Aluminum coaches will be made, will prove to be a gamechanger for trai | Aluminum के कोच बनेंगे, ट्रेनों के लिए साबित होंगे गेमचेंजर
जयपुरPublished: Mar 01, 2023 10:49:58 pm
बड़ा बदलाव : नई बोगियों से रफ्तार में 20 किमी प्रति घंटे की बढ़ोतरी के आसार। 30,000 करोड़ रुपए की बोली लगाई दो कंपनियों ने कॉन्ट्रेक्ट के लिए।
Aluminum के कोच बनेंगे, ट्रेनों के लिए साबित होंगे गेमचेंजर
नई दिल्ली. भारत में पहली बार ट्रेनों के कोच बनाने के लिए एल्युमीनियम का इस्तेमाल किया जाएगा। यह प्रयोग देश की पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत के साथ किया जाएगा। फिलहाल इस ट्रेन की अधिकतम रफ्तार 180 किलोमीटर प्रति घंटा है। एल्युमीनियम के कोच के बाद रफ्तार में करीब 20 किलोमीटर प्रति घंटे की बढ़ोतरी की उम्मीद जताई जा रही है। इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आइसीएफ) के पूर्व जीएम और वंदे भारत के निर्माता सुधांशु मणि का कहना है कि एल्युमीनियम के कोच भारतीय रेल के लिए गेमचेंजर साबित होंगे।
अब तक देश में ट्रेनों का निर्माण स्टेनलैस स्टील से किया जाता है। इससे ये भारी रहती है। एल्युमीनियम का घनत्व स्टील से कम होता है। इससे ट्रेन को कम ऊर्जा में ज्यादा तेजी से दौड़ाया जा सकेगा। भारतीय रेलवे ऐसी 100 ट्रेन बनाने की तैयारी में है। इसके लिए निजी कंपनियों को ठेका दिया जाएगा। दो कंपनियों ने इसमें रुचि दिखाई है। इनमें से भारतीय कंपनी मेधा सर्वो ड्राइव्स स्विस कंपनी स्टेडलर के साथ मिलकर ट्रेन बनाएगी। दूसरी फ्रांस की कंपनी एल्सटोम है। यह पहले से दिल्ली मेट्रो के लिए कोच का निर्माण कर रही है। दोनों कंपनियों ने कॉन्ट्रेक्ट के लिए करीब 30,000 करोड़ रुपए की बोली लगाई है।