Rajasthan

सर्दियों में फेफड़ों के लिए बादाम-शहद का आयुर्वेदिक उपाय

Last Updated:November 23, 2025, 14:36 IST

सर्दियों में बुजुर्ग और बीमार लोगों में सांस फूलना, सीने में भारीपन और जल्दी थकान जैसी परेशानियां आम हैं. आयुर्वेदिक पंचताकत नुस्खा — रोजाना 5 भीगे बादाम और 1 चम्मच शहद — फेफड़ों की क्षमता बढ़ाने, थकान कम करने और पूरे दिन ऊर्जा बनाए रखने में मदद करता है. यह नुस्खा न सिर्फ शरीर को ताकत देता है, बल्कि पाचन, खून और प्रतिरोधक क्षमता को भी सुधारता है.हेल्थ टिप्स

सर्दियों के शुरू होते ही बुजुर्गों और बीमार लोगों में सांस फूलना, सीने में भारीपन और जल्दी थकान जैसी शिकायतें बढ़ने लगती हैं. ठंडी हवा का सीधा असर फेफड़ों पर पड़ता है, और बुजुर्गों में यह समस्या अधिक देखी जाती है. इस परेशानी का इलाज आयुर्वेद के नुस्खों से किया जा सकता है, आयुर्वेदिक डॉक्टर नरेंद्र कुमार ने बताया कि बुजुर्गों और बीमार लोगों को रोजाना पांच बादाम और एक चम्मच शहद का सेवन सुबह करना चाहिए. इस नुस्खे को पंचताकत कहा जाता है.

हेल्थ टिप्स

आयुर्वेदिक डॉक्टर नरेंद्र कुमार ने बताया कि बादाम और शहद का मिश्रण फेफड़ों की क्षमता बढ़ाने, रक्त संचार को बेहतर करने और पूरे दिन की थकान कम करने के लिए फायदेमंद है. उन्होंने बताया कि बादाम को ब्रेन टॉनिक और शहद को नेचुरल एनर्जी बूस्टर कहा जाता है. दोनों का मेल शरीर में जमा ठंडी कफ को कम करता है और सांस लेने की प्रक्रिया को आसान बनाता है. जिन लोगों को सुबह उठते ही कमजोरी या सीने में भारीपन महसूस होता है, उनके लिए यह मिश्रण किसी रामबाण औषधि से कम नहीं है.

हेल्थ टिप्स

पंचताकत मिश्रण से शरीर का मेटाबॉलिज़्म तेज होता है और थकान जल्दी नहीं आती. लगातार बैठकर काम करने वाले, लंबे समय तक पढ़ाई में फोकस रखने वाले या हल्की-फुल्की एक्सरसाइज़ करने पर जल्दी हांफने वाले लोगों में पोषक तत्वों की कमी के कारण ताकत कम होने लगती है. ऐसे में भीगे हुए बादाम शरीर को प्रोटीन, हेल्दी फैट, विटामिन E और एंटीऑक्सिडेंट प्रदान करते हैं, जबकि शहद शरीर में ग्लूकोज का प्राकृतिक स्रोत बनकर तुरंत ऊर्जा (फ्यूल) सप्लाई करता है. ये दोनों मिलकर फेफड़ों और मांसपेशियों पर सकारात्मक असर डालते हैं.

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हेल्थ टिप्स

आयुर्वेदिक डॉक्टर नरेंद्र कुमार ने बताया कि फेफड़ों की कमजोरी या ताकत की कमी केवल उम्र के कारण नहीं होती, बल्कि गलत खानपान और अनियमित दिनचर्या से भी पैदा हो सकती है. सुबह खाली पेट यह बादाम और शहद का मिश्रण लेने से पाचन शक्ति मजबूत होती है, जिससे शरीर भोजन से पोषक तत्वों को बेहतर तरीके से ऊर्जा में परिवर्तित कर पाता है. साथ ही यह मिश्रण खून को साफ रखकर शरीर में ऑक्सीजन की सप्लाई भी सुधारता है, जिससे सांस लेने में भारीपन कम होता है.

हेल्थ टिप्स

उन्होंने बताया कि बादाम में मौजूद मैग्नीशियम और शहद में पाए जाने वाले प्राकृतिक एंजाइम फेफड़ों के ऊतकों को पोषण देते हैं. यह संयोजन उन लोगों के लिए भी फायदेमंद है, जिन्हें ठंड में बार-बार खांसी-जुकाम या सीने में जकड़न की समस्या होती है. नियमित सेवन से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और सांस लेने की क्षमता धीरे-धीरे मजबूत होती है. हेल्थ एक्सपर्ट भी सलाह देते हैं कि बादाम को रातभर पानी में भिगोकर रखना चाहिए, जिससे उसके पोषक तत्व सक्रिय होकर शरीर में आसानी से अवशोषित हो सकें.

हेल्थ टिप्स

आयुर्वेदिक डॉक्टर के अनुसार, शहद को बादाम के साथ लेने से यह मिश्रण न सिर्फ ताकत प्रदान करता है, बल्कि दिमाग, त्वचा और हड्डियों पर भी सकारात्मक प्रभाव डालता है. कई लोग बताते हैं कि कुछ ही दिनों में उन्हें थकान कम महसूस होती है और सुबह उठने की सुस्ती भी धीरे-धीरे खत्म होने लगती है. ऐसे में रोजाना 5 भीगे हुए बादाम और 1 चम्मच शहद का सेवन सबसे फायदेमंद होता है. यह मिश्रण न केवल फेफड़ों को खोलने, ऊर्जा और ताकत बढ़ाने के लिए बल्कि पूरे शरीर के स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है.

First Published :

November 23, 2025, 14:36 IST

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सर्दियों में फेफड़ों के लिए बादाम-शहद का आयुर्वेदिक उपाय, पढ़िए पूरी खबर

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