Kota News : 600 साल पुरानी छतरी तोड़ने पर KDA और राजपूत समाज आमने-सामने, दोबारा बनाने की कर रहे मांग

कोटा : बूंदी जिले के तालेड़ा क्षेत्र के जाकमुंड के तुलसी गांव में स्थित 600 साल पुरानी राव सूरजमल हाड़ा की छतरी को 20 सितंबर को केडीए (कोटा विकास प्राधिकरण) द्वारा एयरपोर्ट की योजना के तहत जमींदोज कर दिया गया. इस कार्रवाई से स्थानीय ग्रामीणों और राजपूत समाज में भारी रोष व्याप्त हो गया है. विरोध प्रदर्शन के बाद चार अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया, लेकिन मामला थमता नजर नहीं आ रहा है और जन आक्रोश बढ़ता जा रहा है.
महिपाल सिंह मकराना, करणी सेना के अध्यक्ष ने इस घटना पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए प्रशासन को कड़ी चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि या तो प्रशासन खुद से छतरी का पुनर्निर्माण करे, अन्यथा 8 अक्टूबर से करणी सेना और राजपूत समाज स्वयं इसका निर्माण कार्य शुरू कर देंगे. मकराना ने यह भी मांग की कि एयरपोर्ट का नाम राव सूरजमल हाड़ा के नाम पर रखा जाए और उनकी प्रतिमा एयरपोर्ट के प्रवेश द्वार पर स्थापित की जाए.
जन भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोपराजपूत समाज और ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि प्रशासन ने जनता की धार्मिक और ऐतिहासिक भावनाओं का सम्मान किए बिना यह ऐतिहासिक छतरी ध्वस्त की. 600 वर्षों से यह छतरी राजपूत समाज के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक प्रतीक रही है. इसको तोड़े जाने से लोगों में आक्रोश फैल गया है.
आज राजपूत समाज और करणी सेना के नेतृत्व में महिपाल सिंह मकराना ने जिला कलेक्ट्रेट पर विरोध प्रदर्शन किया और प्रशासन को ज्ञापन सौंपा. उन्होंने छतरी के पुनर्निर्माण के साथ-साथ एयरपोर्ट का नाम राव सूरजमल हाड़ा रखने और एयरपोर्ट के मुख्य द्वार पर उनकी प्रतिमा स्थापित करने की मांग की है. अगर प्रशासन इन मांगों पर कार्रवाई नहीं करता है, तो 15 दिन के भीतर राजपूत समाज खुद छतरी का पुनर्निर्माण शुरू कर देगा.
अधिकारियों का निलंबनप्रतिक्रिया स्वरूप प्रशासन ने तहसीलदार, पटवारी और अन्य चार अधिकारियों को निलंबित कर दिया है. हालांकि, यह कार्रवाई जनभावनाओं को संतुष्ट करने में असफल रही है और विरोध प्रदर्शन जारी है.
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FIRST PUBLISHED : September 23, 2024, 21:25 IST