पाली जोधपुर हाईवे पर बस हादसा दो बच्चों की मौत, 28 घायल हुए.

Last Updated:October 18, 2025, 16:31 IST
Pali News: पाली जोधपुर हाईवे पर निजी ट्रेवल्स की बस पलटने से सोना और दिव्या की मौत, 28 घायल. हादसे में ड्राइवर की लापरवाही सामने आई, बस चालक फरार. सड़क हादसों का आंकड़ा बढ़ा.
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पाली. जैसलमेर से जोधपुर आ रही बस में हुई आगजनी की घटना से लोग अभी उबर भी नहीं पाए थे कि पाली और जोधपुर हाईवे पर एक और दिल दहला देने वाली घटना सामने आ गई. शुक्रवार देर रात एक तेज रफ्तार निजी ट्रेवल्स की बस अनियंत्रित होकर पलट गई, जिससे दो बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई और 28 लोग घायल हो गए. हादसा इतना भयावह था कि एक मासूम का सिर धड़ से अलग हो गया, जबकि दूसरे के सीने में कांच जा घुसा.
यह हादसा शुक्रवार देर रात करीब 2 बजे रोहट थाना क्षेत्र के गाजनगढ़ टोल के पास हुआ. बताया जा रहा है कि बस अहमदाबाद से जोधपुर की ओर जा रही थी और तेज गति के कारण चालक ने नियंत्रण खो दिया. इस हादसे ने फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर यात्रियों की जान के साथ इस तरह का खिलवाड़ कब तक चलता रहेगा. प्रशासन क्यों इन तेज रफ्तार बसों पर लगाम नहीं कस पा रहा.हादसा इतना भयावह कि दिल दहल जाए
पाली जिले में शुक्रवार देर रात हुए इस हादसे में दो बच्चों की मौत हो गई. एक बच्चे का सिर धड़ से अलग हो गया, जबकि दूसरे की मौत सीने में कांच घुसने से हुई. हादसा रोहट थाना क्षेत्र के गाजनगढ़ टोल के पास हुआ. पुलिस के अनुसार, यह प्राइवेट बस प्रतापगढ़ से जैसलमेर जा रही थी. हादसे में 28 यात्री घायल हुए हैं, जिन्हें पाली के बांगड़ हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. घायलों में कई की हालत गंभीर बताई जा रही है.
बच्चे का सिर धड़ से अलग, मां-बाप ने लिपटकर रोया
हादसे में खेतपालिया (मध्य प्रदेश) की रहने वाली 7 साल की बच्ची सोना के सीने में कांच घुस गया. बांगड़ हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने उसे बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन उसने दम तोड़ दिया. वहीं, रतलाम (मध्य प्रदेश) की एक साल की बच्ची दिव्या की मौके पर ही मौत हो गई. यात्रियों ने बताया कि उसका सिर धड़ से अलग हो गया था. दिव्या के माता-पिता अपनी बच्ची के शव से लिपटकर देर तक रोते रहे. यात्रियों ने यह भी बताया कि उन्होंने कई बार ड्राइवर से बस की रफ्तार कम करने की गुहार लगाई, लेकिन वह नहीं माना. हादसे के बाद बस चालक मौके से फरार हो गया. बस में कुल 40 यात्री सवार थे. दुर्घटना के बाद कुछ समय के लिए हाईवे पर जाम की स्थिति बन गई थी.
राजस्थान में सड़क हादसों का खौफनाक आंकड़ा
राजस्थान में सड़क हादसों का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है. इस वर्ष अगस्त तक राज्य में 8060 लोग सड़क हादसों में अपनी जान गंवा चुके हैं. पिछले वर्ष की तुलना में यह आंकड़ा 325 ज्यादा है, यानी 4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है. वर्ष 2020 से 2024 के बीच राजस्थान में हुए सड़क हादसों में 58 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें से 28,675 मृतक 35 वर्ष से कम उम्र के थे. यह जानकारी डीडवाना विधायक यूनुस खान द्वारा विधानसभा में पूछे गए सवाल के जवाब में सामने आई थी. यह आंकड़े न केवल भयावह हैं बल्कि राज्य में यातायात अनुशासन की पोल भी खोलते हैं.
यात्रियों ने सुनाई आपबीती
घायल यात्रियों ने बताया कि ड्राइवर की लापरवाही ही इस हादसे की मुख्य वजह बनी. उन्होंने बताया कि उदयपुर से निकलने के बाद बस की रफ्तार 100 किलोमीटर प्रति घंटे से भी अधिक थी. कई बार यात्रियों ने हाथ जोड़कर ड्राइवर से विनती की कि बस की गति कम करें, लेकिन उसने किसी की बात नहीं सुनी. बस तीन से चार बार सड़क पर लहराई भी, लेकिन चालक ने नियंत्रण नहीं किया. आखिरकार तेज रफ्तार ने दो मासूमों की जान ले ली और कई परिवारों को गहरे दुख में डुबो दिया. यात्रियों का कहना है कि यदि समय रहते पुलिस और परिवहन विभाग इन बसों की स्पीड पर नियंत्रण करता, तो शायद यह हादसा टल सकता था.
Anand Pandey
नाम है आनंद पाण्डेय. सिद्धार्थनगर की मिट्टी में पले-बढ़े. पढ़ाई-लिखाई की नींव जवाहर नवोदय विद्यालय में रखी, फिर लखनऊ में आकर हिंदी और पॉलीटिकल साइंस में ग्रेजुएशन किया. लेकिन ज्ञान की भूख यहीं शांत नहीं हुई. कल…और पढ़ें
नाम है आनंद पाण्डेय. सिद्धार्थनगर की मिट्टी में पले-बढ़े. पढ़ाई-लिखाई की नींव जवाहर नवोदय विद्यालय में रखी, फिर लखनऊ में आकर हिंदी और पॉलीटिकल साइंस में ग्रेजुएशन किया. लेकिन ज्ञान की भूख यहीं शांत नहीं हुई. कल… और पढ़ें
First Published :
October 18, 2025, 16:31 IST
homerajasthan
चीखों की गूंज… जैसलमेर की आग से उबरे भी नहीं, पाली हाइवे पर भयंकर बस हादसा!