काम आया ‘बाबा का बुलडोजर’… हत्या, डकैती, लूट में कमी, रेप के अब भी बढ़ रहे मामले
हाइलाइट्स
वर्ष 2022 में जून माह तक रेप के 2689 प्रकरण दर्ज हुए. वहीं 2023 में जून माह तक 2553 केस दर्ज हुए.प्रदेश में भजनलाल सरकार के गठन के बाद पुलिस भी एक्शन में नजर आ रही है.
विष्णु शर्मा/जयपुरः प्रदेश में पिछले 2 साल की तुलना में इस साल शुरुआती 6 महीनों के अपराध के आंकड़े पुलिस के लिए अच्छे साबित हो रहे हैं. इनमें पुलिस महकमे का सिरदर्द बनने वाली गंभीर आपराधिक वारदातों हत्या, जानलेवा हमले और संगठित अपराध से जुड़े अपहरण, फायरिंग, रंगदारी व गैंगवार में कमी आई है. वहीं, चोरी, नकबजनी और बालिगों से दुष्कर्म से संबंधित प्रकरणों में बढ़ोतरी हुई है. पढ़िए यह खास रिपोर्ट…
हाल ही में जारी राजस्थान पुलिस के जून 2024 तक के आंकड़े बता रहे हैं कि प्रदेश में भजनलाल सरकार के गठन के बाद पुलिस भी एक्शन में नजर आ रही है. पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर अपराधियों के खिलाफ चलाए गए पुलिस के अलग-अलग ऑपरेशन्स और बदमाशों पर ठोस कार्रवाई का असर हुआ कि हत्या, गैंगवार, फायरिंग व जानलेवा हमलों के प्रकरण में कमी आई है. इससे अपराधियों में भय नजर आ रहा है. राजस्थान पुलिस मुख्यालय के जून 2024 तक के जारी आंकड़ों में देखिए गंभीर अपराधों के प्रकरणों में कितनी कमी आई.
हत्या: वर्ष 2022 में जून माह तक 903 प्रकरण दर्ज हुए. वर्ष 2023 में जून माह तक 904 केस दर्ज हुए. वहीं, जून 2024 तक प्रदेश के विभिन्न पुलिस थानों में 841 केस दर्ज हुए. आंकड़े बता रहे हैं कि पिछले दो सालों की तुलना में इस साल के शुरुआती 6 माह में हत्या के करीब 7 फीसदी प्रकरण मतलब 63 प्रकरण कम दर्ज हुए.
हत्या का प्रयास- वर्ष 2022 में जून माह तक 1536 प्रकरण दर्ज हुए. वर्ष 2023 में जून माह तक 1530 केस दर्ज हुए. वहीं, जून 2024 तक प्रदेश के विभिन्न पुलिस थानों में 1513 केस दर्ज हुए. आंकड़े बता रहे हैं कि पिछले दो सालों की तुलना में इस साल के शुरुआती 6 माह में हत्या के प्रयास के डेढ़ फीसदी प्रकरण कम दर्ज हुए.
डकैती- वर्ष 2022 में जून माह तक 82 प्रकरण दर्ज हुए. वर्ष 2023 में जून माह तक 68 केस दर्ज हुए. वहीं, जून 2024 तक प्रदेश के विभिन्न पुलिस थानों में 61 केस दर्ज हुए. आंकड़े बता रहे हैं कि पिछले दो सालों की तुलना में इस साल के शुरुआती 6 माह में डकैती के 11 फीसदी प्रकरण कम दर्ज हुए.
लूट- वर्ष 2022 में जून माह तक 1048 प्रकरण दर्ज हुए. वर्ष 2023 में जून माह तक 1061 केस दर्ज हुए. वहीं, जून 2024 तक प्रदेश के विभिन्न पुलिस थानों में 1053 केस दर्ज हुए. आंकड़े बता रहे हैं कि पिछले दो सालों की तुलना में इस साल के शुरुआती 6 माह में लूट के प्रकरण भी कम हुए है.
