Bharatpur News : भरतपुर के खेत बने प्रकृति का कैनवास, सरपते के फूलों ने बिखेरी सर्दियों की पहली खुशबू

Last Updated:November 04, 2025, 18:05 IST
Sarpate Flower : भरतपुर की धरती इन दिनों प्रकृति की सफेद चादर से ढकी नजर आ रही है. खेत-खलिहानों में खिले सरपते के फूल सर्दियों की दस्तक का खूबसूरत संकेत बन गए हैं. सुबह की ओस में चमकते ये रूई जैसे फूल न सिर्फ गांवों की रौनक बढ़ा रहे हैं, बल्कि प्रकृति की अद्भुत कलाकारी भी बिखेर रहे हैं.
भरतपुर : सर्दियों की हल्की ठंडक के साथ ही भरतपुर के खेत-खलिहानों और खाली पड़े मैदानों में इन दिनों प्रकृति का मनमोहक दृश्य देखने को मिल रहा है. सफेद रूई जैसे सरपते के फूलों की बहार ने पूरे इलाके को एक प्राकृतिक सौंदर्य से भर दिया है. यह फूल न केवल देखने में बेहद आकर्षक होते हैं. बल्कि ग्रामीणों के लिए मौसम बदलने का पारंपरिक संकेत भी माने जाते हैं.

स्थानीय लोगों का कहना है कि जब खेतों और तालाब के किनारों पर सरपते के सफेद फूल लहराने लगते हैं तो यह साफ इशारा होता है कि सर्दियां दस्तक दे चुकी हैं. इन फूलों को यहां के ग्रामीण सर्दियों का पहला संदेश मानते हैं. दरअसल सरपाते का पौधा बरसात के बाद तेजी से बढ़ता है और ठंड की शुरुआत होते ही उस पर ये सुंदर सफेद फूल खिल उठते हैं.

सुबह की ओस की बूंदों से जब इन फूलों पर चमक आती है तो पूरा दृश्य मानो किसी चित्रकार की बनाई तस्वीर जैसा प्रतीत होता है. भरतपुर के ग्रामीण इलाकों रूपवास नदबई, भुसावर और कई गांवों के आसपास इन दिनों सरपते के फूलों से खेत और मैदान ढक गए हैं. ग्रामीण बताते हैं कि पहले यह पौधा सिर्फ तालाबों और नालों के किनारों पर उगता था लेकिन अब यह खाली जमीनों और रास्तों के किनारों पर भी देखा जा सकता है.

बच्चे सुबह-सुबह इन फूलों के बीच खेलते नजर आते हैं. वहीं बुजुर्ग लोग इन्हें देखकर मौसम की पहचान कर लेते हैं. स्थानीय किसान बताते हैं कि सरपते का पौधा मिट्टी की नमी बनाए रखने में मदद करता है और इससे खेतों की ऊपरी सतह पर हरियाली बनी रहती है. इसके अलावा यह पौधा बाद में सूख जाने के बाद झोपड़ी और कई चीजे बनाने के काम में भी आता है.

सर्दियों की शुरुआत के इस खूबसूरत संकेत ने भरतपुर की प्राकृतिक सुंदरता में नई जान फूंक दी है. हवा में घुली ठंडक सुबह की ओस की चमक और सरपाते के फूलों की सफेद चादर ने पूरे इलाके को एक स्वर्गीय रूप दे दिया है. लोग इन दिनों सुबह-सुबह खेतों की ओर घूमने निकलते हैं और इस नजारे का आनंद लेते हैं.

वास्तव में सरपते के ये फूल सिर्फ मौसम का बदलाव नहीं बताते बल्कि प्रकृति के उस अनोखे सौंदर्य का भी प्रतीक हैं. जो भरतपुर को खास बनाता है. अब यह पौधे भरतपुर के कई खाली पड़े हुए ग्रामीण क्षेत्र के मैदाने में लगे हुए हैं और क्षेत्र की रौनक बढ़ा रहे हैं और सर्दियों का संकेत दे रहे हैं.
First Published :
November 04, 2025, 18:05 IST
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सफेद फूलों की चादर में लिपटा भरतपुर, सरपते ने दी सर्दी की आहट…



