Article on Sanskrit Language By Dr Mayank Vats | ‘हमारी संस्कृति की पहचान है संस्कृत, प्रत्येक भारतीय दे बढ़ावा, अगली जनगणना में जरूर पंजीकृत कराएं’
जयपुरPublished: Dec 27, 2022 07:27:48 pm
दुनियाभर में संस्कृत भाषा लोकप्रिय हो रही है। जर्मनी, यूरोपीय देशों में संस्कृत पढ़ने और पढ़ाने में लोग दिलचस्पी ले रहे हैं। इसके विपरीत हम भारतीय अपनी मातृभाषा संस्कृत को भूलते जा रहे हैं।

‘संस्कृत भारत की सबसे प्राचीन, सुंदर और दिव्य भाषा है। इसे सभी भारतीय भाषाओं की मां कहा जाता है। मलयालम, तमिल, हिंदी और कई दक्षिण भारतीय भाषाओं की उत्पत्ति संस्कृत से हुई है। ऐसे में अगली भारतीय जनगणना के दौरान संस्कृत को अपनी भाषा के रूप में शामिल कराना बेहद महत्वपूर्ण है। हम सभी भारतीयों को इस दिव्य भाषा को जीवित रखने की पूरी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। क्योंकि यदि संस्कृत को भुला दिया गया तो यह भाषा अपना मूल्य खो देगी। ऐसे में संस्कृत को बिल्कुल न भूलें, क्योंकि हमारी संस्कृति की पहचान ही संस्कृत है। हालांकि आपकी मातृभाषा हिंदी, गुजराती, मराठी या अन्य भी हो सकती है।