बेटे की शादी करने के लिए बॉर्डर से गांव पहुंचा बीएसएफ का एएसआई, 5 दिन पहले ही आ गई मौत

Last Updated:December 02, 2025, 16:21 IST
Jhunjhunu News : झुंझुनूं के गुढ़ागौड़जी इलाके में हुए एक हादसे ने पूरे भौड़की गांव को हिलाकर रख दिया है. यहां बॉर्डर से अपने बेटे की शादी करने आए बीएसएफ के एएसआई की सड़क हादसे में मौत हो गई. बेटे की शादी से महज पांच दिन पहले हुए इस हादसे से पूरा गांव गम में डूब गया.
एएसआई मनोज भार्गव का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया है.
झुंझुनूं. झुंझुनूं के गुढ़ागौड़जी थाना इलाके में सड़क हादसे के शिकार हुए बीएसएफ के एएसआई मनोज भार्गव का सैन्य सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव भोड़की में अंतिम संस्कार कर दिया गया. जयपुर से आई बीएसएफ की टुकड़ी ने सब इंस्पेक्टर सत्यवीर सिंह के नेतृत्व में गार्ड ऑफ ऑनर दिया. उनके बड़े बेटे विजय ने मुखाग्नि दी. हादसे से पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है. मनोज भार्गव दस दिन पहले ही छुट्टी लेकर घर आए थे. उनके बड़े बेटे विजय की 5 दिसंबर को शादी होने वाली थी. पूरा परिवार शादी की तैयारियों में जुटा था. सोमवार को बेटे का बान बैठने वाला था. लेकिन उससे पहले ही घर में खुशियों की जगह मातम छा गया.
जानकारी के अनुसार मनोज भार्गव रविवार को सीकर जाने के लिए पोसाना टोल पर बस का इंतजार कर रहे थे. इसी दौरान झुंझुनूं डिपो की एक रोडवेज बस रॉन्ग लेन में घुसकर आई. बस चालक ने एक सवारी उतारने के लिए बस धीमी की. इस दौरान एएसआई मनोज ने बस में चढ़ने का प्रयास किया. लेकिन परिचालक ने गेट बंद कर दिया और चालक ने अचानक स्पीड बढ़ा दी. इससे मनोज बस और टोल बूथ के पीलर के बीच फंसकर गिर पड़े.
बस का पिछला टायर मनोज के ऊपर से निकल गयाअगले ही पल बस का पिछला टायर उनके ऊपर से निकल गया और उनकी मौके पर ही मौत हो गई. बताया जा रहा है कि मनोज बेटे की शादी के लिए गहने खरीदने के लिए सीकर जा रहे थे. लेकिन किस्मत को कुछ और मंजूर था. हादसा होते ही वहां हड़कंप मच गया. यह पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई. सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची. हादसे के बाद मनोज के छोटे बेटे सुनील ने बस चालक और परिचालक के खिलाफ रिपोर्ट दी थी.
शहीद का दर्जा देने की मांगसोमवार को उनके अंतिम संस्कार के दौरान बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे. सरपंच नेमीचंद जांगिड़ ने मनोज भार्गव को शहीद का दर्जा देने की मांग की. पूर्व सरपंच गणेश गुप्ता ने सरकार से मृतक के दोनों बेटों और बेटी को सरकारी नौकरी देने की मांग उठाई. अंतिम यात्रा में उदयपुरवाटी विधायक भगवानाराम सैनी, सरपंच नेमीचंद जांगिड़, पूर्व सरपंच गणेश गुप्ता, सहित सैकड़ों ग्रामीण शामिल हुए. ग्रामीणों के मुताबिक उनके गांव में ऐसा पहला हादसा है जहां शादी वाले घर में मातम पसरा है.
Sandeep Rathore
संदीप राठौड़ ने वर्ष 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की जयपुर से शुरुआत की. बाद में कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर की जिम्मेदारी निभाई. 2017 से के साथ नए सफर की शुरुआत की. वर…और पढ़ें
संदीप राठौड़ ने वर्ष 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की जयपुर से शुरुआत की. बाद में कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर की जिम्मेदारी निभाई. 2017 से के साथ नए सफर की शुरुआत की. वर… और पढ़ें
Location :
Jhunjhunu,Jhunjhunu,Rajasthan
First Published :
December 02, 2025, 16:21 IST
homerajasthan
बेटे की शादी से 5 दिन पहले गहने खरीदने निकला पिता, बीच राह में ही आ गई मौत



