World

Belarus President Alexander Lukashenko hijacked the plane to arrest a journalist

बेलारूस के राष्ट्रपति एलक्जेंडर लुकाशेंको ने रविवार को ग्रीस के एथेंस से लिथुआनिया के विलिनियस शहर जा रहे रेयानएयर के यात्री विमान को अपने लड़ाकू विमान भेजकर जबरन मिंस्क एयरपोर्ट पर लैंड करवा दिया।

मॉस्को। सरकार की सकारात्मक आलोचना करना एक लेखक व पत्रकार का धर्म होता है, लेकिन कभी कभी पत्रकारों और लेखकों द्वारा सकारात्मक आलोचना करना सरकारों को पसंद नहीं आता है। ऐसे में कई देशों में मीडिया पर सेंसर है तो कई जगहों पर भिन्न-भिन्न प्रकार की पाबंदियां हैं। यदि कोई पत्रकार इन सबकी प्रवाह किए बिना कुछ रिपोर्ट्स करता है या ऐसी खबरें समाज के सामने लाता है, जो सरकार की छवि को धूमिल करता है, तो उस पत्रकार को उसकी खामियाजा भुगतना पड़ता है।

हालांकि, यह सबकुछ गैरलोकतांत्रिक देश में अधिक होता है। लोकतांत्रिक देशों में कानून व नियम के तहत मीडिया को हर तरह की रिपोर्ट्स या खबरें समाज के सामने लाने और दिखाने की पूरी आजादी होती है। अब बेलारूस से एक ऐसी खबर सामने आई है, जो बहुत ही हैरान करने वाला है।

यह भी पढ़ें :- प्लेन हाईजैक की झूठी खबर फैलाने वाला कारोबारी पर कसा शिकंजा, पांच साल तक नहीं करेगा सफर

दरअसल, बेलारूस में एक पत्रकार (ब्लॉगर) को गिरफ्तार करने के लिए देश के राष्ट्रपति ने बड़ी साजिश रची। साजिश के तहत पत्रकार को गिरफ्तार करवाने के लिए राष्ट्रपति ने विमान को हाईजैक करवा दिया। जानकारी के मुताबिक, बेलारूस के राष्ट्रपति एलक्जेंडर लुकाशेंको ने रविवार को ग्रीस के एथेंस से लिथुआनिया के विलिनियस शहर जा रहे रेयानएयर के यात्री विमान को अपने लड़ाकू विमान भेजकर जबरन मिंस्क एयरपोर्ट पर लैंड करवा दिया।

इसके बाद बेलारूस पुलिस के अधिकारियों ने विमान में सवार 26 वर्षीय पत्रकार रोमन प्रोटासविक को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही उसकी 23 वर्षीय रूसी गर्लफ्रेंड सोफिया सपेगा को भी गिरफ्तार कर लिया। विमान बोइंग 737, जिसमें 170 से अधिक यात्री सवार थे वे इस घटनाक्रम से परेशान हो गए। कुछ विमानन विशेषज्ञों का मानना है कि मिग- 29 लड़ाकू जेट ने रायनियर को गोली मारने की धमकी भी दी।

पत्रकार और उसकी गर्लफ्रेंड को क्यों किया गया गिरफ्तार

आपको बता दें कि रोमन राष्ट्रपति लुकाशेंको के विरोधी माने जाते हैं। वे मुखर आलोचक रहे हैं। रोमन पर पिछले साल बेलारूस के राष्ट्रपति चुनाव में लुकाशेंको के विजयी घोषित होने के बाद सड़कों पर किए गए विरोध प्रदर्शन को आयोजित करने का आरोप है।

विश्व स्तर पर लुकाशेंको की हो रही है आलोचना

आपको बता दें कि एलक्जेंडर लुकाशेंको को यूरोप का ‘आखिरी तानाशाह’ कहा जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि वो सत्ता में रहने के लिए संवैधानिक संशोधन और कानूनों में बदलाव करते रहे हैं। लुकाशेंको की जीत को देश में बड़े स्तर पर लोग और अंतरराष्ट्रीय समुदाय वैध नहीं मानता है।

यह भी पढ़ें :- पाकिस्तान: देशविरोधी फेसबुक पोस्ट करने के आरोप में पत्रकार पर FIR दर्ज, कोर्ट ने 3 दिन की FIA हिरासत में भेजा

अब विमान को हाईजैकर करवाने को लेकर राष्ट्रपति लुकाशेंको की वैश्विक स्तर पर आलोचना हो रही है। यूरोपीय संघ (ईयू) के सदस्य लिथुआनिया के राष्ट्रपति गीतानस नौसेदा ने ईयू और नाटो से इस हरकत का जवाब देने की गुहार लगाई है, जिसके बाद जर्मनी ने बेलारूस से तत्काल स्पष्टीकरण देने की मांग की है।

वहीं पोलैंड के प्रधानमंत्री ने भी इस हरकत की कड़ी निंदा की है और इसे सरकारी आतंकवादी कार्रवाई करार दिया है। यूरोपीय आयोग की प्रमुख उर्सुला वॉन डेर लियन ने कहा कि बेलारूस की कार्रवाई पूरी तरह अस्वीकार्य है।







Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj