Western Disturbance In Rajasthan: Thunderstorm And Rain Next Two Days – फिर एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय, राजस्थान के इन जिलों में हो सकती है बारिश

एक बार फिर से प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है। मौसम विभाग ने आगामी दो दिन तक आधे से अधिक प्रदेश में आंधी-बारिश होने की संभावना जताई है।
जयपुर। हर साल मई के महीने में पडऩे वाली तेज धूप व लू इस बार गायब है। इस दफा अभी तक दो-तीन जिलों को छोड़कर पूरे प्रदेश में तापमान ने 44-45 डिग्री को पार नहीं किया है। पहले पश्चिमी विक्षोभों, उसके बाद चक्रवाती तूफान तौकते के असर के कारण। अब एक बार फिर से प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है। मौसम विभाग ने आगामी दो दिन तक आधे से अधिक प्रदेश में आंधी-बारिश होने की संभावना जताई है। हालांकि, इसका असर शुक्रवार से ही प्रदेश में शुरू हो गया। कुछ जिलों में आंधी के साथ हल्की बारिश भी हुई। शनिवार व रविवार को पश्चिमी और उत्तरी राजस्थान के भागों में थंडरस्टॉर्म के साथ हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी।
चलेगी धूलभरी आंधी
मौसम विभाग के अनुसार जोधपुर, बीकानेर संभाग के जिलों में तीव्र थंडरस्टॉर्म, अचानक तेज हवाएं या धूल भरी आंधी 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी। वहीं जयपुर व भरतपुर संभाग में भी तेज हवा (30-40 किमी प्रतिघंटे) के साथ हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होने की संभावना बनी रहेगी। इस दौरान तापमान भी सामान्य से कम यानी 40 डिग्री के आस-पास ही बना रहेगा।
मानसून पर नहीं पड़ेगा खास प्रभाव
मौसम केंद्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि तौकते का असर खत्म हो चुका है। अब एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुआ है। इसके कारण थंडरस्टॉर्म गतिविधियों की संभावना है। इनका मानसून पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ेगा। मानसून 30-31 मई तक केरल पहुंचेगा। उसके बाद ही राजस्थान में मानसून आने की तारीख पता लगेगी।
इन जिलों में हो सकती है बारिश
शनिवार : श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, चूरू, झुंझुनूं, जैसलमेर, जोधपुर, बाड़मेर, जालोर, नागौर, जयपुर, अलवर, भरतपुर और सीकर।
रविवार : श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, चूरू, झुंझुनूं, जैसलमेर, जोधपुर, नागौर, जयपुर, अलवर, सीकर, अजमेर और टोंक।
तेज हवा संग जमकर बरसे बादल
कोटा. पश्चिम विक्षोभ के सक्रिय होने से स्ट्रॉम के साथ शहर में शुक्रवार को मौसम में फिर से बदलाव आया। दोपहर बाद मौसम बदला और तेज हवा संग बादल जमकर बरसे। तेज बारिश से कुछ ही देर में शहर पानी-पानी हो गया। सड़कों व गलियों में पानी बह निकला। कई इलाकों के नाले उफन गए। निगम की सफाई व्यवस्था की पोल खुल गई। बोरखेड़ा समेत कई इलाकों की बिजली गुल हो गई। बारिश से भामाशाहमंडी में खुले में रखा लहसुन व अन्य जिंस भीग गई। दरअसल, शाम ढलने के साथ ही धूलभरी आंधी चली। उसके बाद अंधेरा छा गया। बादल छाने व तेज हवा संग तेज बारिश का दौर चला।