जयपुर में 7 साल बाद होगी छठ पूजा, खुशी से झूम उठेंगे 45000 हजार लोग, जानें क्यों लगा था बैन?
जयपुरः राजस्थान के जयपुर में रहने वालों के लिये छठ पूजा से जुड़ी खुशखबरी है. यहां 7 साल बाद आमेर महल के मावठे पर फिर से छठ पूजा शुरू हो रही है. इससे आमेर में बिहार और उत्तर प्रदेश के रहने वाले 45 हजार से ज्यादा लोग खुशी से त्योहार मना पाएंगे. यह पूजा 7 नवंबर की शाम से शुरू होगी और 8 नवंबर की सुबह तक चलेगी. जिसमें पहले दिन ढलते हुए सूरज को और दूसरे दिन उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा. आमेर महल के मावठे पर पूजा करने के लिये 7 साल पहले पुरातत्व विभाग ने प्रतिबंध लगाया था.
बता दें कि, 7 सालों से यह आमेर महले के मावठे (सरोवर) पर पूजा इस तट पर बंद थी. इसके पीछे की वजह मावठे के पानी का सूख जाना और बाद में पानी में मगरमच्छ का होना था. ऐसे में लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पुरातत्व विभाग ने यहां पूजा करने वाल रोक लगा दी थी. जिसे अब हटा दिया गया है. छठ पूजा की परमिशन मिलने को लेकर राजस्थान मैथिल परिषद के अध्यक्ष दिलीप कुमार झा ने कहा कि आमेर में बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के 45 हजार से भी अधिक लोग रहते हैं. छठ पर्व हमारा मुख्य त्योहार है, जिसे सामूहिक रूप से मनाया जाता है. कोई एक जगह नहीं होने के कारण मजबूरी में लोग इसे घर में ही मनाने लगे हैं. इसलिए पुरातत्व विभाग से इसकी अनुमति मांगी गई और विभाग ने मावठे में से मगरमच्छ को हटाकर वन विभाग को सौंप दिया गया.
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आमेर महल के अधीक्षक राकेश छोलक ने बताया कि महल के सरोवर में पूजा पर प्रतिबंध लगाया गया था, लेकिन लोगों की जायज मांग को देखते हुए हटा दिया गया है. इससे कई सारे लोगों की आस्था जुड़ी हुई थी. इसके साथ ही सुरक्षा के सवाल भी था, लेकिन सरोवर से मगरमच्छ को हटा दिया गया और वन विभाग के सुपुर्द किया गया है. अब लोग खुशी से छठ पूजा कर सकेंगे. इस दौरान सुरक्षा के तमाम इंतजाम किये जाएंगे मसलन, सुरक्षा की दृष्टि से मावठा सरोवर में मुर्गा जाली लगाई जाएगी. शाम 6 बजे बाद संगीत, पटाखे चलाने की अनुमति नहीं होगी.
कब है छठ पूजाज्योतिषाचार्य राकेश चतुर्वेदी बताते हैं कि, कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि 07 नवंबर को देर रात 12:41 बजे शुरू होगी और 08 नवंबर को देर रात 12:34 बजे समाप्त होगी. ऐसे में 07 नवंबर को संध्याकाल का अर्ध्य दिया जाएगा. इसके अगले दिन यानी 08 नवंबर को सुबह का अर्घ्य दिया जाएगा.
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FIRST PUBLISHED : October 29, 2024, 18:31 IST