Rajasthan

Cbse Board Exam- गद्यांश: रटें नहीं समझें

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प्रैक्टिस है जरूरी
संस्कृत सरल विषय है, लेकिन इसमें छात्रों को अभ्यास करने की ज्यादा जरूरत है। संस्कृत में आप जितना लिखेंगे, उतना ही आपको याद रहेगा, इसलिए जरूरी है कि लिखकर प्रैक्टिस करें। संस्कृत विषय में गद्यांश, छंद, संधि, धातु, विभक्ति, समाज, प्रत्यय, उपसर्ग होते हैं। इन सभी को बार-बार पढ़ें। संस्कृत में समझने के लिए ज्यादा चीजें नहीं होती हैं, हालांकि इसकी मूल अवधारणाओं को समझना जरूरी हैं। अगर आप एक ही टॉपिक का बार-बार रिवीजन करते हैं तो वे आपको याद हो जाते हैं। वैकल्पिक सवालों की तैयारी करें। छात्र संस्कृत पढऩे के लिए शांत स्थान का चुनाव करें और समय-सारणी के अनुसार पढ़ें।

व्याकरण करें मजबूत
संस्कृत की परीक्षा में व्याकरण की छोटी-छोटी गलतियों से नंबर कट जाते हैं। छात्र हर पाठ की व्याकरण को अच्छे से तैयार करें। महत्त्वपूर्ण विभक्ति, संधि और श्लोकों को लिख कर याद करें। पर्यायवाची, विलोम, समानार्थक, विशेषण याद करें। प्रकृति प्रत्यय, वाच्य परिवर्तन, कालबोधक, अव्यय पद, शुद्ध-अशुद्ध जैसे वाक्यों को बार-
बार पढ़ें।

अनुवाद का करें अभ्यास
कई छात्र तैयारी के दौरान संस्कृत के गद्यांश को रट लेते हैं, लेकिन परीक्षा वाले दिन सब कुछ भूल जाते हैं। इससे बचने के लिए आप गद्यांश को रटने की बजाय समझने पर ध्यान दें। महत्त्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर हिंदी में समझ लें। अनुवाद का अभ्यास करें। परीक्षा में आवेदन पत्र लिखने को आते हैं, इन्हें अच्छी तरह समझ लें।

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