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Apiculture: खेती के अलावा लाखों रुपए की होगी कमाई, शुरू करें मधुमक्खी पालन, 30 प्रतिशत बढ़ेगा उत्पादन

Last Updated:May 11, 2025, 21:32 IST

Apiculture: मधुमक्खी पालन से किसान कम मेहनत और खर्च में लाखों कमा सकते हैं. अशोक शर्मा के अनुसार, यह फसलों के परागण में मदद करता है और शहद, मोम आदि से आय होती है. सरकार 40-50 प्रतिशत सब्सिडी भी दे रही है.X
मधुमक्खी
मधुमक्खी पालन 

हाइलाइट्स

मधुमक्खी पालन से लाखों कमा सकते हैं किसान30% तक बढ़ता है फसल उत्पादन40-50% सब्सिडी दे रही है सरकार

सीकर. अगर किसान खेती के अलावा भी लाखों रुपए का मुनाफा कमाना चाहते हैं तो मधुमक्खी पालन शुरू करे. यह मधुमक्खी पालन का काम शुरू करने का अच्छा मौसम है क्योंकि आगे में दिनों में बारिश का दौर शुरू होने वाला है. वहीं खेतों में भी नई फसल लगाने का काम शुरू होगा. ऐसे में कम मेहनत और कम खर्चे में मधुमक्खी पालन कर किस लाखों रुपए कमा सकते हैं. उन्नत खेती के साथ मधुमक्खी पालन करने वाले अशोक शर्मा ने बताया कि मधुमक्खिया फसलों के परागण में मदद करती हैं, जिससे फसल के उत्पादन मेरे 20 से 30 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी होती है. दूसरा शहद, मोम, रॉयल जेली, और प्रोपोलिस जैसे उत्पादों से अगर से कमाई होती है. इसके अलावा मधुमक्खी पालन के लिए ज्यादा जमीन या पानी की आवश्यकता नहीं होती. इसलिए छोटे किसान भी इसे कर सकते हैं.

 मधुमक्खी पालन कैसे शुरू करेंमधुमक्खी पालन करने वाले अशोक शर्मा ने बताया कि इसे शुरू करने के लिए पहले इसके बारे में जानकारी होना बहुत जरूरी है. इसके लिए किसान सरकारी प्रशिक्षण केंद्रों और कृषि विश्वविद्यालयों में जाकर प्रशिक्षण ले. इसके बाद शुरुआत में 5-10 बक्से (बी-हाइव) खरीदें और स्थानीय प्रजातियों (जैसे एपिस मेलिफेरा या एपिस सेराना) की मधुमक्खियां का पालन करें. हाइव को फूलों वाली फसलों के पास रखें और नियमित रूप से उनकी देखभाल करें. शुरुआती लागत लगभग 10,000 से 15,000 रुपये (प्रति बक्सा 2,000-3,000 रुपये) आती है.

इतनी होगी कमाईअशोक शर्मा ने बताया कि मधुमक्खी पालन से आमदनी 3 से 4 महीने के बाद शुरू हो जाती है, क्योंकि शहद का पहला उत्पादन इसी अवधि में होता है. एक बक्से से सालाना 10 से 15 किलो शहद मिल सकता है, जिसकी बाजार कीमत 300-500 रुपये प्रति किलो तक होती है. इसके अलावा इसमें नियमित देखभाल की जरूरत होती है, जैसे हाइव की सफाई, रानी मक्खी की जांच और कीटों से बचाव का भी ध्यान रखा जाता है. इसमें सप्ताह में 5-6 घंटे का समय देना पड़ता है.

सरकारी मदद भी मिल रही मधुमक्खी पालन करने वाले अशोक शर्मा ने बताया कि राजस्थान सरकार मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देने के लिए 40-50 प्रतिशत तक की सब्सिडी दे रही है. राष्ट्रीय बागवानी मिशन (NHM) और राज्य कृषि विभाग के तहत 5 से 10 बक्सों पर 5,000-10,000 रुपये तक की सहायता मिलती है. इसके अलावा किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) से भी लोन लिया जा सकता है. ऐसे में किसान के लिए अपनी आय बढ़ाने के लिए मधुमक्खी पालन एक अच्छा जरिए बना सकता है. जिसमें वह कम समय और मेहनत में अच्छी कमाई कर सकता है.

Location :

Sikar,Rajasthan

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खेती के साथ करें मधुमक्खी पालन, पैसों की होगी बारिश, शहद के साथ मोम फ्री

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