Bikaner News: स्लीपर बस में मिला हथियारों का जखीरा, देखते ही पुलिस के उड़ गए होश, इंदौर से बीकानेर के बीच चलती है बस

विक्रम जागरवाल/बीकानेर. राजस्थान के बीकानेर जिले में अवैध हथियार तस्करी पर पुलिस ने शनिवार रात सख्त कार्रवाई की. गंगानगर बाईपास रोड पर ट्रांसपोर्ट नगर के पास राठौड़ ट्रेवल्स की स्लीपर बस की तलाशी लेने पर 4 अवैध पिस्टल, 33 जिंदा कारतूस और 2 संदिग्ध बैग बरामद हुए. आरोपी मोनाराम और ओमप्रकाश फरार हो गए, जिनके खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.पुलिस अधीक्षक कावेन्द्र सागर के निर्देश पर बीछवाल थाना प्रभारी गोविंद चारण की टीम ने यह सफल ऑपरेशन चलाया. यह कार्रवाई अवैध हथियारों के बढ़ते नेटवर्क को तोड़ने की दिशा में महत्वपूर्ण मानी जा रही है.
बताया जा रहा है कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि बस में संदिग्ध सामान लाया जा रहा है. शाम करीब 8 बजे इंदौर से बीकानेर आ रही राठौड़ ट्रेवल्स की स्लीपर बस (नंबर RJ-07-UA-1234) गंगानगर बाईपास पर ट्रांसपोर्ट नगर के पास रोका गया. तलाशी के दौरान टीम ने पिछली सीटों के नीचे छिपे दो काले रंग के बैग बरामद किए. इनमें 4 विदेशी बनावट की पिस्टल (कैलिबर 9 एमएम), 33 जिंदा कारतूस और कुछ दस्तावेज मिले. दस्तावेजों में इंदौर के कुछ ठिकानों के पते और फोन नंबर थे, जो तस्करी नेटवर्क से जुड़े होने का संकेत दे रहे हैं.
इंदौर में ही चढ़े थे दोनों हथियार तस्कर
थाना प्रभारी गोविंद चारण ने बताया कि बस में सवार यात्रियों में से दो इंदौर निवासी 32 वर्षीय मोनाराम और मध्य प्रदेश के ही रहने वाले 28 वर्षीय ओमप्रकाश संदिग्ध लगे. तलाशी के वक्त वे घबरा गए और मौका पाकर बस से कूदकर भाग निकले. बाकी यात्रियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, लेकिन कोई अन्य संलिप्तता नहीं मिली. बस ड्राइवर ने कबूल किया कि आरोपी इंदौर से चढ़े थे और बीकानेर में उतरने वाले थे. पुलिस को शक है कि हथियार पंजाब या हरियाणा के गैंग्स के लिए तस्करी किए जा रहे थे, क्योंकि बीकानेर जोधपुर-बीकानेर रूट पर अवैध हथियारों का प्रमुख ट्रांजिट पॉइंट बन चुका है.
अवैध हथियारों के खिलाफ चल रहा है ‘ऑपरेशन वज्र’
एसपी कावेन्द्र सागर ने बताया कि बीकानेर रेंज में अवैध हथियारों के खिलाफ ‘ऑपरेशन वज्र’ चल रहा है. पिछले दो महीनों में 133 से ज्यादा केस दर्ज हो चुके हैं, जिसमें 162 हथियार बरामद हुए. यह कार्रवाई उसी का हिस्सा है. हम फरार आरोपियों की तलाश में छापेमारी बढ़ा देंगे. उन्होंने बताया कि बरामद हथियारों का फोरेंसिक परीक्षण कराया जाएगा, ताकि इनके स्रोत और पिछले अपराधों से लिंक पता चल सके. बैग में मिले दस्तावेजों के आधार पर मध्य प्रदेश पुलिस से संपर्क किया गया है. बीछवाल थाना टीम में एएसआई रामस्वरूप और कांस्टेबल जितेंद्र ने भी सराहनीय भूमिका निभाई. रूटीन चेकिंग के दौरान बस को रोका गया और यात्रियों को उतारकर सीट-सीट की तलाशी ली गई. एक यात्री ने बताया ने बताया कि बस में अचानक पुलिस आई, तो सब डर गए.आरोपी दोनों पिछली सीट पर बैठे थे और सामान नीचे छिपाया था. पुलिस ने बस को जब्त कर लिया है और ड्राइवर-कंडक्टर से पूछताछ जारी है.
मोनाराम पर इंदौर में दर्ज है चोरी के केस
प्रारंभिक जांच में मोनाराम पर इंदौर में दो चोरी के केस दर्ज हैं, जबकि ओमप्रकाश हरियाणा के एक गैंग से जुड़ा हुआ लगता है.दोनों के फोन जब्त हो चुके हैं, जिनकी CDR (कॉल डिटेल रिकॉर्ड) निकाली जा रही है. एसपी सागर ने कहा कि फरार आरोपी जल्द पकड़े जाएंगे. अवैध हथियार रखने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा. स्थानीय व्यापारियों ने पुलिस का आभार जताया, क्योंकि ट्रांसपोर्ट नगर इलाका व्यस्त है और ऐसी तस्करी से अपराध बढ़ रहा था.
अवैध हथियारों का हॉटस्पॉट रहा है बीकानेर
बीकानेर लंबे समय से अवैध हथियारों का हॉटस्पॉट रहा है. 2020 में जोधपुर-बीकानेर रूट से 8 पिस्टल बरामद हुई थी, जो मध्यप्रदेश से पंजाब जा रही थी. वहीं सितंबर 2025 में खाजूवाला से 2 पिस्टल और 4 मैगजीन जब्त की गई. एनसीआरबी डेटा के अनुसार, राजस्थान में 2024 में 1,200 से ज्यादा आर्म्स एक्ट केस दर्ज हुए, जिनमें 40% तस्करी से जुड़े हैं. इंटर-स्टेट बसें तस्करों का पसंदीदा माध्यम हैं, क्योंकि चेकिंग कम होती है. पुलिस अब सीमावर्ती इलाकों में नाइट पेट्रोलिंग बढ़ा रही है.



