जयपुर के सबसे भव्य मंदिर में गणेश चतुर्थी की रौनक, शहर में किसी शादी से सबसे पहले यहां दिया जाता है निमंत्रण
जयपुर में हर त्यौहार को बड़े धूमधाम से मनाने की परंपरा रही है. गणेश चतुर्थी इसका एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. इस समय जयपुर के गणेश मंदिरों में विशेष रौनक देखने को मिल रही है. खासतौर से शहर के सबसे प्रसिद्ध और प्राचीन मोती डूंगरी गणेश मंदिर में आपको काफी रौनक देखने को मिलेगी.
यहाँ गणेश चतुर्थी की तैयारियां जोरों पर हैं. यहां भगवान गणेश की प्रतिमा का अलग-अलग रूपों में श्रृंगार किया जा रहा है. मंदिर में हर दिन सुबह-शाम भजन कीर्तन हो रहे हैं, जो गणेश चतुर्थी तक लगातार चलते रहेंगे.
मोती डूंगरी गणेश मंदिर की विशेषताएं:
आपको बता दें कि मोती डूंगरी गणेश मंदिर जयपुर का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है. यहां भगवान गणेश की विशाल प्रतिमा विराजमान हैय जिसमें गणेश जी की दाहिनी सूंड़ है. यह मूर्ति सोने के भव्य मुकुट और चांदी के छत्र से सजी हुई है. यहां दूर-दूर से श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं.
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गणेश चतुर्थी के अवसर पर यहां लाखों की संख्या में भक्त आते हैं. मंदिर में विशेष झांकियों का आयोजन होता है. जो भक्तों को भक्ति और श्रद्धा से जोड़ती है. इसके अलावा गणेश चतुर्थी से पहले ही बड़ी संख्या में भक्त भगवान गणेश के दर्शन करने आते हैं.
मंदिर की मान्यताएँ और परंपराएं:
मोती डूंगरी गणेश मंदिर की सबसे पुरानी और प्रसिद्ध मान्यता यह है कि राजस्थान में कहीं भी शादी हो तो लोग सबसे पहले भगवान गणेश को निमंत्रण देने यहाँ आते हैं. इस निमंत्रण को देने का विशेष महत्व है. ऐसा माना जाता है कि भगवान गणेश उस परिवार में आकर शादी-विवाह के सभी कार्यों को शुभता से पूर्ण करवाते हैं.
जो लोग शादी होने में कठिनाइयों का सामना कर रहे होते हैं, वे यहाँ एक विशेष धागा बांधते हैं. मान्यता है कि इसके बाद उनकी शादी जल्दी हो जाती है.
इस मंदिर में वाहन पूजा करने की भी एक अनोखी परंपरा है, जो वर्षों से चली आ रही है. लोग नए वाहन की पूजा करने के लिए यहाँ आते हैं ताकि उनका वाहन सुरक्षित रहे और सभी यात्राएँ शुभ हो.
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FIRST PUBLISHED : September 3, 2024, 15:16 IST
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