Bikaner’s first Ganesh temple, right trunk and moon on the forehead, this wish is fulfilled by taking parikrama.

निखिल स्वामी/बीकानेर. बीकानेर में कई अनोखे और प्राचीन मंदिर है. यहां एक ऐसा मंदिर है जो बीकानेर का पहला गणेश मंदिर है जहां भगवान गणेश भालचंद्र के साथ चतुर्भुज भी है. ऐसे में यह सबसे अनोखा मंदिर है. यहां दर्शन करने के लिए कई लोग आते है. हम बात कर रहे है देवीकुंड सागर स्थित नया छह मंदिर के गणेश मंदिर की. यहां दर्शन करने के लिए लोग दूर-दूर से लोग आते हैं.
पुजारी मोहित सेवग ने लोकल 18 से बात करते हुए बताया कि यह मंदिर करीब 300 साल पुराना है. यहां भगवान गणेश भालचंद्र के साथ चतुर्भुज भी है. यह दाई सूंड के गणेश भगवान का मंदिर है. यहां भगवान गणेश के साथ रिद्धि सिद्धि भी है. इसके अलावा यहां पांच मंदिर भी है. इस मंदिर में लोग कई मनोकामना लेकर आते है जो सभी पूरी होती है. इस मंदिर का निर्माण राजा महाराजा ने करवाया था. वे बताते है कि सुबह और शाम को भगवान गणेश की आरती की जाती है.
कुंवारे लोगों की हो जाता है शादीवे बताते हैं कि दाई सूंड के गणेश जी का बहुत कम जगह ही ऐसा मंदिर देखने को मिलता है. यहां गणेश जी की परिक्रमा करने पर कुंवारे लोगों की शादी हो जाती है. यहां भगवान गणेश की प्रतिमा संगमरमर से बनी हुई है. भगवान गणेश के पास रिद्धि सिद्धि की प्रतिमा भी अनोखे तरीके से बनाई गई है.
FIRST PUBLISHED : September 12, 2024, 17:39 IST
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