Cat Rescue: झुंझुनू में चर्चा का विषय बनी बिल्ली, पांच दिनों तक 120 फीट में फंसे रहने के बाद भी मौत को दी मात, खतरों से भरा था बचाव कार्य

Last Updated:March 16, 2025, 15:48 IST
Cat Rescue: जानकारी के अनुसार शहर से करीब 7 किलोमीटर दूर मंड्रेला रोड पर स्थित सोती गांव में श्रीबालाजी मंदिर के पास पुराने कुएं में बिल्ली गिर गई थी. बालाजी मंदिर के पुजारी बाबूलाल और आसपास के लोगों को जब इसकी…और पढ़ेंX
झुंझुनूं के सोती गांव में 120 फिट गहरे कुएं में गिरी बिल्ली को पांच दिन बाद किया
हाइलाइट्स
झुंझुनूं में 120 फीट गहरे कुएं से बिल्ली का सफल रेस्क्यूपांच दिन बाद बिल्ली को सुरक्षित बाहर निकाला गयाग्रामीणों और प्राणी मित्र सेवा समिति ने किया मिलकर रेस्क्यू
झुंझुनूं. झुंझुनूं में एक गहरे कुएं से बिल्ली का रेस्क्यू आज चर्चा का विषय बना हुआ है. 120 फीट गहरे कुएं में 5 दिन से गिरी बिल्ली को सफलतापूर्वक बाहर निकाला गया है. कुएं से निकलने के बाद बिल्ली मैट पर लेटी रही, लेकिन जैसे ही रेस्क्यू करने वाले मेंबर ने उसे छुआ, वह दौड़ पड़ी. गुरुवार 6 मार्च को गिरी बिल्ली को बचाने के लिए गांव वाले 5 दिन से रस्सी के सहारे दूध-रोटी पहुंचा रहे थे. जब वे बिल्ली को नहीं निकाल सके, तो उन्होंने प्राणी मित्र सेवा समिति के डॉ. अनिल खीचड़ से मदद मांगी. आज बिल्ली को कुएं से निकाल लिया गया. यह घटना झुंझुनूं के सदर थाना इलाके के गांव सोती की है.
श्रीबालाजी मंदिर के पास पुराने कुएं में गिरी थी बिल्लीजानकारी के अनुसार, शहर से करीब 7 किलोमीटर दूर मंड्रेला रोड पर स्थित सोती गांव में श्रीबालाजी मंदिर के पास पुराने कुएं में बिल्ली गिर गई थी. बालाजी मंदिर के पुजारी बाबूलाल और आसपास के लोगों को जब इसकी जानकारी मिली, तो उन्होंने बिल्ली को बचाने की मुहिम शुरू की. पुजारी बाबूलाल सैनी ने बताया कि मंदिर के पास पुराना कुआं है, जो काफी गहरा है. कुएं में बिल्ली की आवाज आ रही थी. इसकी जानकारी ग्रामीण गौतम सैनी और यशपाल को दी गई. पूरा गांव बिल्ली को बचाने की कोशिशों में जुट गया. हमने रस्सी, जाल और जुगाड़ से बिल्ली को निकालने की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली.
प्राणी मित्र सेवा समिति के डॉक्टर अनिल खींचड़ से मददयशपाल रोजाना बिल्ली के लिए दूध-रोटी लाता और कुएं में जाल से उतारता था. हम बिल्ली के लिए प्रार्थना कर रहे थे. उसे जुगाड़ से निकालने की कोशिश की, लेकिन बिल्ली बाहर नहीं निकल सकी. फिर मैंने नयासर (झुंझुनूं) में प्राणी मित्र सेवा समिति के डॉक्टर अनिल खींचड़ से मदद मांगी.
ऐसे हुआ बचाव का कामडॉ. अनिल खीचड़ ने बताया कि सूचना मिलने पर मैं टीम और एंबुलेंस लेकर सोमवार शाम 5:30 बजे मौके पर पहुंचा. कुआं पुराना और काफी संकड़ा था इसमें उतरना खतरे से खाली नहीं था. 120 फीट गहरे कुएं में बिल्ली काफी नीचे फंसी थी. इसे कुएं में बिना उतरे निकालना मुश्किल था. इसलिए बिल्ली को निकालने के लिए सुरक्षित रेस्क्यू ऑपरेशन प्लान किया. रस्सी और बांस से बना मजबूत उपकरण तैयार किया. तय किया गया कि एक स्किल्ड रेस्क्यूअर अंकित को रस्सी के सहारे कुएं की गहराई में उतारा जाएगा. बिल्ली 5 दिन से जिंदा थी, इसलिए जहरीली गैस होने का अंदेशा नहीं था. अब रस्सियों और एक विशेष जाल पर टीम मेंबर अंकित को बैठाकर धीरे-धीरे कुएं में उतारा गया. अंकित ने टॉर्च से बिल्ली को तलाश किया. वहां बिल्ली को नेटपोल (लकड़ी से जुड़े लोहे के आंकड़े) में फंसाया और बिल्ली व अंकित दोनों को धीरे-धीरे ऊपर खींचना शुरू किया. कुछ फीट खींचने में हमें 3 घंटे का समय लग गया. सावधानी इसलिए बरती गई, क्योंकि अगर बिल्ली छूटकर दोबारा कुएं में गिरती तो वह ज्यादा गहराई में चली जाती. आखिर रात 11 बजे सफलतापूर्वक बिल्ली को कुएं से बाहर निकाल लिया गया. बिल्ली के बाहर आने की सूचना पर गांव में खुशी की लहर दौड़ गई ग्रामीणों ने राहत की सांस ली.
ग्रामीणों की जागरूकता और संवेदनशीलता भी काबिले-तारीफडॉ. अनिल खीचड़ ने बताया कि बिल्ली को कुएं से निकालकर मैट पर लिटाया गया. रेस्क्यूअर के छूने पर वह फौरन उठकर दौड़ने लगी. बिल्ली पूरी तरह स्वस्थ है और खतरे से बाहर है. उसकी आवश्यक देखभाल की गई और भोजन के साथ दवाएं दी गईं. इस पूरे अभियान में ग्रामीणों की जागरूकता और संवेदनशीलता भी काबिले-तारीफ रही. बिल्ली को बचाने के लिए वे लगातार प्रयासरत रहे.
Location :
Jhunjhunu,Jhunjhunu,Rajasthan
First Published :
March 16, 2025, 15:48 IST
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कुएं में गिरी बिल्ली, 5 दिनों तक 120 फीट गहराई में फंसी रही, अब हो रही चर्चा