Cheating In Government Jobs In Rajasthan – पांच लाख में लग जाएगी नौकरी… टेंशन मत लो

वह एक कन्सलटेन्सी कम्पनी चलाता है। वे लोग नौकरी लगवाने का काम करते है।

जयपुर
रेलवे व कृषि विभाग में सरकारी नौकरी दिलवाने का झांसा देकर 16 लाख रुपए हड़पकर फरार हुए एक शातिर ठग को जयपुर में संजय सर्किल थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने जयपुर में एक जॉब कंसल्टेंसी कंपनी चलाने वाले से प्रति व्यक्ति जॉब दिलवाने के लिए पांच लाख रुपए की डिमांड की थी। इसमें करीब 16 बेरोजगार युवकों से एक.एक लाख रुपए एडवांस लेकर फर्जी नियुक्ति पत्र तैयार करवाकर सौंप दिए और भाग निकला। पुलिस से बचने के लिए वह उदयपुर और अजमेर में अपना पता ठिकाना बदलकर रह रहा था।
जयपुर पुलिस कमिश्नरेट में डीसीपी नोर्थ परिस देशमुख ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी नितिन शर्मा है। वह उदयपुर में हिरण मगरी व सुखेर क्षेत्र में किराए से फ्लैट लेकर रहा। इसके बाद अजमेर जिले के क्रिश्चियन गंज इलाके में गोकुल धाम सोसायटी में किराए से रह रहा था। इस संबंध में सीकर हाउस में रहने वाले 33 वर्षीय जुबेर वेलिम ने वर्ष 2020 में संजय सर्किल थाने में एक रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। जिसमें बताया कि वह एक कन्सलटेन्सी कम्पनी चलाता है। वे लोग नौकरी लगवाने का काम करते है। वर्ष 2019 में जुबेर की मुलाकात नितिन शर्मा नाम के युवक से हुई थी। तब उसने कृषि विभाग और रेलवे विभाग तथा कई बैंकों में अच्छी जानण्पहचान होना बताया।
साथ ही यह भी कहा कि उसकी कई मंत्रियों से भी अच्छी पहचान है। कोई भी काम हो तो बता देना। वह जरुर करवा देगा। तब जुबेर और कुश ने अपनी कंपनी के बारे में बताया। इस पर नितिन ने कहा कि रेलवे और बैंक और कृषि विभाग में नौकरी लगने के लिए कोई डिमांड आए तो बता देना। वह इनमें सरकारी नौकरी लगवाने के प्रति व्यक्ति के हिसाब से 5 लाख रुपए लेगा। इनमें एक लाख रुपए एडवांस और बाकी रकम काम होने के बाद दे देना। तब जुबेर उसकी बातों में आ गया।
16 बेरोजगारों से एक एक लाख रुपए एडवांस लेकर ठग के खाते में जमा करवाए
थानाप्रभारी देवेंद्र कुमार ने बताया कि वर्ष 2019-20 में बहुत युवकों के सरकारी नौकरी पाने के लिए फोन आए। तब जुबेर ने नितिन से संपर्क किया। उसने हां भर दी। इसके बाद जुबेर ने कई युवकों से एकण्एक लाख रुपए एडवांस ले लिए। फिर जुबेर ने नितिन शर्मा के उदयपुर स्थित बैंक खाते में 16 लाख रुपए जमा करवा दिए। इसके बाद नितिन ने कहा कि तुम इन सभी लड़कों के दस्तावेज तैयार करवाओ। काफी दिनों तक काम नहीं होने पर जुबेर ने नितिन से संपर्क किया तो बोला कि सरकारी काम में थोड़ा वक्त लगता है। इन सभी लड़कों के नाम से कृषि विभाग व रेल विभाग ने नियुक्ति पत्र जारी कर दिया है। जिसमें विभाग की मोहर भी लगी हुई थी।
तब नितिन ने जुबेर से कहा कि इन लड़कों से बाकी की रकम दिलवाओ। इस पर जुबेर ने कहा कि ज्वाइनिंग के पहले दे देंगे। इस पर नितिन ने संपर्क करना बंद कर दिया। 15 दिन जुबेर ने नितिन को फोन किया तो वह टालमटोल करने लगा। उसकी बातों पर संदेह होने पर जुबेर ने संबंधित विभागों में जाकर जानकारी जुटाई तो पता चला कि वहां से कोई नियुक्ति पत्र जारी नहीं हुआ है। 26 जुलाई 2020 को जुबेर ने नितिन को फोन कर बातचीत की तो वह धमकाने लगा। इसके बाद फोन नंबर भी बदल लिए और 16 लाख रुपए लेकर फरार हो गया।