स्कूलों में टाई पर रोक… राजस्थान में राष्ट्रगान से खुलेगा हर दफ्तर, राष्ट्रगीत से बंद; शिक्षा मंत्री ने बदली परंपरा!

Last Updated:October 27, 2025, 16:34 IST
No Tie In Rajasthan: मदन दिलावर ने कोटा में घोषणा की कि राजस्थान के सभी स्कूलों में एक जैसी यूनिफॉर्म होगी, टाई नहीं होगी, नया सत्र 1 अप्रैल से शुरू होगा और कार्यालयों में राष्ट्रगान अनिवार्य होगा.
ओमप्रकाश मारू/कोटा. राजस्थान में शिक्षा व्यवस्था को एक नई दिशा देने की कवायद के तहत शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने सोमवार को कोटा में एक बड़ी घोषणा की. उन्होंने कहा कि अब प्रदेश के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में एक जैसी यूनिफॉर्म होगी. इस फैसले के साथ राज्यभर के स्कूलों में पोशाक को लेकर चल रही भिन्नता समाप्त हो जाएगी. मंत्री ने बताया कि नई यूनिफॉर्म का डिजाइन राज्य सरकार द्वारा तय किया जाएगा और इसका उद्देश्य छात्रों में समानता की भावना को बढ़ावा देना है.
दिलावर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह भी स्पष्ट किया कि अब यूनिफॉर्म का हिस्सा ‘टाई’ नहीं होगी. उन्होंने कहा कि बच्चों की सुविधा, सरलता और मौसम की स्थिति को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है. शिक्षा मंत्री ने कहा कि कई बार गर्मी और असुविधा के कारण बच्चे टाई पहनने से परेशान रहते हैं, इसलिए अब यूनिफॉर्म को सहज और व्यावहारिक बनाया जाएगा.
नए शैक्षणिक सत्र की तारीख में भी बदलावशिक्षा मंत्री ने एक और अहम फैसला लेते हुए बताया कि अब से स्कूलों का नया शैक्षणिक सत्र हर वर्ष 1 अप्रैल से शुरू होगा. उन्होंने कहा कि इस बदलाव का उद्देश्य शिक्षण कार्य को समय पर प्रारंभ करना और परीक्षा, अवकाश तथा परिणाम प्रणाली को सुव्यवस्थित करना है. इससे स्कूल कैलेंडर को एक समान रूप में लागू किया जा सकेगा.
कार्यालयों में राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत अब अनिवार्यप्रेस कॉन्फ्रेंस में दिलावर ने एक और बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि अब स्कूल शिक्षा, संस्कृत शिक्षा और पंचायत राज विभाग के सभी कार्यालय हर दिन राष्ट्रगान से शुरू होंगे और राष्ट्रगीत के साथ बंद होंगे. उन्होंने कहा कि यह परंपरा कर्मचारियों में देशभक्ति, अनुशासन और एकता की भावना को मजबूत करेगी. शिक्षा मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि सभी अधिकारी और कर्मचारी राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत के समय उपस्थित रहना अनिवार्य होगा. उन्होंने कहा कि यह कदम केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि राष्ट्रीय गौरव और प्रशासनिक अनुशासन को व्यवहार में उतारने की दिशा में उठाया गया कदम है.
Anand Pandey
नाम है आनंद पाण्डेय. सिद्धार्थनगर की मिट्टी में पले-बढ़े. पढ़ाई-लिखाई की नींव जवाहर नवोदय विद्यालय में रखी, फिर लखनऊ में आकर हिंदी और पॉलीटिकल साइंस में ग्रेजुएशन किया. लेकिन ज्ञान की भूख यहीं शांत नहीं हुई. कल…और पढ़ें
नाम है आनंद पाण्डेय. सिद्धार्थनगर की मिट्टी में पले-बढ़े. पढ़ाई-लिखाई की नींव जवाहर नवोदय विद्यालय में रखी, फिर लखनऊ में आकर हिंदी और पॉलीटिकल साइंस में ग्रेजुएशन किया. लेकिन ज्ञान की भूख यहीं शांत नहीं हुई. कल… और पढ़ें
First Published :
October 27, 2025, 16:34 IST
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स्कूलों में टाई पर रोक… राष्ट्रगान से खुलेगा हर दफ्तर, राष्ट्रगीत से बंद!



