Bird Flu: बर्ड फ्लू से भरतपुर आने वाले विदेशी मेहमानों को खतरा, अलर्ट मोड पर प्रशासन

भरतपुर. राजस्थान के फलौदी क्षेत्र में बर्ड फ्लू के मामलें सामने आने के बाद भरतपुर के केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में सतर्कता बढ़ा दी गई है. मामले को लेकर प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है. यह उद्यान प्रवासी पक्षियों का प्रमुख स्थान है. खासकर सर्दियों के मौसम में यहां काफी अधिक संख्या में प्रवासी पक्षी आते हैं. अब फलौदी में बर्ड फ्लू के मामलों को देखते हुए उद्यान प्रशासन ने पर्यावरण और पशु चिकित्सा विभाग की टीमें तैनात की हैं.
प्रवासी पक्षियों का है मुख्य केंद्रडीएफओ मानस सिंह ने लोकल 18 को बताया कि ये टीमें पार्क में आने वाले पक्षियों की गतिविधियों पर पैनी नजर रख रही है और उनके स्वास्थ्य की नियमित जांच कर रही है. फिलहाल राहत की बात यह है कि केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में अब तक किसी भी पक्षी में बर्ड फ्लू के लक्षण नहीं मिले हैं. इसके बावजूद प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है क्योंकि प्रवासी पक्षियों का आगमन इस मौसम में अपने चरम पर होता है. इस समय पार्क में विभिन्न प्रजातियों के पक्षी जमा हो रहे हैं.
फ्लू रोकने के लिए निगरानी तंत्रफलौदी में बर्ड फ्लू के मामलों ने डेमोसियल क्रेन जैसे महत्वपूर्ण प्रवासी पक्षियों को लेकर चिंता बढ़ा दी है. इसे स्थानीय भाषा में कुरजां कहा जाता है. ये पक्षी हर साल सर्दियों में केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में नजर आते हैं लेकिन इस समय ये पक्षी पार्क में नहीं पहुंचे हैं फिर भी प्रशासन ने फ्लू के फैलाव को रोकने के लिए विशेष निगरानी तंत्र लागू किया है और बर्ड वॉचिंग टीमों को सक्रिय कर दिया है.
अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए उपलब्ध सभी जरूरी इंतजामयह टीमें पक्षियों की सेहत की नियमित जांच कर रही हैं और बर्ड फ्लू के संभावित लक्षणों पर विशेष ध्यान दे रही है. किसी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए सभी जरूरी इंतजाम किए गए हैं. अब प्रवासी पक्षियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन पूरी तरह प्रतिबद्ध है. केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में प्रवासी पक्षियों का यह मौसम न केवल जैव विविधता के संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण है.बल्कि पर्यटन के लिहाज से भी खासा महत्व रखता है.ऐसे में बर्ड फ्लू को लेकर प्रशासन का सतर्क रहना बेहद जरूरी है.
FIRST PUBLISHED : December 27, 2024, 19:10 IST