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प्याज छिलकों से बनाएं जैविक खाद, पौधों की ग्रोथ बढ़ाएं

Last Updated:November 30, 2025, 15:57 IST

किचन वेस्ट के रूप में दिखने वाले प्याज के छिलकों में ऐसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो पौधों के लिए प्राकृतिक उर्वरक (फर्टिलाइज़र) का काम करते हैं. यह मिट्टी में मौजूद सूक्ष्मजीवों (माइक्रोब्स) को सक्रिय करता है और पौधों की जड़ों को मजबूत बनाता है. नियमित रूप से इस छिलके के टॉनिक के इस्तेमाल से पौधे स्वस्थ रहते हैं और उनकी पत्तियों में चमक भी बढ़ती है. खासकर सब्जियों और फूलों वाले पौधों में यह प्रभाव अधिक देखा जाता है.bhilwara

घर की रसोई में रोज़ाना इस्तेमाल होने वाले प्याज के छिलके अक्सर कचरे में फेंक दिए जाते हैं, जबकि बागवानी के लिहाज़ से ये छिलके बेहद उपयोगी साबित हो सकते हैं. प्याज के छिलकों में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट, सल्फर और माइक्रोन्यूट्रिएंट्स पौधों की वृद्धि को तेज करने के साथ-साथ मिट्टी की गुणवत्ता भी बेहतर बनाते हैं. आधुनिक बागवानी में वेस्ट मैटीरियल का पुन: उपयोग करने की प्रवृत्ति बढ़ रही है, ऐसे में प्याज के छिलकों का इस्तेमाल पौधों की देखभाल के लिए एक प्राकृतिक और प्रभावी विकल्प माना जा रहा है.

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किचन वेस्ट के रूप में दिखने वाले प्याज के छिलकों में ऐसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो पौधों के लिए नैचुरल फर्टिलाइज़र का काम करते हैं. यह मिट्टी में मौजूद माइक्रोब्स को एक्टिव करता है और पौधों की जड़ों को मजबूत बनाता है. नियमित रूप से इस छिलका टॉनिक के इस्तेमाल से पौधे स्वस्थ रहते हैं और उनकी पत्तियों में चमक भी बढ़ती है. खासतौर पर सब्जियों और फूलों वाले पौधों में यह प्रभाव ज़्यादा देखा जाता है.

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प्याज के छिलके फंगस और कीटों से भी पौधों की सुरक्षा करते हैं, इसमें मिलने वाले नैचुरल एंटी-फंगल तत्व पौधों पर लगने वाले काले दाग, फफूंदी और लीफ स्पॉट जैसी समस्याओं में राहत देते हैं. प्याज छिलका टॉनिक नियमित रूप से देने से पौधों में रोगों का संक्रमण कम होता है और कीटों का प्रकोप भी नियंत्रित रहता है. इससे न केवल पौधे लंबे समय तक हरे-भरे रहते हैं बल्कि उनकी प्रोडक्टिविटी भी बढ़ती है.

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अब बात पानी में रखकर प्याज छिलका टॉनिक बनाने की अगर की जाए तो इसके लिए प्याज के सूखे छिलकों को एक जार या बाल्टी में डालकर उसमें पानी भर दें. इसे ढककर 48 घंटे से 3 दिन तक छोड़ दें, जिससे पोषक तत्व पानी में अच्छी तरह मिल सकें. इसके बाद छानकर इस घोल को स्प्रे बोतल में भर लें. यह टॉनिक सीधे पत्तियों पर छिड़कने या पौधों की जड़ों में डालने दोनों तरह से उपयोग किया जा सकता है.  यह पूरी तरह ऑर्गेनिक होने के कारण पौधों के लिए सुरक्षित माना जाता है.

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प्याज छिलका टॉनिक का छिड़काव सप्ताह में एक बार करना फायदेमंद माना जाता है। जिन पौधों में वृद्धि धीमी हो, पत्तियां पीली पड़ रही हों या उनमें नमी की कमी दिखे, वहां यह घरेलू टॉनिक काफी असरदार साबित होता है. पौधों में नया विकास देखने को मिलता है और पत्तियां गहरे हरे रंग की होने लगती हैं. गर्मी और बरसात के मौसम में यह टॉनिक पौधों को एनर्जी बूस्टर की तरह काम करता है.

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गार्डनिंग प्रेमियों के लिए प्याज के छिलकों का यह उपयोग न सिर्फ सस्ता और सरल उपाय है, बल्कि पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद है। वेस्ट मटेरियल का सही उपयोग पौधों को स्वस्थ, मजबूत और कीटों से सुरक्षित रखने में मदद करता है. विशेषज्ञ कहते हैं कि अगर घर की किचन वेस्ट को गार्डनिंग में अपनाया जाए तो रासायनिक खाद की जरूरत काफी कम हो सकती है, इसलिए अगली बार प्याज काटें तो उसके छिलके बचाकर रखें और गार्डन में हरियाली बढ़ाने का यह प्राकृतिक तरीका जरूर अपनाएं.

First Published :

November 30, 2025, 15:57 IST

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