चैंपियंस ट्रॉफी 2025: PCB की बदइंतजामी से भारी नुकसान.

Last Updated:March 12, 2025, 20:43 IST
पीसीबी की परेशानी खत्म होने का नाम नहीं ले रही. वलपिंडी स्टेडियम को बेहतर करने में 1500 करोड़ रुपये तो खर्च हुए, लेकिन इस मैदान पर केवल एक ही मैच संपन्न हो पाया. ऑस्ट्रेलिया बनाम दक्षिण अफ्रीका और पाकिस्तान बना…और पढ़ें
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को ट्रॉफी तो मिली नहीं, खर्च की वजह से टेशन बढ़ गई
हाइलाइट्स
एक मैच के लिए रावलपिंडी स्टेडियम पर 1500 करोड़ खर्च हुए.स्टेडियम के स्टैंड भी हर मैच में खाली पड़े रहे.पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की बदइंतजामी उजागर हुई.
नई दिल्ली. बड़ी पुरानी कहावत है कि सयाना कौआ अक्सर मुंह की खाता है और फिर खिसियानी बिल्ली की तरह खंभा नोचता है. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के हालात कुछ एसे ही चल रहे है. ICC ने चैंपियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट की 8 साल वापसी करवाई, जिसकी मेजबानी पाकिस्तान को सौंपी गई थी. पर पाकिस्तान ना तो ट्रॉफी जीत पाया और ना ही पैसा कमा पाया हाल ये है कि पाकिस्तान कंगाल होने के कगार पर है.
पाकिस्तान 29 साल के बाद किसी ICC इवेंट की मेजबानी कर रहा था, ऐसे में दावे किए गए कि मैदानों के नवीकरण के लिए 8 बिलियन पाकिस्तानी रुपयों का प्रोजेक्ट पास किया गया था. यह रकम भारतीय रुपयों में करीब 561 करोड़ रुपये के बराबर है. खैर टीम इंडिया खिताब जीत चुकी है, अब सभी खर्चों का आंकलन करके जो आंकड़े बाहर आए हैं, वे पाकिस्तान के लिए जरा भी अच्छे प्रतीत नहीं हो रहे हैं. कुछ ऐसे काम हुए है जिसको सुनकर आप दांतो तले उंगली दबा लेंगे.
600 गेंद के लिए 1500 करोड़ खर्च
चैंपियंस ट्रॉफी के तीन मैच रावलपिंडी में होने थे इसीलिए वहां के स्टेडियम को बेहतर करने में 1500 करोड़ रुपये तो खर्च हुए, लेकिन इस मैदान पर केवल एक ही मैच संपन्न हो पाया. ऑस्ट्रेलिया बनाम दक्षिण अफ्रीका और पाकिस्तान बनाम बांग्लादेश मैच बारिश की भेंट चढ़ गए थे. ऐसे में रावलपिंडी मैदान में सिर्फ बांग्लादेश और न्यूजीलैंड का मैच संपन्न हो पाया. ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि क्या केवल एक मैच से PCB 1500 करोड़ की भरपाई कर पाया होगा. पाकिस्तान के इस बदइंतजामी को देखते हुए बस एक ही कहावत जेहन में आती है कि खाया पिया कुछ नहीं गि्लास तोड़ा बारह आने.
ट्रॉफी मिली नहीं पैसे खर्च हुए अनाप-सनाप
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के आयोजन के लिए रावलपिंडी, कराची और लाहौर के मैदानों का नवीकरण किया गया था. फ्लडलाइट्स को एलईडी लाइट्स में बदलने के लिए 393 मिलियन रुपये रुपये खर्च किए जाने थे. इसके अलावा हॉस्पिटेलिटी बॉक्स, टॉयलेट और मुख्य भवन के निर्माण हेतु 400 मिलियन की रकम आवंटित की गई थी.मैदान में एलईडी डिजिटल स्क्रीन को बदलने के 330 मिलियन रुपयों की राशि खर्च की जानी थी. निर्माण कार्य के दौरान मैदान में बैठने की व्यवस्था की जमकर आलोचना हुई थी. बता दें कि नई सीटों को लगाने के लिए 272 मिलियन रुपये एलॉट किए गए थे.
खबरे तो ये भी है कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने तीनों स्टेडियम में अलग-अलग ओपनिंग सेरेमनी करवाई थी. नामी सिंगर से लेकर डांसर्स ने उद्घाटन समारोह में चार चांद लगाए थे. मगर उद्घाटन समारोह में कितना खर्चा हुआ, उसे लेकर कहीं भी स्पष्ट आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं. पाकिस्तान में हुए मैचों की बात करें तो मैदान अधिकांश मौकों पर खाली दिखाई दे रहे थे, ऐसे में टिकटों की बिक्री से भी PCB द्वारा हुए खर्चे की भरपाई शायद ही हो पाई होगी. जितनी चादर उतना ही पैर फैलाने की बात तो आपने सुनी होगी इस चैंपियंस ट्रॉफी में एक बात तो साफ है कि पाकिस्तान ने पैर चादर से बाहर निकाल दिए और नतीजा सामने है.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
March 12, 2025, 20:43 IST
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600 गेंद के लिए खर्च हुए 1500 करोड़,पाकिस्तान को ना खुदा ही मिला ना विसाले सनम