‘ब्लैकलिस्ट’ करो.., न अमिताभ, न धर्मेंद्र, न राजेश खन्ना, अर्जुन कपूर की नानी के लिए मुसीबत बना था ये सुपरस्टार

Last Updated:October 29, 2025, 06:31 IST
Producer Who Demanded To Blacklist This Superstar: ये वो सुपरस्टार हैं, जिन्होंने एक से बढ़कर एक फिल्में दीं और काफी सुर्खियां बटोरीं. लेकिन क्या आप उस महिला फिल्म निर्माता को बारे में जानते हैं, जिसने इस एक्टर के खिलाफ बिगुल बजाया था और ब्लैकलिस्ट करने तक की मांग कर डाली थी. क्या है ये किस्सा, चलिए बताते हैं…

नई दिल्ली. बॉलीवुड में जहां सितारे अपनी चमक-दमक से सुर्खियां बटोरते हैं, वहीं कुछ कहानियां ऐसी भी हैं जो इंडस्ट्री की कड़वी सच्चाई को उजागर करती हैं. बोनी कपूर का पहली सास यानी अर्जुन कपूर की नानी फिल्म निर्माता रहीं सत्ती शौरी ऐसी ही एक शख्सियत थीं, जिनकी बेबाकी ने उन्हें अलग पहचान दी. साल 1986 में ‘शीशा’, साल 1991 में ‘फरिश्ते’ और 1997 में ‘युग’ फिल्म को प्रोड्यूस किया. लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक सुपरस्टार के साथ उनकी बुरी तरह ठन गई थी. ये न तो अमिताभ बच्चन हैं, न धर्मेंद्र और न ही राजेश खन्ना ये वो हीरो हैं, जिन्होंने एक से बढ़कर एक सुपरहिट फिल्में दी.

ये एक्टर और कोई नहीं बल्कि विलेन से लीड हीरो बने विनोद खन्ना थे. बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर विनोद खन्ना अपने दमदार एक्टिंग के लिए हमेशा याद किए जाते हैं. लेकिन उनकी एक फिल्म के सेट पर हुई एक विवादास्पद घटना के बाद फिल्ममेकर सत्ती शौरी ने उन्हें ब्लैकलिस्ट करने की मांग कर डाली थी. फोटो साभार-@IMDb

ये किस्सा है फिल्म ‘फरिश्ते’ का… फिल्म में धर्मेंद्र, विनोद खन्ना और श्रीदेवी एक साथ नजर आए थे. इसी फिल्म की शूयिंग के दौरान विनोद खन्ना ने सत्ती शौरी की नाक में ऐसा दम किया कि उन्होंने विनोद खन्ना के खिलाफ बिगुल बजा दिया था. लेहरन रेट्रो को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने दिग्गज एक्टर विनोद खन्ना की अनप्रोफेशनल व्यवहार पर जमकर भड़ास निकाली थी. उन्होंने विनोद खन्ना को ‘डिफिकल्ट आदमी’ बताया था.

सत्ती शौरी का फिल्मी सफर ज्यादा लंबा नहीं था, लेकिन उनकी छाप गहरी थी. वह बॉलीवुड की उन गिनी-चुनी महिला निर्माताओं में से एक थीं, जो 1980 के दशक में इंडस्ट्री में सक्रिय थीं. सत्ती की बेटी मोना शौरी कपूर थीं, जो खुद एक टीवी और फिल्म निर्माता थीं और बोनी कपूर की पहली पत्नी थी. लेहरेन को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने विनोद खन्ना के साथ अपनी डेब्यू फिल्म ‘फरिश्ते’ के अनुभव को साझा किया था. फाइल फोटो.

उन्होंने कहा था, ‘विनोद खन्ना नाम के डिफिकल्ट आदमी के साथ काम करना कितना मुश्किल है. आपको लोहे का दिल और पत्थर का शरीर बनाना पड़ता है, इतने डिफिकल्ट आदमी के साथ काम करने के लिए.’ उन्होंने बताया था कि विनोद खन्ना सेट पर घंटों लेट पहुंचते थे. वह ओशो आश्रम से लौटने के बाद इंडस्ट्री में वापस आए थे, लेकिन उनकी आदतें बदल गई थीं. फोटो साभार-@IMDb

सत्ती के मुताबिक, ‘जब से वो वापस आए हैं, उनके सारे प्रोड्यूसर्स की हालत देख लीजिए क्या है… न वो उठते हैं टाइम पर, न कभी वो टाइम पर पहुंचते हैं. न वो कभी ये सोचते हैं कि जो डायरेक्टर सुबह 9:30 बजे लाइट्स, कैमरा और बाकी आर्टिस्ट्स को बुलाते हैं, उनकी शूटिंग पर दोपहर के 2:30 बजे पहुंचते हैं, 5 घंटे में कितना पैसे का नुकसान होता है. उन्होंने ये कभी सोचा ही नहीं.’ फाइल फोटो.

उन्होंने खुलासा किया कि कभी-कभी यह भी पता नहीं होता था कि अगली सुबह वो शूटिंग पर आएंगे भी या नहीं. और अगर आते, तो सिर्फ दो घंटे काम करके चले जाते थे. अपने गुस्से और निराशा को जाहिर करते हुए सत्ती शौरी ने उस समय एक कड़ी सिफारिश भी की थी. उन्होंने कहा था, ‘मैं तो रिक्वेस्ट करूंगी कि इस तरह के आर्टिस्ट को तो ब्लैकलिस्ट कर देना चाहिए.’

विनोद खन्ना, जो 1970-80 के दशक के सुपरस्टार थे, ने ‘मेरे अपने’, ‘अमर अकबर एंथनी’ जैसी हिट फिल्में दीं. लेकिन ओशो आश्रम से लौटने के बाद उनका करियर उतार-चढ़ाव भरा रहा. साल 2017 में वह दुनिया को अलविदा कह गए. फोटो साभार-@IMDb
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October 29, 2025, 06:31 IST
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न अमिताभ-धर्मेंद्र-राजेश, अर्जुन कपूर की नानी के लिए मुसीबत बना था ये हीरो



