सबूत मिटाने की हुई थी कोशिश! सीबीएसई ने जयपुर के नीरजा मोदी स्कूल को थमाया नोटिस

Last Updated:November 21, 2025, 15:59 IST
जयपुर समाचार : सीबीएससी ने पिंकसिटी जयपुर के नीरजा मोदी स्कूल की छात्रा अमायरा के मौत के मामले में स्कूल प्रबंधन को नोटिस थमाया है. सीबीएससी की जांच रिपोर्ट में स्कूल में कई तरह की लापरवाहियां सामने आई है. जांच में सामने आया है कि अमायरा की मौत के बाद स्कूल प्रबंधन ने घटनास्थल को फॉरेंसिक जांच से पहले ही धुलवा दिया था.
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अमायरा मौत केस ने पूरे जयपुर को हिलाकर रख दिया.
जयपुर. राजधानी जयपुर के नामचीन स्कूलों में शामिल नीरजा मोदी स्कूल की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं. बीते 1 नवंबर को स्कूल की चौथी मंजिल से कक्षा 4 की छात्रा अमायरा के छलांग लगाने के मामले में CBSE ने स्कूल को कारण बताओ नोटिस (Show Cause Notice) जारी किया है. इसमें स्कूल प्रबंधन की इस मामले में लापरवाही सामने आने के बाद उसके खिलाफ संबद्धता उपनियमों के अध्याय-12 के तहत ‘क्यों न दंडात्मक कार्रवाई की जाए’ के बारे में स्पष्टीकरण मांगा गया है.
अमायरा का केस CBSE के सामने आने के बाद बोर्ड ने इसके लिए दो-सदस्यीय जांच समिति बनाई थी. उसकी छानबीन के दौरान कई चौंकाने वाली बातों की जानकारी सामने आई. ये बातें स्कूल में नियमों के गंभीर उल्लंघन और बाल सुरक्षा में लापरवाही की तरफ इशारा कर रही थी. घटना की जांच के बाद सीबीएसई (CBSE) की दो-सदस्यीय समिति ने स्कूल निरीक्षण में चौंकाने वाली लापरवाही उजागर की. समिति ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि स्कूल प्रशासन ने न केवल सुरक्षा नियमों की अनदेखी की बल्कि एक छात्रा की लगातार बुलिंग (उत्पीड़न) की शिकायतों पर भी 18 महीने तक कोई कार्रवाई नहीं की.
साक्ष्य मिटाने का गंभीर प्रयासCBSC की जांच टीम ने जांच में पाया गया कि घटना 1 नवंबर को दोपहर 12:28 और 11 सैकेंड पर हुई. स्कूल में जिस स्थान से छात्रा गिरी थी उस पूरे क्षेत्र को फॉरेंसिक जांच से पहले ही स्कूल प्रशासन की ओर से धुलवा दिया गया था. इसे साक्ष्य मिटाने का गंभीर प्रयास माना जा रहा है. समिति ने स्कूल और छात्रा के परिजनों के बीच हुई बातचीत के ब्यौरे को भी रिपोर्ट में शामिल किया है. इसमें बताया गया है कि स्कूल ने 18 महीनों तक बुलिंग की शिकायतों को अनदेखा किया था. 2 मई 2024 को अमायरा की मां ने शिकायत की थी कि किसी बच्चे ने उसकी तरफ मिडिल फिंगर किया. लेकिन टीचर ने कोई एक्शन नहीं लिया.
स्कूल की मान्यता रद्द करने और आपराधिक कार्रवाई की मांगउसके बाद 24-25 जुलाई 2024 के परिजनों ने अमायरा के परेशान होने और रोने के ऑडियो के साथ स्कूल से शिकायत की थी. सीबीएसई की ओर से स्कूल को नोटिस जारी करने के बाद अमायरा के पिता ने इसकी मान्यता रद्द करने और स्कूल के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई की भी मांग की है. अमायरा को इंसाफ की मांग को लेकर 22 नवंबर को परिवार और अभिभावक जयपुर में एक कैंडल मार्च निकाल कर विरोध प्रदर्शन करेंगे.
संदीप राठौड़ ने वर्ष 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की जयपुर से शुरुआत की. बाद में कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर की जिम्मेदारी निभाई. 2017 से के साथ नए सफर की शुरुआत की. वर…और पढ़ें
संदीप राठौड़ ने वर्ष 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की जयपुर से शुरुआत की. बाद में कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर की जिम्मेदारी निभाई. 2017 से के साथ नए सफर की शुरुआत की. वर… और पढ़ें
Location :
Jaipur,Jaipur,Rajasthan
First Published :
November 21, 2025, 15:56 IST
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अमायरा मौत केस : सबूत मिटाने की हुई थी कोशिश! नीरजा मोदी स्कूल को थमाया नोटिस



