Rajasthan

Attempt To Raise Awareness Through Virtual Communication – वर्चुअल संवाद से जागरुकता बढ़ाने का प्रयास

4] वर्चुअल संवाद से जागरुकता बढ़ाने का प्रयास

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जयपुर, 15 मई
सुप्रीम कोर्ट का आदेश आने के बाद से संयुक्त अभिभावक संघ वर्चुअल संवाद के माध्यम से अभिभावकों में जागरुकता बढ़ाने का काम कर रहा है। शनिवार को भी संघ का वर्चुअल संवाद जारी रहा। जिसमें प्रदेश भर के अभिभावक शामिल हुए। संघ के प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक जैन बिट्टू ने कहा कि प्रदेश के 99 प्रतिशत से भी अभिभावक फीस एक्ट 2016 को लेकर बिल्कुल भी जागरुक नहीं हैं। इसे लेकर न सरकार ने पहल की ना ही स्कूलों ने । इसका आलम यह हुआ कि निजी स्कूल संचालकों ने सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का धज्जियां उड़ाते हुए फीस एक्ट की गलत व्याख्या करनी शुरू कर दी। इस विषय को लेकर लगभग सभी जिलों के प्रत्येक जिला शिक्षा अधिकारियों को शिकायत दर्ज करवाई जा चुकी है किंतु शिक्षा विभाग ने कोई कार्यवाही नहीं की। एक स्कूल संचालक ने तो शिक्षा अधिकारी तक को बंधक बना लिया था फिर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई।
संवाद के दौरान गंगापुर सिटी के अभिभावक ने बताया कि स्कूल की जानकारी को लेकर आरटीआई लगाई थी लेकिन स्कूल ने सूचना देने से इंकार कर दिया और बच्चे का भविष्य खराब करने की धमकी दी। ऐसे ही अजमेर के एक अभिभावक ने बताया कि पिछले वर्ष बच्चे का एडमिशन करवाया था तब उन्होंने एडमिशन फीस के साथ एडवांस फीस के तौर पर तीन हजार रुपए फीस ली फिर कोविड आ गया। अब स्कूल चार हजार रुपए मासिक फीस मांग रहा है।
जयपुर के अभिभावक ने बताया कि उन्होंने पिछले सत्र की 70 प्रतिशत फीस जमा करवा दी थी लेकिन अब नौकरी नहीं होने के कारण फीस देने में असमर्थ हूं लेकिन स्कूल संचालक मानने को तैयार ही नहीं, अब स्कूल ने अल्टीमेटम दे दिया है कि फीस जमा नहीं करवाई तो हम मान लेंगे कि आप बच्चे को पढ़ाना ही नहीं चाहते।

आज भी जारी रहेगा संवाद
संघ प्रदेश एग्जिक्यूटिव सदस्य युवराज हसीजा ने कहा कि अभिभावकों की जागरुकता को लेकर चल रहा जन जागरूकता अभियान रविवार को भ जारी रहेगा। संवाद में शामिल होने वाले अभिभावक संगठन के हेल्पलाइन नम्बर 9772377755 पर संपर्क करते हैं।

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