Rajasthan
brahmotsav Jaipur Galta Tirth south indian culture Lord Srinivas | दक्षिण भारत में तैयार मुथांगी गलता तीर्थ में भगवान श्रीनिवास को कराई धारण, देखने उमड़े हजारों लोग

गलतापीठाधीश्वर स्वामी अवधेशाचार्य के सान्निध्य में भगवान श्रीनिवास, श्रीदेवी व भूदेवी का ब्रह्मोत्सव मनाया जा रहा है। ब्रह्मोत्सव के छठे दिन सुबह हवन हुआ। स्वामी राघवेन्द्र ने बताया कि सुबह शांति पाठ, दिव्य प्रबन्ध पाठ, द्वार तोरण पूजन, कुंभ आराधन, पारायण और चतुःस्थान अर्चन, किया गया। इसके बाद विष्णु सहस्रनाम, संक्षिप्त रामायण हवन किया गया। इस दौरान पंचसूक्त हवन पूर्णाहुति की गई। महोत्सव में 21 रजत कलशों से भगवान का अभिषेक किया जाएगा। मेवों, सर्व औषधि, फलों, रसों, शंख–चक्र, सहस्रधारा, पंचामृत से भी भगवान का अभिषेक किया गया।

भगवान को रत्न जड़ित मुथांगी धारण करवाई गई। स्वामी राघवेन्द्र ने बताया कि दक्षिण भारत में विशेष रूप से तैयार कराई गई बहुमूल्य रत्न जड़ित मुथांगी भगवान श्रीनिवास, श्रीदेवी व भूदेवी को धारण करवाई गई। यह रत्न जडित विषेष अति आकर्षक मुथांगी पोषाक दक्षिण भारत में तैयार करायी गई है।

स्वामी राघवेंद्र ने बताया कि महोत्सव में मंत्रोच्चार के बीच पुष्प यज्ञ हुआ। इस मौके पर डोला उत्सव का आयोजन भी किया गया। भगवान को झूला झुलाया गया। हो रहे है कई आयोजन
स्वामी राघवेंद्र ने बताया कि महोत्सव में रोजाना नित्य हवन्, दिव्य प्रबन्ध-पाठ, शान्ति-पाठ, वैदिक मंत्रोंच्चारण सहित भगवान् के तिरूमंजन अभिषेक, डोला-उत्सव, पुष्पयाग, सहस्रार्चन, अवाबृथा स्नान आदि उत्सव किये जा रहे है। उन्होंने बताया कि भगवान के इस दिव्य व भव्य उत्सव में सम्मिलित होने के लिए 5 लाख से भी अधिक श्रद्धालु श्री गलता जी में पहुंचे। इसके कारण 3 किलोमीटर लम्बा जाम भी लगा।
