बीजेपी ने 5 राज्यों में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए किए रणनीतिक बदलाव

बीजेपी ने अगले साल फरवरी-मार्च में होने वाले 5 राज्यों में विधानसभा चुनावों के लिए अपनी रणनीति में कुछ बदलाव किए हैं।
नई दिल्ली। अगले साल फरवरी-मार्च में 5 राज्यों उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर, गोवा और पंजाब में विधानसभा चुनाव होने हैं। पंजाब को छोड़कर अन्य 4 राज्यों में बीजेपी सत्ता में है। ऐसे में बीजेपी की यह कोशिश रहेगी की इन चारों राज्यों में पिछली बार से बेहतर परिणाम के साथ फिर से सत्ता में आए। इसके साथ ही बीजेपी पंजाब में अपनी स्थिति को भी मजबूत करना चाहेगी। इसके लिए मीटिंग और रणनीति बनाने का समय शुरू हो चुका है। इन पांचों राज्यों में एक बेहतर चुनावी ढांचा तैयार करने और बेहतर परिणाम के साथ फिर से सत्ता में आने के लिए बीजेपी ने कुछ रणनीतिक बदलाव भी किए हैं।
आइए एक नज़र डालते है बीजेपी द्वारा किए गए कुछ महत्वपूर्ण रणनीतिक बदलावों पर।
युवा और महिला मोर्चा की महत्वपूर्ण भूमिका
बीजेपी के द्वारा किए गए रणनीतिक बदलाव में आगामी 5 राज्यों में चुनावों के लिए युवा और महिला मोर्चा की महत्वपूर्ण भूमिका होगीगा। युवा मोर्चा सरकार द्वारा युवाओं के लिए चलाई जा रही योजनाएं जैसे रोजगार योजना, शिक्षा योजना और अन्य नीतियों और कामों की युवा वर्ग को जानकारी देगागा। वहीं महिला मोर्चा सरकार की महिलाओं के लिए चलाई जा रही योजनाओं और किए जा रहे कामों की जानकारी महिलाओं को देगा।
यह भी पढ़े – “जो रोज़ करते थे निंदा, उन्हें होना पड़ा शर्मिंदा!” बीजेपी ने राहुल गांधी पर साधा निशाना
ज़मीनी ढांचा मज़बूत करना
बीजेपी रणनीति के तहत पांचों राज्यों में अपना ज़मीनी ढांचा मज़बूत करेगी। इसके लिए पार्टी कार्यकर्ताओं अलग-अलग क्षेत्रों में जाकर सरकारी नीतियों कामों की जानकारी घर-घर लोगों को देंगे। इससे लोग सरकार के कामों और उपलब्धियों के प्रति जागरूक होंगे और बीजेपी का ज़मीनी ढांचा मज़बूत होगा।
किसान आंदोलन से जुड़े भ्रमों को दूर करना
बीजेपी अपनी रणनीति के तहत किसान आंदोलन के बारे में विपक्ष और किसान मोर्चा द्वारा फैलाए जा रहे भ्रम और गलत बातों को दूर करने का काम भी करेगी। इसके लिए पार्टी का एक कार्यकर्ता वर्ग गांवों में जाकर सरकार की किसानों के प्रति वास्तविक योजनाएं और सकारात्मक नीतियों का भी प्रचार करेगा।
यह भी पढ़े – कश्मीर में बढ़ते आतंक से बीजेपी की आगामी विधानसभा चुनावों की रणनीति पर पड़ सकता है असर