बेस्ट ऑर्थो अस्पताल भीलवाड़ा, आसपास के जिलों से भी टूटी हड्डियों का इलाज करवाने यहां पहुंचते हैं मरीज

Last Updated:November 28, 2025, 13:34 IST
भीलवाड़ा तेजी से राजस्थान का मेडिकल हब बनता जा रहा है और ऑर्थोपेडिक उपचार के मामले में आसपास के जिलों के मरीजों की पहली पसंद बन चुका है. शहर के बड़े अस्पताल टूटी हड्डियों, फ्रैक्चर, जोड़ संबंधी समस्याओं और जोड़ों के प्रत्यारोपण जैसी सेवाओं में आधुनिक तकनीक और अनुभवी डॉक्टरों के साथ प्रभावी इलाज प्रदान करते हैं.
राजस्थान के मेडिकल हब के रूप में तेजी से पहचान बना रहा भीलवाड़ा, ऑर्थो उपचार के मामले में आसपास के जिलों के मरीजों की पहली पसंद बन चुका है. टूटी हड्डियों, जोड़ संबंधी समस्याओं, फ्रैक्चर, दुर्घटना में आई गंभीर चोटों और जोड़ों के प्रत्यारोपण तक, यहां के बड़े अस्पताल आधुनिक तकनीक और अनुभवी डॉक्टरों के साथ प्रभावी उपचार उपलब्ध कराते हैं. खास बात यह है कि कई सरकारी और निजी संस्थान मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं सस्ती दरों पर उपलब्ध कराते हैं. इसी कारण, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, अजमेर और मध्यप्रदेश के क्षेत्रों से भी बड़ी संख्या में लोग इलाज करवाने के लिए भीलवाड़ा पहुंचते हैं.

महात्मा गांधी चिकित्सालय, जिसे भीलवाड़ा का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल माना जाता है, ऑर्थोपेडिक उपचार के लिए विशेष वार्ड, ट्रॉमा यूनिट और फ्रैक्चर प्रबंधन की उन्नत सुविधाएं उपलब्ध कराता है. सरकारी होने के कारण, उपचार की लागत बेहद कम रहती है, साथ ही आर्थिक रूप से कमजोर मरीज सरकारी योजनाओं का लाभ भी ले सकते हैं. आपातकालीन स्थिति में 24 घंटे डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ उपलब्ध रहते हैं, जिससे दुर्घटना के मरीजों को तुरंत प्राथमिक उपचार मिल सके.

शहर में स्थित गुप्ता हॉस्पिटल, विजय सिंह पथिक नगर, ऑर्थो उपचार में तेजी से प्रसिद्ध हुआ है. यहां हड्डी रोग विशेषज्ञों की अनुभवी टीम, एक्स-रे, डिजिटल स्कैनिंग और आधुनिक ऑपरेशन थिएटर जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं. जॉइंट रिप्लेसमेंट, स्पोर्ट्स इंजरी और पुराने फ्रैक्चर का सफल इलाज यहां कराया जाता है. मरीजों के अनुसार, अस्पताल में डॉक्टर व्यक्तिगत रूप से स्थिति की निगरानी करते हैं और इलाज की प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी रहती है.
Add as Preferred Source on Google

इसी तरह, शहर के कोटा रोड स्थित केशव पोरवाल हॉस्पिटल भी हड्डियों और जोड़ रोग उपचार में अपनी पहचान मजबूत कर रहा है. यहां बोन प्लेटिंग, इंटरलॉकिंग नेलिंग, माइक्रो सर्जरी और रीढ़ की हड्डी से जुड़ी सर्जरी के लिए उन्नत उपकरण उपलब्ध हैं. हॉस्पिटल में ऑपरेशन के बाद रिव्यू, फिजियो सेशन और वॉकिंग ट्रेनिंग जैसी सुविधाएं मरीजों को जल्दी ठीक होने में मदद करती हैं. कई मरीजों का कहना है कि उन्हें समय पर उपचार मिला और खर्च बड़ा होने के बावजूद जेब पर कम बोझ पड़ा.

भीलवाड़ा में ऑर्थो से जुड़े कई प्राइवेट अस्पताल कम बजट में भी अच्छे परिणाम दे रहे हैं. उन्नत मशीनें, CT और MRI सुविधाएं, बोन डेंसिटी टेस्ट, फिजियोथेरेपी सेशन और पोस्ट-सर्जरी रिकवरी के लिए अलग यूनिट्स मरीजों के लिए बेहद मददगार साबित होती हैं. हड्डियों और जोड़ों की बीमारी केवल इलाज तक सीमित नहीं होती; सही रिहैब और थेरपी भी उतनी ही जरूरी होती हैं.
First Published :
November 28, 2025, 13:34 IST
homerajasthan
भीलवाड़ा में टूटी हड्डियों का इलाज करवाने यहां पहुंचते हैं मरीज



