Rajasthan

काजू-बादाम से भी महंगी है ये सब्जी, खाते थे सिर्फ राजा-रजवाड़े, चख भी नहीं पाते कई लोग

Last Updated:April 21, 2025, 12:34 IST

राजस्थान की धरती पर उगने वाली केर-सांगरी की इस साल बंपर उपज हुई है. ये सब्जी अभी तो डेढ़ से दो सौ रुपए किलो मिल रही है लेकिन जैसे ही ये सूख जाएगी, इसे खरीदना कई लोगों की औकात के बाहर हो जाएगा.
काजू-बादाम से भी महंगी है ये सब्जी, खाते थे सिर्फ राजा-रजवाड़े, है औकात से बाहर

सूखते ही आसमान छूने लगते हैं इस सब्जी के भाव (इमेज- फाइल फोटो)

राजस्थान को उसकी संस्कृति के लिए जाना जाता है. महलों और अपने राजसी इतिहास की वजह से भी ये राज्य काफी मशहूर है. राजस्थान में ही थार रेगिस्तान भी मौजूद है जो अपने रेतीले टीलों की वजह से जाना जाता है. जिस रेत में एक पत्ता भी हरा-भरा नहीं हो पाता, वहीं इस साल यहां सांगरी की ऐसी फसल हुई है कि ग्रामीणों के चेहरे से ख़ुशी ही नहीं जा रही. सांगरी की इस उपज से कई किसानों को अच्छी कमाई की काफी उम्मीद है.

थार रेगिस्तान में उगने वाली सांगरी को मारवाड़ का मेवा भी कहा जाता है. गर्मियों में इसकी पैदावार होती है. इस साल इसकी काफी अच्छी उपज हुई है. ग्रामीण सुबह से ही इसे तोड़ने निकल जाते हैं. इसकी पैदावार से किसान इसलिए भी काफी खुश हैं कि एक बारे जब ये सांगरी सूख जाएगी तो इसके काफी अच्छे पैसे मिलने लगेंगे. अभी सांगरी डेढ़ से दो सौ रुपए प्रति किलो मिल रहा है. लेकिन इसके सूखने पर इसकी कीमत बारह से पंद्रह सौ रुपए किलो हो जाती है.

काजू-बादाम से भी महंगासांगरी को किसान तोड़ कर सुखाने में जुट गए हैं. एक बार सुख जाने के बाद इसे सालभर इस्तेमाल किया जाता है. थार रेगिस्तान के ग्रामीण इलाकों में तो किसान इसे बड़ी आसानी से खा लेते हैं लेकिन शहरों तक ये नहीं पहुंच पाता. सांगरी में मौजूद पोषक तत्वों की वजह से अब शहरों में इसकी डिमांड बढ़ने लगी है. ऐसे में ग्रामीण इलाकों में किसान इसे सूखा कर रख लेते हैं और फिर शहरों में इसे बारह से पंद्रह सौ रुपए किलो बेचते हैं. ये काजू और बादाम से भी महंगी बिकती है.

कई बीमारियों का इलाजकेर-सांगरी का इस्तेमाल ग्रामीण इलाकों में काफी होता है. पहले के समय में सूखे सांगरी को राजा-महाराजा खाया करते थे. कई लोग तो इसके स्वाद से ही अनजान रह जाया करते हैं. अब के समय में रईस शहरी लोग तो केर सांगरी महंगे दाम पर खरीद लेते हैं लेकिन इसमें भी अब मिलावट होने लगी है. कई तरह के केमिकल्स से उगाए गए केर-सांगरी बॉडी को फायदे की जगह नुकसान पहुंचाते हैं. ऐसे में असली और नकली की पहचान कर केर-सांगरी को खरीदना जरुरी है.

First Published :

April 21, 2025, 12:34 IST

homerajasthan

काजू-बादाम से भी महंगी है ये सब्जी, खाते थे सिर्फ राजा-रजवाड़े, है औकात से बाहर

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj