bikaner Raika Community Camel Wedding Tradition

Last Updated:October 13, 2025, 11:08 IST
Bikaner Tradition: बीकानेर के राईका समाज में शादी की अनोखी परंपरा है, जिसमें दूल्हा ऊंट पर बैठकर तोरण तोड़ता है. यह प्राचीन रस्म, जो ऊंटों के साथ समाज के गहरे संबंध को दर्शाती है, आज भी युवा निभा रहे हैं और राजस्थान की संस्कृति को जीवित रख रही है.
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बीकानेर. शादी में दूल्हा आमतौर पर घोड़े या गाड़ी पर बैठकर दुल्हन के घर जाता है और तोरण तोड़ने की रस्म निभाता है, लेकिन देश के एकमात्र समाज, राईका (देवासी) समाज, में यह रस्म ऊंट पर बैठकर निभाई जाती है. यह परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है और इसे रिवाज के अनुसार आज भी निभाया जाता है.
परंपरा और आधुनिक युग का संतुलनवर्तमान में मशीनरी और आधुनिक व्यवसाय के कारण ऊंट व्यवसाय धीरे-धीरे कम हुआ है. आज के युवाओं के लिए ऊंट रखना और उनका पालन करना मुश्किल है, क्योंकि इसके लिए जमीन, जंगल और मेहनत की आवश्यकता होती है. बावजूद इसके, युवा अब भी इस प्राचीन रस्म को निभाने में विश्वास रखते हैं और विवाह जैसे महत्वपूर्ण अवसर पर इसे उत्साह के साथ पूरा करते हैं.
गाढ़वाला के ऊंटों का ऐतिहासिक महत्वगाढ़वाला गांव के ऊंटों का टोला काफी प्रसिद्ध था. बताया जाता है कि महाराजा गंगा सिंह की ऊंटों की फौज में गाढ़वाला गांव के ऊंट शामिल थे. इसके अलावा, बीएसएफ (BSF) में भी इन ऊंटों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है. यह ऐतिहासिक जुड़ाव इस परंपरा को और भी खास बनाता है.
युवा पीढ़ी का प्रयास
राजेंद्र राईका कहते हैं कि आज का युवा नई व्यवसाय की ओर बढ़ रहा है, लेकिन संस्कारों से जुड़े रहना और परंपरा को जीवित रखना भी जरूरी है. ऊंट पर तोरण तोड़ने की यह रस्म न केवल सामाजिक पहचान है, बल्कि बीकानेर और राजस्थान की संस्कृति और धरोहर का प्रतीक भी है. युवा इस रस्म को निभाकर अपनी जड़ों और अनूठी विरासत पर गर्व महसूस करते हैं.
Location :
Bikaner,Bikaner,Rajasthan
First Published :
October 13, 2025, 10:56 IST
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बीकानेर के राईका समाज की अनोखी शादी की रस्म, जानें कैसे होती है