Rajasthan

Border Tourism Destination: बबलियान वाला चौकी आइए, भारत-पाक बॉर्डर देखिए, बीएसएफ के जज्बे को महसूस कीजिए

हाइलाइट्स

राजस्थान के जैसलमेर जिले में स्थित है यह
देसी विदेशी पर्यटकों का हुजूम उमड़ता है यहां

सांवलदान रतनू.

जैसलमेर. नए साल के मौके पर जैसलमेर में देशी-विदेशी सैलानियों जबर्दस्त जमावड़ा लगा हुआ है. न्यू ईयर सेलिब्रेट करने आए सैलानी बड़ी संख्या में बॉर्डर टूरिज्म के लिए भारत-पाक सरहद पर स्थित जैसलमेर के अंतिम छोर पर बबलियान वाला चौकी भी पहुंच रहे हैं. यह चौकी तनोट माता मंदिर से महज 18 किलोमीटर दूर पश्चिमी सीमा पर बॉर्डर का अंतिम प्वाइंट है. इसे बॉर्डर टूरिज्म डेस्टिनेशन के रूप में यहां विकसित किया गया है.

बबलियान वाला चौकी के पास पर्यटकों को बीओपी देखने को मिलता है. यहां पर्यटक वॉच टावर पर खड़े होकर सेल्फी लेते हैं और देश की ऐतिहासिक गौरव गाथा पर प्राउड फील करते हैं. बीते कुछ समय से यहां पर्यटकों का रुख लगातार बढ़ता जा रहा है. सैलानी यहां सरहद के रखवालों की गौरव गाथा को जानने के लिए आते हैं. यहां देश के बॉर्डर पर सुरक्षा की प्रथम पंक्ति में खड़ी बीएसएफ की गौरव गाथा को नजदीक से महसूस किया जा सकता है.

बबलियान वाला चौकी का सामरिक दृष्टि से बहुत बड़ा महत्व है
1965 और 1971 में पाकिस्तान से हुए भारत के युद्ध में बीएसएफ की गौरव गाथा देखने और सुनने के बाद पर्यटक भी बहुत ही गौरवान्वित महसूस करते हैं. यहां बनाए गए वॉच टावर से भारत-पाकिस्तान के बीच बनाई गई तारबंदी को आसानी से देखा जा सकता है. सामरिक दृष्टि बबलियान वाला चौकी का बहुत बड़ा महत्व रहा है. यहां पर विदेशी सैलानियों के साथ ही राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश और हरियाणा के सैलानी भी पहुंच रहे हैं.

जैसलमेर में बॉर्डर टूरिज्म को 2021 में मंजूरी दी गई थी
गौरतलब है कि नीति आयोग ने भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर जैसलमेर में बॉर्डर टूरिज्म को 2021 में मंजूरी दी थी. इस प्रोजेक्ट के तहत तनोट- लोंगेवाला-बबलियान सर्किट को विकसित किया गया है. बबलियान सीमा चौकी पर वॉच टावर, दर्शन दीर्घा, कैफेटेरिया इत्यादि का निर्माण किया गया है. इस प्रोजेक्ट के तहत सरहदी पर्यटन को बढ़ावा दिए जाने के साथ ही सीमा सुरक्षा बल की कार्यशैली के बारे में सैलानियों को जानकारी मिलती है.

बीएसएफ के जज्बे को देखने और समझने का मौका मिलता है
यहां बॉर्डर टूरिज्म के माध्यम से बीएसएफ किस तरह से बॉर्डर पर काम करती है और यहां सोल्जर कैसे जीवन बिताते हैं पर्यटकों को इससे रू-ब-रू कराया जाता है. यहां आने वाले देशी और विदेशी सैलानियों को सरहद पर तैनात जवानों की शौर्य गाथाओं और विषम परिस्थितियों में देश की सुरक्षा करने के जज्बे को नजदीक से देखने का मौका मिलता है.

Tags: BSF, India pak border, Jaisalmer news, Niti Aayog, Rajasthan news

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