ब्रह्मा, सावित्री माता, रंगजी मंदिर – हिंदी

Last Updated:May 18, 2025, 15:14 IST
गर्मी की छुट्टियां शुरू होने का ज्यादातर लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे थे. छुट्टियां शुरू होते ही कई लोग पुष्कर घूमने जाने का प्लान बना रहे है.ऐसे में अगर आप भी जून के महीने में पुष्कर जा रहे हैं तो पुष्कर के इन…और पढ़ें
अगर आप जून के महीने में पुष्कर घूमने का प्लान बना रहे हैं तो पुष्कर का ब्रह्मा मंदिर आपके लिए एक अच्छा विकल्प है .यह भगवान ब्रह्मा, हिंदू सृष्टि के देवता को समर्पित मंदिरों में से एक है.
पुष्कर के मध्य स्थित नागपहाड़ी पर 4500 साल पुराना पांडेश्वर महादेव मंदिर है. यह मंदिर आस्था का प्रमुख केंद्र है. यहां श्रद्धापूर्वक पूजा करने से सभी की मनोकामनाएं पूरी होती है .
सावित्री माता का प्राचीन मंदिर पुष्कर की रत्नागिरी पहाड़ी पर स्थित है. इस मंदिर पर पहुंचने के लिए 1000 सीढ़ियां चढ़कर जाना पड़ता है .यहां पर देशी और विदेशी दोनों प्रकार के लोग मंदिर घूमने के लिए आते है. मंदिर के प्रांगण से सनसेट का नजारा देखने लायक होता है.
पुष्कर में सबसे लोकप्रिय धार्मिक स्थलों में से एक, पुराना रंगजी मंदिर 150 साल पुराना है, जो भगवान रंगजी को समर्पित है. जिन्हें भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है. यह मंदिर सुबह 6 बजे से शाम 7 बजे तक खुला रहता है
पुष्कर अपने दर्शनीय स्थलों की वजह से बेहद प्रसिद्ध है. उन स्थलों में एक और नाम वराह मंदिर का आता है, जो शहर के मध्य में स्थित है. पुष्कर गौरवशाली राजवंशों और धार्मिक मंदिरों की भूमि होने के कारण, वराह मंदिर प्रमुख हिंदू भगवान, भगवान विष्णु के अवतार वराह को समर्पित है.
पुष्कर की घाटियों पर नौसर माता का अति प्राचीन मंदिर मौजूद है. इस मंदिर में माता 9 रूपों में विराजमान है. नौसर माता पुष्कर की रक्षा करती हैं.
पुष्कर झील के किनारे महादेव घाट पर 800 साल पुराना 108 शिवलिंग महादेव मंदिर जन आस्था का प्रमुख केंद्र है. भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर अपने विशेष 108 शिवलिंगों के लिए प्रसिद्ध है
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