Ayurvedic Treatment for Lumpy Disease in Cattle By Social Organization | लम्पी वायरस : गो माता की पीड़ा देख आगे आए संगठन, कोई बना रहा इम्यूनिटी लड्डू तो कोई दे रहा दवाई




वैटेनरी डॉक्टर पंकज शर्मा, वैद्य ललित के अलावा अन्य विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में यह लड्डू तैयार किए जा रहे हैं। इसमें हल्दी, गुड़, सौंठ, काली मिर्च, लौंग, घी, काला जीरा, दालचीनी, धनिया, गिलोय, तुलसी, आंवला, मैथी, अजवायन, मुलैठी, सनाय पत्ती के अलाव अन्य सामग्रियों को मिलाकर पूरी विधि के साथ इसे बनाया जा रहा हैं। गर्भवती गोमाताओं के लिए अलग सामग्री के लड्डू बनाए जा रहे हैं।


संघ ने जारी किया नागपुर रिसर्च सेंटर का फार्मूला जयपुर प्रांत गोसेवा संयोजक सुगनचंद शर्मा ने बताया कि लम्पी एक ऐसा रोग है जो गाय, बछड़े और भैंस सभी को होता है। यह वायरस की तरह फैलता है। पूरे शरीर में छोटे-बड़े जख्म बन जाते हैं। यह वायरस एक से दूसरे में फैलता हैं। इस रोग को ठीक करने के लिए गो विज्ञान अनुसंधान केंद्र देवलापार नागपुर के डॉक्टर सुनील मानसिंका के निर्देशन में एक नुस्खा तैयार किया गया है, जो काफी कारगर बताया जा रहा है। इस नुस्खे में इन पांच प्रकार के पत्तों का उपयोग करना होगा।
1—अर्जुन के पत्ते
2—हल्दी के पत्ते
3—गिलोय के पत्ते व डंठल भी
4—अदुलसा वासा
5—कडू नीम के पत्ते विधि— सभी प्रकार के पत्ते 40—40 ग्राम लेकर बारीक काट लें। जिसे एक सप्ताह चारे के साथ सुबह-शाम चारे के साथ मिक्स करके वायरस से पीड़ित गोवंश को खिलाएं। इससे धीरे-धीरे रोग खत्म होगा और गायों की इम्यूनिटी बढ़ेगी। दूसरा उपाय स्वस्थ्य देसी गाय के गोमूत्र को उबालकर 25 एमएल पिलाना है। तीसरा उपाय देसी गाय के गोबर से बने कंडे का धूपन करना है। इस दौरान जले हुए कंडे पर कडू नीम के पत्तों का उपयोग भी करना है। इसकी धूप से भी रोग खत्म हो जाता है। चौथा उपाय नीम, फिटकरी को उबालकर हल्दी मिलाकर गोवंश के शरीर पर छिडकाव करें। नीम व लोबान का धुंआ करें और खाने में सिर्फ हरे चारे को प्राथमिकता दें।
शर्मा ने दावा किया है कि इस नुस्खे के प्रयोग से देवलापार में लगभग 500 गोवंश पूरी तरह से ठीक हो गए हैं। उनका कहना है कि बरसाना मथुरा में स्थित गोशाला में भी इस नुस्खे का प्रयोग किया। जहां करीब 55 हजार गायों को रोग ने छुआ तक नहीं।

नागरिक शक्ति मंच के अध्यक्ष एडवोकेट अभिषेक शर्मा ने बताया कि गौवंश के प्रति सरकारी लापरवाही को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसे में सरकार जल्द से जल्द गायों के लिए चिकित्सा की माकूल व्यवस्था करे। शर्मा ने बताया कि हमारे मंच की ओर से भी लम्पी पीड़ित गायों के लिये निशुल्क दवाई की व्यवस्था की जा रही है। आर. के. अग्रवाल ने कहा कि जब तक यह बीमारी खत्म नहीं हो जाती, पशुपालक गायों को खुले में ना छोड़े। इस दौरान संजय पत्रिया समेत अन्य मौजूद रहे।
अगर आप भी इस तरह की कोई सेवा कर रहे हैं या करना चाहते हैं, तो पत्रिका के इस अभियान से जुड़ने के लिए मोबाइल नंबर 9057531311 पर शैलेंद्र शर्मा से संपर्क कर सकते हैं।