Canada News: ट्रूडो के बाद अब कार्नी! कनाडा से ‘जबरदस्ती’ निकाले जा रहे भारतीय, आंकड़ा 6 साल का रिकॉर्ड तोड़ेगा

Canada News: कनाडा में भारतीय नागरिकों के लिए हालात लगातार मुश्किल होते जा रहे हैं. इमिग्रेशन सिस्टम में सुधार की आड़ में अब भारतीयों को जबरन डिपोर्ट (Forced Deportation) किए जाने के मामले तेजी से बढ़े हैं. कनाडा की कनाडियन बॉर्डर सर्विसेज एजेंसी (CBSA) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक 2024 में अब तक 1,891 भारतीयों को देश से निकाला जा चुका है, और यह संख्या साल खत्म होने से पहले ही 2024 के रिकॉर्ड को पार करने की कगार पर है.
साल 2019 में जहां सिर्फ 625 भारतीय नागरिकों को कनाडा से निकाला गया था. वहीं अब यह आंकड़ा छह गुना से ज्यादा हो चुका है. इस साल जुलाई तक के आंकड़े बताते हैं कि भारत अब कनाडा से जबरन निकाले गए नागरिकों की सूची में दूसरे स्थान पर है, पहले नंबर पर हैं मैक्सिको के नागरिक.
CBSA रिपोर्ट में खुलासा: हर साल बढ़ रहे ‘डिपोर्ट’ केसCBSA के अनुसार, 28 जुलाई 2024 तक 1,891 भारतीयों को डिपोर्ट किया गया, जबकि 2023 में यह संख्या 1,997 थी. यानी इस साल के अंत तक यह आंकड़ा आसानी से नया रिकॉर्ड बना सकता है. तुलना करें तो 2019 में सिर्फ 625 भारतीयों को निकाला गया था, जो अब बढ़कर तीन गुना से भी ज्यादा हो गया है. CBSA के डेटा से साफ है कि बीते छह सालों से लगातार भारतीय नागरिकों को हटाने की रफ्तार बढ़ रही है.
भारत के बाद मैक्सिको, कोलंबिया भी टॉप लिस्ट मेंकनाडा से निकाले गए विदेशी नागरिकों में पहले नंबर पर मैक्सिको (2,678 लोग) है, जबकि भारत दूसरे और कोलंबिया (981 लोग) तीसरे स्थान पर है. विशेषज्ञों का कहना है कि कई भारतीय छात्र और अस्थायी वीज़ा धारक इमिग्रेशन नियमों का उल्लंघन, या वर्क परमिट की शर्तें तोड़ने के कारण कार्रवाई की चपेट में आ रहे हैं.
PM मार्क कार्नी बोले- विदेशी अपराधियों पर कार्रवाई तेज़ होगीकनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने हाल ही में टोरंटो में हुए एक कार्यक्रम में साफ कहा कि उनकी सरकार विदेशी अपराधियों को डिपोर्ट करने की प्रक्रिया तेज़ कर रही है. उन्होंने कहा, “यह उन बड़े सुधारों का हिस्सा है जो हम इमिग्रेशन सिस्टम में कर रहे हैं. अब संसाधनों को और मज़बूत किया जाएगा और निगरानी को बेहतर बनाया जाएगा.”
कार्नी का यह बयान सीधे उस नीति की ओर इशारा करता है. इसके तहत कनाडा अब ‘जोखिम वाले विदेशी नागरिकों’ को हटाने पर जोर दे रहा है.
भारतीय नामों से जुड़े हालिया मामले ने बढ़ाई सख़्ती10 अक्टूबर को पील रीजनल पुलिस (PRP) ने बताया कि उसने मेल चोरी के 450 मामलों से जुड़े आठ भारतीय मूल के लोगों को गिरफ्तार किया है. इन पर कुल 344 चार्ज लगाए गए हैं. पुलिस ने कहा कि वे CBSA के साथ मिलकर जांच कर रही है कि क्या इन आरोपियों को कानूनी प्रक्रिया के तहत देश से निकाला जा सकता है. गिरफ्तार आरोपियों में सुमनप्रीत सिंह, गुरदीप चट्ठा, जशनदीप जट्टाना, हरमन सिंह, जसनप्रीत सिंह, मनरूप सिंह, राजबीर सिंह और उपिंदरजीत सिंह शामिल हैं.