Balam Kheera Ayurvedic Remedy for Kidney Stones

Last Updated:October 12, 2025, 15:03 IST
Ayurvedic Remedy for Kidney Stones: बालम खीरा, जो अक्सर खेतों में उगता है, आयुर्वेद में पेट और गुर्दे की बीमारियों, विशेषकर पथरी, के इलाज में उपयोगी है. इसे चूर्ण या काढ़ा के रूप में सेवन करने से 21 दिन में परिणाम मिलता है. आयुर्वेदिक डॉक्टर महेश शर्मा ने इसे सुरक्षित और लाभकारी बताया.
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Ayurvedic Remedy for Kidney Stones: खेतों और सड़कों के किनारे उगने वाला बालम खीरा अक्सर खरपतवार समझा जाता है, लेकिन इसका फल आयुर्वेदिक दृष्टि से बेहद खास है. यह पथरी जैसी गंभीर बीमारियों के इलाज में उपयोगी माना जाता है.
आयुर्वेदिक डॉक्टर महेश शर्मा ने बताया कि बालम खीरा का फल परिष्कृत करके ही औषधि के रूप में काम आता है. इसे चूर्ण या काढ़ा बनाकर प्रयोग करने से पेट की बीमारियाँ ठीक होती हैं और लगातार 21 दिन प्रयोग करने पर पथरी की समस्या भी खत्म हो जाती है.
बालम खीरा के स्वास्थ्य लाभ.
डॉक्टर महेश शर्मा के अनुसार:
पेट और गुर्दे की बीमारियों में फायदेमंद.
पथरी की समस्या को 21 दिन में कम करता है.
पाचन तंत्र मजबूत बनाता है.
आयुर्वेदिक दृष्टि से प्राकृतिक औषधि है जिसका कोई गंभीर साइड इफेक्ट नहीं होता.
बालम खीरा का चूर्ण बनाने की विधि.चूर्ण बनाने की प्रक्रिया में सही मात्रा और विधि का ध्यान रखना जरूरी है:
तैयारी: बालम खीरा को काटकर धो लें और 5–6 दिन धूप में सुखाएं. बबूल के पत्ते को धोकर 1 दिन हल्की धूप में सुखाएं.
सामग्री:
350 ग्राम बालम खीरा
50 ग्राम अजवाइन
50 ग्राम जीरा
25 ग्राम बबूल के पत्ते
100 ग्राम मेथी
2 पैकेट हींग
100 ग्राम हरड़
काला नमक (स्वादानुसार)
विधि: मेथी, जीरा और अजवाइन हल्का सेकें. हरड़ को सरसों के तेल में भूनें. सभी सामग्री को एक साथ पीसकर छान लें.
सेवन: रोज पानी में मिलाकर सेवन करें.
बालम खीरा का काढ़ा बनाने की विधि
बालम खीरा काटकर धो लें.
पानी में उबालें.
जब आधा पानी रह जाए तो किसी कांच की बोतल में भरें.
सुबह और शाम सेवन करने से पथरी की समस्या दूर होती है.
Location :
Nagaur,Nagaur,Rajasthan
First Published :
October 12, 2025, 15:03 IST
21 दिन में पथरी दूर… बस पिए बालम खीरा की ये आयुर्वेदिक काढ़ा और चूर्ण!