Health

cervical cancer cases decrease in India | भारत में सर्वाइकल कैंसर के मामलों में कमी: जागरूकता और टीकाकरण का असर

Last Updated:April 21, 2025, 17:47 IST

डॉ. नीरजा भाटला के अनुसार, अब देश में सर्वाइकल कैंसर के केस कम हो रहे हैं. ग्लोबोकन 2020 के अनुसार, भारत में सालाना 123,907 नए केस सामने आते हैं और 77,348 महिलाएं अपनी जान गंवाती हैं.खुशखबरी! भारत में घट रहे हैं सर्वाइकल कैंसर के मामले, जानें डॉक्‍टर की सलाह

यह भारत में महिलाओं को होने वाला सबसे आम कैंसर है.

हाइलाइट्स

भारत में सर्वाइकल कैंसर के मामलों में कमी आई है.जागरूकता और HPV वैक्सीनेशन को मुख्य कारण बताया गया है.सरकारी पहल और नियमित जांच से भी मामलों में गिरावट आई है.

कैंसर एक ऐसी बीमारी है, ज‍िसका नाम सुनते ही रूह स‍िहर जाती है. लेकिन भारत में सर्वाइकल कैंसर से जुड़ी अब एक राहत भरी खबर सामने आई है. सर्वाइकल कैंसर मह‍िलाओं में होने वाला सबसे आम कैंसर है, ज‍िससे हर साल 77,000 से ज्‍यादा मह‍िलाओं की जान जाती है. आम आ नेशनल एकेडमिक ऑफ मेडिकल साइंस (NAMS) की वाइस प्रेसिडेंट डॉ. नीरजा भाटला के अनुसार, अब देश में सर्वाइकल कैंसर के केस कम हो रहे हैं. सर्वाइकल कैंसर के मामलों में आई इस कमी के पीछे उन्‍होंने जागरुकता और सरकारी पहल का असर प्रमुख वजह बताई है. उन्होंने दावा किया कि ICMR (इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च) में जिस तरह सर्वाइकल कैंसर को लेकर मामले दर्ज होते थे उनमें कमी आयी है. इसकी बड़ी वजह सर्वाइकल कैंसर को लेकर युवतियों का हो रहा वैक्सीनेशन भी है.

कमी की मुख्य वजहें क्या हैं?HPV वैक्सीन का असर: अब युवतियों और महिलाओं में HPV वैक्सीनेशन की जागरुकता बढ़ी है, जिससे सर्वाइकल कैंसर के मामलों में गिरावट आई है. वहीं कैंसर स्क्रीनिंग और जांच को लेकर भी लोगों में जागरूकता आई है. पैप स्मीयर टेस्ट और HPV टेस्ट जैसी नियमित जांच से समय रहते कैंसर पूर्व अवस्था का पता लगाया जा सकता है. इसके साथ ही सरकार और संस्थाएं अब इस बीमारी को लेकर अधिक जागरूकता अभियान चला रही हैं.

भारत में आंकड़े क्या कहते हैं?ग्लोबोकन 2020 के अनुसार, भारत में सालाना 123,907 नए केस सामने आते हैं और 77,348 महिलाएं अपनी जान गंवाती हैं. हर दिन करीब 200 महिलाएं इस बीमारी से जान गंवा रही थीं, लेकिन अब स्थिति में सुधार हो रहा है. भारत में प्रति 1000 महिलाओं में करीब 17.7 महिलाएं इस बीमारी से ग्रस्त होती हैं. WHO का लक्ष्य है कि इस संख्या को घटाकर 4% तक लाया जाए.

क्या होता है सर्वाइकल कैंसर?सर्विक्स गर्भाशय का निचला हिस्सा होता है, जो योनि से जुड़ा होता है. यह भारत में महिलाओं को होने वाला सबसे आम कैंसर है. इसका मुख्य कारण ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (HPV) होता है, जो एक यौन संचारित संक्रमण है.

सर्वाइकल कैंसर के लक्षणडॉ. नीरजा ने बताया कि अगर पीरियड्स के बीच में ब्लीडिंग होती है, यौन संसर्ग के बाद ब्लीडिंग होती है तो तुरंत ध्‍यान देना चाहिए. इसके अलावा दुर्गंधयुक्त सफेद स्राव और कमर के निचले भाग में दर्द या पेट के निचले हिस्से में भी तकलीफ महसूस हो सकती है. इसके साथ ही पेशाब करने के दौरान अचानक दर्द या कठिनाई महसूस होना भी इसके प्रमुख लक्षण हैं.

कैसे करें बचाव?– HPV वैक्सीन जरूर लगवाएं (9–14 वर्ष की उम्र में ज्यादा असरदार).– नियमित रूप से सर्वाइकल कैंसर की जांच करवाएं.– सुरक्षित यौन संबंध बनाए रखें.– धूम्रपान से बचें और हेल्दी जीवनशैली अपनाएं.

First Published :

April 21, 2025, 17:47 IST

homelifestyle

खुशखबरी! भारत में घट रहे हैं सर्वाइकल कैंसर के मामले, जानें डॉक्‍टर की सलाह

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj