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बढ़ने लगी थी बांग्‍लादेश की कमाई, तभी भारत ने बंद कर दिया खाता! धूल फांक रहे अमेरिका-यूरोप जा रहे कपड़ों से भरे ट्रक

Last Updated:April 13, 2025, 23:11 IST

Bangladesh Crisis: भारत के खिलाफ जहर उगल रहे बांग्‍लादेश पर जरा सी नजर टेढ़ी हुई और उसके हजारों करोड़ रुपये का खाता बंद हो गया. अभी तक बांग्‍लादेश से यूरोप और अमेरिका तक जाने वाले कपड़े सहित तमामा उत्‍पादों के …और पढ़ेंबढ़ने लगी थी बांग्‍लादेश की कमाई, तभी भारत ने बंद कर दिया खाता!

भारत के सीमा बंद करने से बांग्‍लादेश को बड़ा आर्थिक झटका लगा है.

हाइलाइट्स

भारत ने बांग्लादेश के निर्यात के लिए सीमा बंद की.अमेरिका-यूरोप जा रहे कपड़ों से भरे ट्रक रुके.बांग्लादेश को भारी आर्थिक नुकसान हुआ.

नई दिल्‍ली. कहावत है, ‘विनाशकाले विपरीत बुद्धि’ और अगर आप इसे सच में देखना चाहते हैं तो अपनी नजर बांग्‍लादेश की तरफ घुमा लीजिए. भारत न सिर्फ उसका सबसे बड़ा व्‍यापारिक साझेदार है, बल्कि वह बांग्‍लादेश के व्‍यापार को फलने-फूलने के लिए अपनी सीमा का उपयोग भी करने देता है. इसकी मदद से बांग्‍लादेश का व्‍यापार तेजी से बढ़ भी रहा था, लेकिन तभी उसकी बुद्धि पर पाला पड़ गया और बिना किसी बात के भारत से बैर मोल ले लिया. भारत सरकार ने कई महीने तक उसकी जहर उगलती बोली को झेला और एक छोटा सा झटका देते ही बांग्‍लादेश की हजारों करोड़ की कमाई पर ताला लग गया.

बांग्‍लादेश से कपड़े सहित तमाम उत्‍पादों का अमेरिका और यूरोप के बाजारों में निर्यात भारत की सरजमीं से ही होता था. लेकिन, पड़ोसी देश की लगातार जहरीली बोली से तंग आकर इस व्‍यापार के लिए भारत ने अपनी सीमा बंद कर दी इसका सीधा असर बांग्‍लादेश के कपड़ा सहित अन्‍य उत्‍पादों के हजारों करोड़ के निर्यात पर पड़ा है. आलम ये है कि अमेरिका-यूरोप जा रहे कपड़ों से भरे 20 ट्रक भारतीय सीमा पर खड़े धूल फांक रहे हैं.

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बढ़ रहा था बांग्‍लादेश का व्‍यापारमामले से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में स्थित पेट्रापोल भूमि बंदरगाह पर भारत के रास्ते बांग्लादेश से भेजा जाने वाला पारगमन माल वित्तवर्ष 2023-24 और 2024-25 के दौरान 46 फीसदी बढ़ गया. अब भारत सरकार के पारगमन सुविधा रद्द किए जाने के बाद बांग्लादेश का पारगमन माल से लदा कोई भी ट्रक 9 अप्रैल से पेट्रापोल सीमा से नहीं आया है.

बांग्‍लादेश को कितना नुकसानपेट्रापोल क्लियरिंग एजेंट्स स्टाफ वेल्फेयर एसोसिएशन (पीसीएएसडब्ल्यूए) के मुताबिक, वित्तवर्ष 2023-24 में 2,357.27 करोड़ रुपये मूल्य की 4,733 खेप ले जाने वाले 3,473 ट्रक पेट्रापोल के रास्ते बांग्लादेश से भारतीय सीमा में पहुंचे थे. इसी तरह, वित्तवर्ष 2024-25 में 4,861 ट्रकों ने 3,446.66 करोड़ रुपये मूल्य की 7,772 खेप का परिवहन किया. यह उससे पहले के साल की तुलना में ट्रक आवाजाही में 36 फीसदी और माल के मूल्य में 46 फीसदी उछाल को दर्शाता है.

5 साल पहले शुरू हुई थी सुविधाभारत ने 29 जून, 2020 से भारतीय भूमि सीमा शुल्क स्टेशनों के माध्यम से और बाद में भारतीय बंदरगाहों और हवाई अड्डों के माध्यम से बांग्लादेश से तीसरे देशों को भेजे जाने वाले निर्यात माल के पारगमन की अनुमति दी थी. पारगमन सुविधा रद्द किए जाने के बाद बांग्लादेश के बेनापोल बंदरगाह ने नौ अप्रैल को पारगमन माल ढोने वाले चार ट्रकों को लौटा दिया.

सीमा पर खड़े हैं कपड़े से लदे ट्रकभारतीय सीमा में स्थित पेट्रापोल भूमि बंदरगाह के प्रबंधक कमलेश सैनी ने बताया कि बांग्लादेश से तीसरे देशों के लिए माल ले जाने वाला कोई भी ट्रक नौ अप्रैल के बाद से पेट्रापोल सीमा में नहीं आया है. 9 अप्रैल से पहले बांग्लादेश से आए लगभग 50-60 ट्रकों में से 15-20 ट्रक यूरोप और अमेरिका जैसे पश्चिमी बाजारों के लिए तैयार कपड़ों से भरे कंटेनर ले जा रहे थे. अब इनमें से ज्‍यादातर ट्रक सीमा पर ही खड़े होकर इंतजार कर रहे हैं. बांग्लादेश के बेनापोल में क्लियरिंग एजेंट स्टाफ एसोसिएशन के एक अधिकारी का कहना है कि ग्‍लोबल डिमांड के चलते भारी तनाव से गुजर रहे हमारे कपड़ा उद्योग के निर्यातकों के लिए अच्छी खबर नहीं है. भारत के इस कदम का असर सीमा व्यापार पर पड़ेगा.

Location :

New Delhi,Delhi

First Published :

April 13, 2025, 23:09 IST

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