Bharatpur News: केवलादेव पार्क में विदेशी मेहमानों की आमद से बढ़ने लगी रौनक झीलों और पेड़ो पर दिखने लगे विदेशी पक्षी

Last Updated:October 13, 2025, 14:01 IST
Bharatpur News: भरतपुर, राजस्थान के विश्वप्रसिद्ध केवलादेव नेशनल पार्क में सर्दियों का आगमन होते ही विदेशी प्रवासी पक्षियों का लौटना शुरू हो गया है. जैसे-जैसे तापमान गिर रहा है, वैसे-वैसे दूर देशों से आने वाले ये परिंदे पार्क की झीलों, तालाबों और घास के मैदानों में अपनी मौजूदगी दर्ज कराने लगे हैं. इन पक्षियों के आने से पार्क की खूबसूरती और रौनक दोनों ही बढ़ने लगी हैं.
भरतपुर, राजस्थान के विश्वप्रसिद्ध केवलादेव नेशनल पार्क में सर्दियों का आगमन होते ही विदेशी प्रवासी पक्षियों का लौटना शुरू हो गया है. जैसे-जैसे तापमान गिर रहा है, वैसे-वैसे दूर देशों से आने वाले ये परिंदे पार्क की झीलों, तालाबों और घास के मैदानों में अपनी मौजूदगी दर्ज कराने लगे हैं. इन पक्षियों के आने से पार्क की खूबसूरती और रौनक दोनों ही बढ़ने लगी हैं.
प्रकृति प्रेमियों और पक्षी प्रेमियों के लिए यह मौसम किसी त्योहार से कम नहीं होता. अक्टूबर से फरवरी तक का समय केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान के लिए सबसे खास माना जाता है, क्योंकि इस दौरान यहां हजारों की संख्या में विदेशी पक्षी पहुंचते हैं. साइबेरिया, चीन, अफगानिस्तान, नेपाल, तिब्बत और यूरोप के ठंडे इलाकों से ये पक्षी हजारों किलोमीटर की यात्रा तय कर भरतपुर पहुंचते हैं.
इनमें साइबेरियन क्रेन, ग्रे लैग गूज, बार-हेडेड गूज, कॉमन टील, पेंटेड स्टॉर्क, डेमोइसल क्रेन और कॉमन शेलडक जैसे कई सुंदर पक्षी शामिल हैं. कुछ प्रजातियाँ हर साल यहां एक ही जगह पर घोंसले बनाती हैं, जबकि कुछ केवल कुछ महीनों के लिए रुककर लौट जाती हैं. पार्क प्रशासन के अनुसार, इस वर्ष मानसून के दौरान भरपूर बारिश हुई है.
जिससे पार्क की झीलों और तालाबों में पर्याप्त पानी भर गया है, यही कारण है कि इस बार विदेशी पक्षियों के लिए यह एक आदर्श ठिकाना बन गया है. पानी और भोजन की प्रचुरता के कारण ये पक्षी यहां खुद को सुरक्षित और सहज महसूस करते हैं. केवलादेव पार्क के गाइडों का कहना है कि इन पक्षियों को देखने के लिए देश-विदेश से सैलानियों का आना भी शुरू हो गया है.
सुबह और शाम के समय झुंडों में उड़ते पक्षियों का दृश्य मन मोह लेने वाला होता है. कैमरा लिए फोटोग्राफर और पर्यटक यहां घंटों तक पक्षियों की गतिविधियों को कैद करते नजर आते हैं. वन विभाग ने भी पक्षियों की सुरक्षा और निगरानी के लिए विशेष टीम तैनात की है. इसके अलावा, पार्क में स्वच्छता और पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए स्थानीय लोगों को भी जागरूक किया जा रहा है.
सर्दियों का मौसम केवलादेव नेशनल पार्क के लिए नई जिंदगी और रंग लेकर आता है. विदेशी परिंदों की चहचहाहट से गूंजता यह पार्क अब आने वाले कुछ महीनों तक प्रकृति प्रेमियों का स्वर्ग बना रहेगा. लोग बड़ी संख्या में इन सुंदर और विदेशी पक्षियों को देखने के लिए आएंगे, जो इस पार्क की रौनक बढ़ाएंगे और इसमें चार चांद लगाएंगे.
First Published :
October 13, 2025, 14:01 IST
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केवलादेव नेशनल पार्क भरतपुर में विदेशी पक्षियों की वापसी से बढ़ी रौनक