बीकानेर का सबसे पुराना चर्च और महाराजा गंगा सिंह

Last Updated:December 25, 2025, 11:35 IST
Bikaner: बीकानेर का सबसे पुराना ‘सेंट मार्ग सीएनआई चर्च’ महाराजा गंगा सिंह की सर्वधर्म समभाव की नीति का एक सुंदर उदाहरण है. वर्ष 1929 में निर्मित इस चर्च के लिए महाराजा ने स्वयं जमीन उपलब्ध करवाई और इसका निर्माण कराया ताकि शहर में रहने वाले ब्रिटिश और ईसाई समुदाय के लोग सम्मानपूर्वक प्रार्थना कर सकें. 97 साल पुरानी इस ऐतिहासिक इमारत में आज भी ईसाई समुदाय के लोग रविवार की प्रार्थना और क्रिसमस जैसे बड़े त्योहार उल्लास के साथ मनाते हैं. इस चर्च की देखरेख अब क्रिश्चियन समाज स्वयं करता है. क्रिसमस के मौके पर यहाँ विशेष सजावट की गई है और मसीही समाज के लोग यीशु के जन्म का जश्न मनाते हुए एक-दूसरे को बधाई दे रहे हैं.
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बीकानेर. बीकानेर की धरती हमेशा से ही सांप्रदायिक सौहार्द और सर्वधर्म समभाव की गवाह रही है. इसका सबसे बड़ा उदाहरण शहर के हृदय स्थल पब्लिक पार्क के बाहर स्थित ‘सेंट मार्ग सीएनआई चर्च’ है. इस चर्च का निर्माण बीकानेर के आधुनिक निर्माता महाराजा गंगा सिंह जी ने आज से करीब 97 साल पहले करवाया था. क्रिसमस के इस पावन मौके पर यह ऐतिहासिक चर्च रंग-बिरंगी लाइटों और खुशियों से सराबोर है.
इतिहास के पन्नों को पलटें तो पता चलता है कि साल 1929 से पहले बीकानेर में ब्रिटिश अधिकारियों और ईसाई समुदाय के लोगों के लिए प्रार्थना करने का कोई सार्वजनिक स्थान नहीं था. लोग अपने घरों में ही छोटे आयोजन और प्रार्थना किया करते थे. समुदाय की इस समस्या को देखते हुए महाराजा गंगा सिंह ने ईसाई धर्म के प्रति सम्मान प्रकट करते हुए इस चर्च का निर्माण करवाया. शुरुआत में यह राजशाही के अधीन था, लेकिन बाद में इसे क्रिश्चियन समाज को सौंप दिया गया. तब से लेकर आज तक इस समाज के लोग ही इसकी पूरी निष्ठा से देखरेख कर रहे हैं.
वास्तुकला और विरासतसेंट मार्ग सीएनआई चर्च के फादर रेवरेन पैट्रिक केरल जोसेफ ने बताया कि यह बीकानेर का सबसे पहला और पुराना चर्च है. चर्च के भीतर यीशु की प्रतिमा और प्रार्थना के लिए रखी मेज उसी दौर की याद दिलाती है. चर्च में एक साथ करीब 70 लोगों के बैठने की व्यवस्था है, लेकिन क्रिसमस और नए साल जैसे विशेष अवसरों पर यहाँ 150 से अधिक लोग जुटते हैं. चर्च के बाहर एक बड़ा खुला स्थान है, जहाँ समाज के अनेक बड़े आयोजन किए जाते हैं.
क्रिसमस पर सजी ऐतिहासिक धरोहरइस साल भी क्रिसमस को लेकर पिछले एक सप्ताह से यहाँ विशेष तैयारियाँ चल रही थीं. चर्च का रंग-रोगन करवाकर इसे भव्य रूप दिया गया है. हर रविवार यहाँ विशेष आराधना होती है, जिसमें मसीही समाज के लोग बड़ी संख्या में पहुँचते हैं. यह चर्च न केवल एक धार्मिक स्थल है, बल्कि महाराजा गंगा सिंह की उस सोच का प्रतीक भी है जिसमें उन्होंने हर धर्म को बराबर का महत्व दिया था.
About the Authorvicky Rathore
Vicky Rathore is a multimedia journalist and digital content specialist with 8 years of experience in digital media, social media management, video production, editing, content writing, and graphic, A MAJMC gra…और पढ़ें
Location :
Bikaner,Bikaner,Rajasthan
First Published :
December 25, 2025, 11:35 IST
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बीकानेर की अनकही विरासत सेंट मार्ग: एक ऐसा चर्च, जिसे खुद महाराजा ने बनवाया



