सर्दियों में सिंघाड़ा खाने के फायदे: इम्यूनिटी और पाचन में मदद

Last Updated:November 20, 2025, 20:03 IST
सिंघाड़ा सर्दियों में मिलने वाला पौष्टिक फल है, जिसमें प्राकृतिक विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर होते हैं. हरा सिंघाड़ा पाचन को बेहतर बनाता है, कब्ज और गैस से राहत देता है तथा मेटाबॉलिज्म को सक्रिय रखता है. वहीं काला सिंघाड़ा शरीर को गर्माहट देता है, आयरन और मिनरल्स से भरपूर होने के कारण एनीमिया में लाभ पहुंचाता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है.
काला और हरा सिंघाड़ा सर्दियों के मौसम में मिलने वाला बेहद पौष्टिक फल है, जिसे लोग स्नैक के रूप में भी पसंद करते हैं. इनमें प्राकृतिक विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो शरीर को ऊर्जा देने के साथ इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाते हैं. काला सिंघाड़ा जहां शरीर में गर्माहट बनाए रखने में मदद करता है, वहीं हरा सिंघाड़ा पाचन को दुरुस्त रखने में फायदेमंद माना जाता है. विशेषज्ञों के अनुसार सिंघाड़ा खाने से शरीर में पानी की कमी नहीं होती और यह कई छोटे-मोटे संक्रमण से भी बचाव करता है.

हरे सिंघाड़े में विटामिन बी-ग्रुप , पोटैशियम और फाइबर भरपूर मात्रा में होता है, जो पाचन क्रिया को बेहतर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इसे खाने से कब्ज, गैस और एसिडिटी की समस्या में आराम मिलता है. इसके अतिरिक्त हरा सिंघाड़ा शरीर को हल्का रखने में मदद करता है और पेट को लंबे समय तक भरा रखता है, जिससे अनावश्यक भूख नहीं लगती. यह शरीर के मेटाबॉलिज्म को भी सक्रिय बनाता है. चिकित्सकों का कहना है कि हरे सिंघाड़े का नियमित सेवन पाचन संबंधी परेशानी वाले लोगों के लिए एक प्राकृतिक उपचार की तरह फायदेमंद साबित हो सकता है.

काला सिंघाड़ा अपनी हीटिंग प्रॉपर्टीज के लिए जाना जाता है, जो खासकर सर्दियों में शरीर को अंदर से गर्म रखने में मदद करता है. इसमें आयरन, कैल्शियम और मैग्नीशियम भरपूर पाया जाता है, जो हड्डियों को मजबूती और खून की कमी को पूरा करने में सहायक है. काले सिंघाड़े का सेवन एनीमिया से ग्रस्त लोगों के लिए काफी लाभकारी माना जाता है, यह शरीर में हीमोग्लोबिन को बढ़ाने में मदद करता है और थकान कम करता है. विशेषज्ञ बताते हैं कि नियमित रूप से काला सिंघाड़ा खाने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी काफी मजबूत होती है.
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सिंघाड़ा त्वचा और बालों के लिए भी बेहद लाभकारी माना जाता है. इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन ई त्वचा को नमी और चमक प्रदान करते हैं. इसके साथ ही यह शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करता है, जिससे चेहरे पर मुंहासों और झुर्रियों की समस्या कम होती है. सिंघाड़े में मौजूद मिनरल्स बालों की जड़ों को मजबूत बनाते हैं और डैंड्रफ की समस्या को भी कम कर सकते हैं. नियमित सेवन करने से त्वचा स्वस्थ रहती है और बालों में प्राकृतिक मजबूती आती है, जो सर्दियों में विशेष रूप से महत्वपूर्ण होती है. डायबिटीज के मरीज भी इसे सीमित मात्रा में खाएं. डॉक्टरों के अनुसार गर्भवती महिलाओं के लिए सिंघाड़ा पौष्टिक विकल्प है, क्योंकि यह आयरन और मिनरल्स प्रदान करता है.

सिंघाड़ा खाने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि इसे उबालकर या कच्चा दोनों रूप में खाया जा सकता है. उबला सिंघाड़ा पचने में आसान होता है और शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करता है. कच्चा सिंघाड़ा हल्का मीठा और कुरकुरा होता है, जो उन लोगों को पसंद आता है जो प्राकृतिक स्वाद का आनंद लेना चाहते हैं. इसे सुबह के नाश्ते में या शाम के हेल्दी स्नैक के रूप में शामिल किया जा सकता है.

ध्यान रखें कि सिंघाड़ा खाने से पहले इसे अच्छी तरह साफ करना जरूरी है, ताकि किसी तरह के संक्रमण का खतरा न रहे. सिंघाड़े का सेवन करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना भी जरूरी है. जिन लोगों को सर्दी, खांसी या बलगम की समस्या ज्यादा रहती है, उन्हें कच्चा सिंघाड़ा सीमित मात्रा में खाना चाहिए, जबकि उबला सिंघाड़ा उनके लिए अधिक फायदेमंद रहता है.
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November 20, 2025, 20:03 IST
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जानिए सर्दियों में सिंघाड़ा खाने के फायदे: इम्यूनिटी और पाचन में मदद