एक तरफ पुलिस के हार्डकोर बदमाशों, गैंगस्टर, हिस्ट्रीशीटर और उनके ठिकानों पर छापेमारी कर धरपकड़, बुलडोजर चलाकर अवैध संपत्ति नष्ट करने, संपत्ति कुर्की और गोली का जवाब गोली से देने के एक्शन में आने के बाद गंभीर आपराधिक वारदातों में कमी आई है. वहीं, अपहरण, बालिगों से दुष्कर्म, चोरी व नकबजनी के प्रकरण में बढ़ोतरी हुई है. इनमें एडीजी क्राइम दिनेश एमएन के निर्देशन में पीएचक्यू की एंटी गैंगस्टर्स टास्क फोर्स और पेपर नकल रोकने वाली एसओजी के एडीजी वीके सिंह के निर्देशन वाली एसआईटी की प्रभावी कार्रवाई भी एक बड़ी वजह है.
बंधक बनाकर रखने/अपहरण- वर्ष 2022 में जून माह तक 5315 प्रकरण दर्ज हुए. वर्ष 2023 में जून माह तक 5675 केस दर्ज हुए. वहीं, जून 2024 तक प्रदेश के विभिन्न पुलिस थानों में 6108 केस दर्ज हुए. आंकड़े बता रहे हैं कि पिछले दो सालों की तुलना में इस साल शुरुआती 6 माह में व्यपहरण, अपहरण के करीब 8 फीसदी प्रकरण बढ़े.
दुष्कर्म (बालिगों के साथ)- वर्ष 2022 में जून माह तक 2689 प्रकरण दर्ज हुए. वर्ष 2023 में जून माह तक 2553 केस दर्ज हुए. वहीं, जून 2024 तक प्रदेश के विभिन्न पुलिस थानों में 2757 केस दर्ज हुए. आंकड़े बता रहे हैं कि पिछले दो सालों की तुलना में इस साल शुरुआती 6 माह में बालिगों से दुष्कर्म के करीब 8 फीसदी प्रकरणों में बढोतरी हुई.
चोरी- वर्ष 2022 में जून माह तक 25, 908 प्रकरण दर्ज हुए. वर्ष 2023 में जून माह तक 26, 428 केस दर्ज हुए. वहीं, जून 2024 तक प्रदेश के विभिन्न पुलिस थानों में 26,735 केस दर्ज हुए. आंकड़े बता रहे हैं कि पिछले दो सालों की तुलना में इस साल शुरुआती 6 माह में चोरी के प्रकरण भी बढ़े.
नकबजनी – वर्ष 2022 में जून माह तक 3933 प्रकरण दर्ज हुए. वर्ष 2023 में जून माह तक 3874 केस दर्ज हुए. वहीं, जून 2024 तक प्रदेश के विभिन्न पुलिस थानों में 4173 केस दर्ज हुए. आंकड़े बता रहे हैं कि पिछले दो सालों की तुलना में इस साल शुरुआती 6 माह में नकबजनी के 299 प्रकरण भी बढ़े.
कुल मिलाकर देखें तो पिछले दो सालों की तुलना में इस साल के शुरुआती 6 महीने में प्रदेश के विभिन्न थानों में दर्ज आपराधिक प्रकरणों में कमी आई है. इसका श्रेय पुलिस के एक्शन मोड, बदमाशों को अपराध करने पर सख्त जवाब और भजनलाल सरकार के डायरेक्शन को दिया जा रहा है. वहीं, पुलिस के लिए चैलेंज है कि संगठित अपराध पर एक्शन के साथ चोरी, नकबजनी जैसी वारदातों पर भी अंकुश लगे, जिससे आमजन सीधे वारदात का शिकार होने पर प्रभावित होता है.
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FIRST PUBLISHED : July 18, 2024, 11:39 IST