूचना जारी हो चुकी है. यह सीट जातीय समीकरणों में उलझी हुई है. माली और मीणा समाज बाहुल्य वाली मानी जाने वाली इस सीट पर बीजेपी अभी तक अपना उम्मीदवार तय नहीं कर पाई है. जानें क्या है यहां के जातीय समीकरण.

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अंता उपचुनाव: जातिगत समीकरणों में उलझी सीट, जानें क्या हैं समीकरणअंता सीट साल 2008 में अस्तित्व में आई थी.

बारां. बारां जिले की अंता विधानसभा जातिगत समीकरणों में उलझी हुई है. सैनी समाज बाहुल्य अंता सीट पर बीजेपी अभी तक अपना उम्मीदवार तय नहीं कर पाई है. उम्मीद जताई जा रही है कि बीजेपी आज या कल तक अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर सकती है. कांग्रेस ने यहां से प्रमोद जैन भाया को चुनाव मैदान में उतार रखा है. नरेश मीणा पहले से ही ताल ठोक रहे हैं. उपचुनाव की अधिसूचना आज जारी हो चुकी है. नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 21 अक्टूबर है. प्रमोद जैन भाया अपने नाम का ऐलान होने के साथ ही फील्ड में एक्टिव हो चुके हैं. उन्होंने आज अपना नामांकन भर भी दिया है. नरेश मीणा पहले से ही सक्रिय हैं.

जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर रोहिताश्व सिंह तोमर के अनुसार अंता विधानसभा क्षेत्र की बीते 1 अक्टूबर को जारी की गई अंतिम मतदाता सूची के अनुसार यहां कुल 2 लाख 27 हजार 563 मतदाता हैं. इनमें से 1 लाख 16 हजार 405 पुरुष और 1 लाख 11 हजार 154 महिला मतदाता हैं. विधानसभा क्षेत्र में 4 वोटर थर्ड जेंडर भी हैं. अंता विधानसभा उपचुनाव के लिए कुल 268 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं जहां मतदाता अपने मतदान का प्रयोग कर सकेंगे.

सबसे ज्यादा वोट सैनी समाज के माने जाते हैंराजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक अंता विधानसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा मतदाता सैनी समाज के माने जाते हैं. इनकी संख्या करीब 45 हजार आंकी जाती है. दूसरे नंबर पर मीणा समाज के वोटर हैं. उनकी संख्या करीब 35 हजार मानी जाती है. इनमें दो समाजों के बाद तीसरे नंबर पर धाकड़ समाज आता है. इस समाज के वोटों की संख्या करीब 28 हजार बताई जाती है. उसके बाद करीब 18 हजार वोट मुस्लिम समुदाय, 14 हजार गुर्जर समाज और 15 हजार ब्राह्मण समाज के वोटर हैं.

कांग्रेस ने फिर से प्रमोद जैन भाया पर जताया है भरोसायहां से पूर्व में माली और मीणा समाज के प्रतिनिधियों समेत अन्य समाजों के प्रतिनिधि भी जीत दर्ज करा चुके हैं. कांग्रेस के प्रमोद जैन भाया के समाज के वोट भले ही यहां कम हो लेकिन उनका सभी समाजों में अच्छा खासा दबदबा है. वे भी यहां से दो बार चुनाव जीत चुके हैं. जीतने के बाद दोनों ही बार मंत्री भी बने. ऐसे कांग्रेस ने बहुसंख्यक मतदाताओं वाले प्रतिनिधि के बावजूद जैन पर ही फिर से दांव पर लगाया है. बीजेपी ने पिछली बार इस सीट से मीणा समाज के कंवरलाल मीणा को चुनाव मैदान में उतारा था. कंवरलाल मीणा ने प्रमोद जैन भाया को हराया था.

दो बार कांग्रेस और दो बार बीजेपी जीत चुकी है यह सीटउससे पहले बीजेपी ने यहां से प्रभुलाल सैनी को टिकट दी थी. प्रभुलाल भी यहां से एक बार जीत चुके हैं. इस सीट के अस्तित्व में आने के बाद अभी तक कुल चार बार विधानसभा चुनाव हुए हैं. उनमें से दो बार कांग्रेस के प्रमोद जैन ने और एक-एक बार बीजेपी के प्रभुलाल सैनी तथा कंवरलाल मीणा ने जीत दर्ज कराई है. लेकिन बीजेपी इस बार अभी तक तय नहीं कर पाई है कि वह किसे चुनाव मैदान में उतारेगी. बहरहाल बीजेपी में राजस्थान युवा बोर्ड के अध्यक्ष रहे भूपेन्द्र सैनी के नाम की चर्चा जोरों पर है.

Sandeep Rathore

संदीप राठौड़ ने वर्ष 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की जयपुर से शुरुआत की. बाद में कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर की जिम्मेदारी निभाई. 2017 से के साथ नए सफर की शुरुआत की. वर…और पढ़ें

संदीप राठौड़ ने वर्ष 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की जयपुर से शुरुआत की. बाद में कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर की जिम्मेदारी निभाई. 2017 से के साथ नए सफर की शुरुआत की. वर… और पढ़ें

Location :

Baran,Baran,Rajasthan

First Published :

October 13, 2025, 14:20 IST

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अंता उपचुनाव: जातिगत समीकरणों में उलझी सीट, जानें क्या हैं समीकरण

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