बात-बात पर गुस्से से हो जाते हैं लाल-पीले, सब्र भी दे जाता जवाब, फॉलो करें ये 6 टिप्स, कभी नहीं होंगे आउट ऑफ कंट्रोल!
Tips to stay Calm: कहीं आप तो बात-बात पर गुस्से से लाल नहीं हो जाते? आपसी बातचीत में भी आउट ऑफ कंट्रोल हो जाते हैं? दफ्तर में दोस्तों या बॉस से बात करते-करते आपा खो देते हैं? अगर हां, तो इसे साधारण समझने की भूल न करें. क्योंकि, इस तरह का गुस्सा बेचैनी और घबराहट पैदा करता है, जोकि अवसाद का भी कारण बन सकता है. यही नहीं, ऐसे लोग अपने लक्ष्य को पूरा करने में भी सफल नहीं होते हैं. इसलिए समय रहते इसे कंट्रोल करें, ताकि गंभीर परेशानी से बचा जा सके. अब सवाल है कि खुद को शांत रखने के लिए क्या करें?
जर्नल ऑफ सायकियेट्री एंड मेंटल हेल्थ के अनुसार, अपना आपा खोने से कभी भी उद्देश्य पूरा नहीं होता है. इससे एक निश्चित दिशा में आगे बढ़ने से आप रुक सकते हैं. आप उद्देश्य से भटक सकते हैं. इसके साथ ही कोर्टिसोल हॉर्मोन का संतुलन बिगड़ सकता है. तनाव प्रतिक्रिया में कोर्टिसोल महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. कोर्टिसोल का पर्याप्त संतुलन बनाए रखना स्वास्थ्य के लिए जरूरी है.
खुद को शांत रखने के 5 सबसे कारगर उपाय
सांसों पर कंट्रोल रखें: हेल्थलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक, तनाव की स्थिति में अपनी सांसों को काबू में रखने से खुद पर नियंत्रण हो सकता है. इसलिए हमेशा गहरी सांस लेने का प्रयास करें. इसके लिए 5 सेकंड के लिए अपनी सांस रोकें और फिर छोड़ें. कई बार इस प्रक्रिया को दोहराने से शांति और आराम मिलेगा.
व्यावहारिक बनें: गुस्से से बचने के लिए अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखें और व्यावहारिक बनें. कोशिश करें कभी भी तेज आवाज में बात न करें. दरअसल, तेज आवाज में बात करने पर सामने से ठीक से जवाब नहीं मिलता है. इसलिए हर किसी से आग्रह के साथ बात करें.
सोच-विचार कर बात करें: यदि आप बात-बात पर अनकंट्रोल हो जाते हैं तो अपनी बात को हमेशा सोच-विचार कर ही रखें. क्योंकि, मन में उलझन होने से अच्छे निर्णय ले पाना संभव नहीं हैं. इसलिए जल्दबाजी की बजाय अपनी बात पर सोच-विचार करें.
व्यायाम करें: ज्यादा गुस्सा बिगड़ते मेंटल हेल्थ का संकेत भी हो सकता है. इसलिए तनाव कम करने और मूड बेहतर बनाने के लिए रोज कुछ देर एक्सरसाइज करें. ऐसा करने से आपका कॉर्टिसोल लेवल कम होगा और हैप्पी हार्मोन्स रिलीज होंगे, जिससे आप बेहतर महसूस करेंगे.
प्रकृति का लें साथ: गुस्से कंट्रोल करने में प्रकृति मरहम का काम करती है. इसलिए घर या ऑफिस के हरे-भरे लॉन में कुछ समय गुजार सकते हैं. जैसे ही आप बाहर की ताजगी का अनुभव करेंगे वैसे ही स्थिति में सुधार महसूस कर सकते हैं.
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FIRST PUBLISHED : July 9, 2024, 15:06 IST