Bharatpur News: वैशाख माह का है विशेष महत्व, इस माह में किए धार्मिक अनुष्ठान पर मिलता है पुण्य
ललितेश कुशवाहा/ भरतपुर.भारतीय हिन्दू पंचांग के अनुसार सृष्टि के आरंभ के पंद्रह दिन बाद वैशाख मास का आरम्भ होता है. यह पवित्र मास व्यक्ति को व्यष्टि से समष्टि की ओर उन्मुख होने की प्रेरणा देता है. पुराणों में इस मास को जप, तप, दान का महीना कहा गया है. वैशाख मास के प्रारम्भ होते ही तपिश का वातावरण तैयार हो जाता है इसलिए धार्मिक (Religious) दृष्टिकोण से इस माह विशेष में वरुण देवता का विशेष महत्त्व होता है और इस माह में किसान भी अपनी फसलों से फ्री हो जाता है. राजस्थान का भरतपुर ब्रज अंचल का क्षेत्र होने के चलते इस माह में प्रत्येक शहर व गांव के अधिकांश मंदिरो में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया जाता है.जानकारी के मुताबिक इस माह में किए गए किसी भी प्रकार के धार्मिक अनुष्ठान का पुण्य कई जन्मों तक प्राप्त होता है.
ब्रज अंचल में गांव व शहर में होता है श्रीमद् भागवत कथा का अयोजन..
बलरामदास महाराजने बताया कि भरतपुर का कुछ हिस्सा बृज में है. यहां कृष्ण भगवान ने बाल रूप में कहीं लीलाएं की है. इसलिए यहां धार्मिक महत्व अधिक है. वैशाख माह में किसान भी अपनी फसलों से फ्री रहता है और स्कंद पुराण के अनुसार वैशाख मास को ब्रह्मा जी ने सब मासों में श्रेष्ठ बताया है. बिल्कुल ऐसे ही जैसे सतयुग के समान कोई दूसरा युग नहीं, वेदों के समान कोई शास्त्र नहीं, गंगा के समान कोई तीर्थ नहीं उसी भांति वैशाख मास के समान कोई महीना नहीं है. यही वजह है कि इस पूरेमाह में प्रत्येकशहर व गांव के मंदिरो पर श्रीमद् भागवत कथा के आयोजनो की धूम रहती है.
आपके शहर से (भरतपुर)
धर्मशास्त्र में इस माह का विशेष उल्लेख किया गया है जिसके अन्तर्गत चौराहों पर प्याऊ लगाना, छायादार वृक्ष (Tree) की रक्षा करना, पशु पक्षी के खान-पान की विशेष व्यवस्था करवाना, इस दृष्टि से यह माह विशेष पुण्य फलदायी माना गया है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
Tags: Bharatpur News, Rajasthan news
FIRST PUBLISHED : May 02, 2023, 17:25 IST