Rajasthan

जयपुर में कॉलेज के बाहर गर्मी से छात्र की मौत:परीक्षा देकर बाहर निकलते ही हुआ बेहोश, डॉक्टर ने तेज गर्मी को बताया कारण

जयपुर में गर्मी और हीटवेव के कारण 22 साल के स्टूडेंट की मौत हो गई। स्टूडेंट परीक्षा देकर जैसे ही कॉलेज के बाहर निकला तो बेहोश होकर गिर गया। उसे तुरंत मालवीय नगर के जयपुरिया हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। हॉस्पिटल में इमरजेंसी के इंचार्ज डॉ रवींद्र के अनुसार स्टूडेंट रविंद्र को जब हॉस्पिटल लाया गया तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।

डॉक्टर के अनुसार गर्मी के कारण ही उसकी तबीयत खराब हुई थी। राजस्थान में बीते 24 घंटे में 5 लोगों की गर्मी से जान गई है। इनमें पाली में एक, बारां में दो और भरतपुर में हुई एक मौत शामिल है। गर्मी से बीते एक हफ्ते में 40 लोगों की जान गई है। हालांकि, सरकार ने किसी भी संख्या की पुष्टि नहीं की है।

नौतपा के चौथे दिन मंगलवार को भी भीषण गर्मी का दौर जारी है। सूरज के तेवर पिछले दिनों की ही तरह आज भी तल्ख हैं। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के लिए 20 जिलों में रेड अलर्ट, जबकि जयपुर समेत प्रदेश के 5 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

भरतपुर शहर के सुभाष नगर में एक युवक का शव सड़क पर पड़ा मिला। मृतक के पिता हजारी लाल ने बताया कि ब्रजेश कुमार (24) सोमवार सुबह 8 बजे तारीख पर निकला था। इसके बाद वह घर नहीं लौटा। मंगलवार सुबह पुलिस से सूचना मिली। परिजनों का कहना है कि सड़क पर वह अचेत होकर गिरा था। ऐसे में उसकी मौत गर्मी से ही हुई है। वहीं डॉक्टरों का कहना है कि पोस्टमाॅर्टम रिपोर्ट के बाद ही इस बारे में कुछ कहा जा सकता है कि मौत कैसे हुई।

महात्मा गांधी हॉस्पिटल के पास ही समाजसेवियों की ओर से जल मंदिर की व्यवस्था की गई है। पानी पिलाने वालों के लिए भी कूलर की व्यवस्था की गई है। वहीं समाज सेवी ठेले पर वाटर कैन लेकर भी शहर में घूमकर लोगों को पानी पिला रहे हैं।

बारां जिले के हरनावदाशाहजी क्षेत्र में दो लोगों की मौत हो गई। परिजनों का कहना है कि गर्मी की वजह से जान चली गई है। पुलिस के अनुसार, दिगोद जागीर गांव निवासी नंदकिशोर ने बताया कि उसके पिता हजारीलाल (62) पुत्र हीरालाल लोधा सोमवार सुबह बकरियां चराने खेत पर गए थे। शाम को नहीं लौटे तो परिजनों ने तलाशना शुरू किया। वे खेत में अचेत मिले। उन्हें हॉस्पिटल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। कस्बे के बोरखेड़ी रोड एक व्यक्ति अचेत मिला। पुलिस ने बताया कि सत्यनारायण (50) पुत्र रामचंद्र लखेरा को परिवार वाले हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। यहां जांच के बाद मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने दोनों मामलों मे संदिग्ध मौत का मामला दर्ज किया है। परिजन गर्मी से मौत का दावा कर रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि पोस्टमाॅर्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारणों का पता चल पाएगा।

अजमेर के वैशाली नगर स्थित सरस डेयरी बूथ के डीप फ्रिज में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। बूथ संचालक नारायण ने बताया- गर्मी के चलते डीप फ्रिज वैसे ही गरम हो रहा था। इस दौरान शॉर्ट सर्किट हुआ और भीषण आग लग गई। आग लगने से 5 मिनट पहले ही वह पास के दुकानदारों को चाय देने गया था। सूचना मिलने पर प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और फायर ब्रिगेड ने आधे घंटे में आग पर काबू पाया। SDM सोनाक्षी खांडेल ने बताया कि डेयरी से घरेलू सिलेंडर भी बरामद हुआ है। बड़ा हादसा होने से टल गया।

भीषण गर्मी में तबीयत बिगड़ने के बाद 26 भेड़ों की मौत हो गई। घटना बालोतरा जिले के किटनोद गांव में सोमवार दोपहर को हुई। एक के बाद एक भेड़ों को जमीन पर बेहोश होकर गिरते देख पशुपालकों के होश उड़ गए। सूचना पर पहुंचे पशु चिकित्सकों ने इलाज शुरू किया तो 15 भेड़ों की जान बच गई।

पाली के पुनायता औद्योगिक क्षेत्र की फैक्ट्री के कमरे में मंगलवार सुबह 44 साल का मजदूर रतिलाल मृत मिला। रात में वह खाना खाकर सोया था। सुबह 6 बजे साथी उसे उठाने गए तो घटना की जानकारी हुई। रतिलाल उदयपुर का रहने वाला था। तेज गर्मी से तबीयत बिगड़ने की बात कही जा रही है। हालांकि पोस्टमॉर्टम के बाद मौत के कारणों का खुलासा होगा।

मौसम केन्द्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि राजस्थान और पाकिस्तान के आसपास पिछले कुछ दिनों से दो एंटी साइक्लोन सिस्टम एक्टिव है। इसके चलते भारत के पश्चिमी हिस्से में इन दिनों पूरी तरह वेस्टर्न विंड का प्रभाव है।

एंटी साइक्लोन में प्रेशर सिस्टम बनता है और हवा आसमान से धरती तरफ आती है। इसके अलावा दूसरा बड़ा कारण ईस्टर्न (पूर्वी) विंड का थमना। बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात के कारण पूर्वी हवा आनी बंद हो गई। यही कारण रहा कि राजस्थान में पिछले कुछ दिनों से इतनी तेज गर्मी पड़ रही है।

मौसम विभाग के निदेशक शर्मा ने बताया कि अगले 72 घंटों में प्रदेश के तापमान में गिरावट का दौर शुरू हो जाएगा और धीरे-धीरे गर्मी में कमी आने लगेगी। इसके बाद इस सीजन में अब इतनी गर्मी नहीं रहेगी। वहीं जून के शुरुआती सप्ताह में बादलों की आवाजाही के साथ ही प्रदेश में प्री मानसून की बारिश बढ़ती गर्मी से प्रदेशवासियों को राहत देगी।

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