Rajasthan

Cattels Are Not Eating Food, Owner Are In Tension – जानें, आखिर क्यों मवेशियों ने छोड़ा दाना-पानी, टेंशन में पशुपालक

मवेशियों मे खुरपका मुंहपका का बढ़ रहा संक्रमण

जयपुर। पशुपालकों को इन दिनों मवेशियों की चिंता सता रही है। चाकसू कस्बे में मवेशियों ने दाना—पानी तक छोड़ दिया है। बारिश के बाद मवेशियों में मुंहपका व खुरपका जैसे रोग तेजी से फैलने लगे हैं। इससे परेशान पशुपालकों ने टीकाकरण कराने की मांग की है। पशुपालकों का कहना है कि दो साल से मवेशियों का टीकाकरण नहीं कराया गया है। वहीं पशु चिकित्सालय कस्बे से बहुत दूर होने के कारण पशुओं को चिकित्सालय में पशुओं को ले जाने एवं लाने में काफी समस्याओं का सामना उठाना पड़ता है। पशु चिकित्सालय को कस्बे में ही स्थानांतरित करने की मांग प्रशासन से की है। ग्राम माधोसिंहपुरा, चंदलाई शिवदासपुरा कोटखावदा व रामपुरा समेत अन्य गांवों में गाय, बकरी, भैंस, बैलों को यह रोग तेजी से चपेट में ले रहा है। पशु पालकों के मुताबिक बीमार मवेशियों ने दाना-पानी लेना बंद कर दिया है। यह रोग उनके लिए जानलेवा साबित हो सकता है। पशुपालकों ने सरकार से मवेशियों का टीकाकरण कराने की मांग की है।

इलाज में काफी रुपए खर्च
चाकसू निवासी कैलाश सैनी ने बताया कि भैंस को खुरपका व मुंहपका रोग हो गया है। निजी चिकित्सकों से मवेशियों का इलाज करा रहे हैं। काफी रुपए खर्च हो रहे हैं।

लालचंद सैनी ने बताया कि उनकी भैंस को पहले बुखार आया और बाद में उसने चारा खाना बंद कर दिया। भैंस के मुंह से लार भी टपक रही है। निजी खर्च पर चिकित्सक से इलाज करा रहे हैं। इसके बाद भी अब तक मवेशी ठीक नहीं हुआ है।
एक पशु पालक ने बताया कि गाय के खुर पकने के बाद उसमें कीड़े पड़ गए हैं, सरकारी चिकित्सालय कस्बे से काफी दूर है एवं वहां भी चिकित्सकों के बैठने का कोई समय निर्धारित नहीं है। निजी चिकित्सालय से मवेशियों का इलाज कराना मज





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