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Asthma in Winter Ayurvedic Remedies and Care Tips | सर्दियों में अस्थमा से राहत के आयुर्वेदिक उपाय और सावधानियां

Last Updated:November 12, 2025, 15:52 IST

Winter Asthma Care Tips: सर्दियों में ठंडी हवा और एयर पॉल्यूशन के कारण अस्थमा के मरीजों की परेशानी बढ़ जाती है. इस मौसम में कफ और वात दोष के बढ़ने से सांस लेने में दिक्कत होती है. आयुर्वेद में अस्थमा से राहत के लिए हल्दी वाला दूध, लहसुन और तुलसी-काली मिर्च का काढ़ा बेहद लाभकारी माना गया है. योग, भाप और गर्म पानी का सेवन फेफड़ों को स्वस्थ रखने में मदद करता है. ठंडी हवा, धूल और प्रदूषण से बचाव ही इस मौसम में अस्थमा कंट्रोल करने के लिए जरूरी है.

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अस्थमा के मरीजों के लिए खतरनाक है एयर पॉल्यूशन, जानें 5 आयुर्वेदिक नुस्खेअस्थमा से राहत पाने के लिए हल्दी वाला दूध पीना फायदेमंद होता है.

Ayurvedic Remedies for Asthma: अस्थमा और अन्य सांस की बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए सर्दियों का मौसम काफी चैलेंजिंग होता है. इस मौसम में दिल्ली-एनसीआर में हवा जहरीली हो जाती है, जिससे परेशानी ज्यादा बढ़ जाती है. एयर पॉल्यूशन और ठंडी हवा का कॉकटेल अस्थमा के मरीजों के लिए बेहद मुश्किलें पैदा कर देता है. हवा में मौजूद धूल, धुआं और प्रदूषण के कण सांस लेने में दिक्कत पैदा करते हैं. ठंडी हवा से फेफड़ों की नलियां सिकुड़ जाती हैं, जिससे सांस फूलने, खांसी और बलगम बनने जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं. आयुर्वेद के अनुसार कुछ देसी चीजें अस्थमा के मरीजों को इन परेशानियों से बचा सकती हैं.

आयुर्वेद के अनुसार अस्थमा तब बढ़ता है जब शरीर में वात और कफ दोष का असंतुलन होता है. ठंड के मौसम में कफ शरीर में ज्यादा मात्रा में जमा हो जाता है. इससे सांस की नलियों में रुकावट होने लगती है. इसके अलावा वात दोष बढ़ने से सांस लेने में कठिनाई और छाती में जकड़न महसूस होती है. ठंडी हवा इस असंतुलन को और बढ़ा देती है, जिससे अस्थमा के अटैक बार-बार हो सकते हैं. इसलिए सर्दियों में शरीर को गर्म और संतुलित रखने के लिए आयुर्वेदिक उपचार और खानपान के नियम अपनाना बेहद जरूरी है. कुछ नुस्खों को अपनाकर सर्दी और पॉल्यूशन से होने वाली परेशानियों से बचा जा सकता है.

इन नुस्खों से अस्थमा के मरीजों को मिलेगी राहत

आयुर्वेद में अस्थमा और सांस संबंधी रोगों से राहत पाने के कई नुस्खे बताए गए हैं, जिनमें हल्दी वाला दूध सबसे ज्यादा फायदेमंद है. यह फेफड़ों में सूजन और संक्रमण को कम करता है. रात के समय कच्ची हल्दी डालकर गर्म दूध पीना लाभकारी होता है. इसके अलावा लहसुन और दूध का मिश्रण इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करता है और सांस की नलियों को साफ रखता है. हालांकि इन उपायों का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए, ताकि पाचन पर असर न पड़े.

अस्थमा के मरीजों के लिए तुलसी, काली मिर्च और लौंग से बना काढ़ा एक प्राकृतिक औषधि की तरह काम करता है. यह काढ़ा फेफड़ों में जमा बलगम को साफ करता है, संक्रमण से बचाता है और सांस लेने की प्रक्रिया को सहज बनाता है. इसके अलावा गिलोय का रस, पिपली चूर्ण, तालीसादि चूर्ण, अश्वगंधा और त्रिकटु चूर्ण जैसे आयुर्वेदिक औषधीय मिश्रण भी अस्थमा कंट्रोल में मदद करते हैं. इन चीजों का सेवन करने से पहले आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए.

सिर्फ दवाओं या घरेलू उपायों से ही नहीं, बल्कि सही दिनचर्या और सतर्कता से भी अस्थमा को कंट्रोल में रखा जा सकता है. ठंडे मौसम में सुबह-सुबह बाहर निकलने से बचें, क्योंकि उस समय हवा में नमी और प्रदूषण अधिक होता है. अगर बाहर जाना जरूरी हो, तो मास्क का प्रयोग करें और शरीर को गर्म कपड़ों से ढकें. योग, भाप लेना और हल्का व्यायाम फेफड़ों की क्षमता को बढ़ाते हैं. इसके अलावा धूल, धुआं और ठंडी हवा से बचकर अस्थमा की परेशानी को कम किया जा सकता है.

(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. Hindi इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)

अमित उपाध्याय

अमित उपाध्याय Hindi की लाइफस्टाइल टीम के अनुभवी पत्रकार हैं, जिनके पास प्रिंट और डिजिटल मीडिया में 9 वर्षों से अधिक का अनुभव है। वे हेल्थ, वेलनेस और लाइफस्टाइल से जुड़ी रिसर्च-बेस्ड और डॉक्टर्स के इंटरव्…और पढ़ें

अमित उपाध्याय Hindi की लाइफस्टाइल टीम के अनुभवी पत्रकार हैं, जिनके पास प्रिंट और डिजिटल मीडिया में 9 वर्षों से अधिक का अनुभव है। वे हेल्थ, वेलनेस और लाइफस्टाइल से जुड़ी रिसर्च-बेस्ड और डॉक्टर्स के इंटरव्… और पढ़ें

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November 12, 2025, 15:50 IST

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अस्थमा के मरीजों के लिए खतरनाक है एयर पॉल्यूशन, जानें 5 आयुर्वेदिक नुस्खे

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