खैरथल-तिजारा की दो बेटियां बनीं मिसाल; यशी को RAS में 154वीं, तो सीमा को मिली 217वीं रैंक! जानिए सफलता का राज

Last Updated:October 16, 2025, 18:27 IST
RAS Result 2023: खैरथल तिजारा जिले के किशनगढ़ बास के गांव बंबोरा और खैरथल शहर निवासी दो लड़कियों ने राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) में सफलता हासिल की है. किशनगढ़बास कस्बे के छोटे से गांव बंबोरा की ग्रामीण परिवेश में पली-बढ़ी सीमा चौधरी ने RAS परीक्षा में 217वीं रैंक हासिल की है.
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अलवर. खैरथल तिजारा जिले के किशनगढ़ बास के गांव बंबोरा और खैरथल शहर की दो बेटियों ने राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) परीक्षा में सफलता हासिल कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है. किशनगढ़बास कस्बे के छोटे से गांव बंबोरा की ग्रामीण परिवेश में पली-बढ़ी सीमा चौधरी ने इस परीक्षा में 217वीं रैंक प्राप्त की है. उनके पिता हरि सिंह चौधरी ने बताया कि सीमा बचपन से ही पढ़ाई में बहुत होशियार रही हैं. उनकी पहली नियुक्ति किशनगढ़बास में पटवारी के पद पर हुई थी, जिसके बाद उन्होंने अध्यापक पद के लिए तैयारी की और वर्तमान में कोलगांव के राजकीय विद्यालय में लेक्चरर के रूप में कार्यरत हैं.
सीमा चौधरी का यह दूसरा प्रयास था, जिसमें उन्होंने 217वीं रैंक हासिल की है. पहले प्रयास में उन्हें 808वीं रैंक मिली थी, लेकिन उन्होंने उस समय जॉइन नहीं किया था. इसके बाद दोबारा मेहनत की और अब आरएएस परीक्षा 2023 में शानदार सफलता प्राप्त की. उनके पिता हरि सिंह किशनगढ़बास में कृषि पर्यवेक्षक के पद से सेवानिवृत्त हो चुके हैं, जबकि मां गृहिणी हैं. सीमा के दो बड़े भाई हैं — उदय राम जो दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल हैं और प्रमोद जो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं. सीमा ने गांव में रहकर ऑनलाइन क्लासेस के जरिए आरएएस की तैयारी की. उन्होंने बताया कि उनके भाइयों और भाभियों ने पूरी तरह सहयोग किया.
इंटरव्यू में पूछे गए ये सवालआरएएस इंटरव्यू के दौरान उनसे उनकी नौकरी और एम.ए. पॉलिटिकल साइंस विषय से जुड़े सवाल पूछे गए. इंटरव्यू में उनसे खसरा और गिरदावरी क्या होती है, सत्ता और शासन में अंतर, और “एक देश, एक चुनाव” की अवधारणा पर उनकी राय जैसे प्रश्न पूछे गए. साथ ही उनसे कुछ करंट अफेयर्स से संबंधित सवाल भी किए गए.
खैरथल की यशी रावत को मिली 154वीं रैंक
खैरथल शहर के मातोर रोड निवासी यशी रावत, पुत्री सुनील कुमार रावत ने आरएएस परीक्षा में 154वीं रैंक हासिल की है. वर्तमान में वे अलवर कृषि उपज मंडी में एडिशनल सेक्रेटरी के पद पर कार्यरत हैं. यह सफलता उन्होंने अपने दूसरे प्रयास में प्राप्त की है. उनके पिता सुनील कुमार रावत किशनगढ़बास के बास कृपाल नगर स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय (संस्कृत) में प्रिंसिपल हैं, जबकि दादाजी गिर्राज प्रसाद गुप्ता खादी भंडार में व्यवस्थापक रहे हैं. यशी के चयन की जानकारी मिलते ही पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई.
2021 की भर्ती में भी मारी थी बाजी
2021 की भर्ती में भी यशी इंटरव्यू तक पहुंची थीं, जहां उनकी 324वीं रैंक बनी थी. इस भर्ती परीक्षा का परिणाम 2024 में आया था. उनके पिता ने बताया कि यशी ने यह सफलता बेहद कठिन परिस्थितियों में हासिल की है. उनकी माता रेनू खंडेलवाल गंभीर बीमारी से जूझ रही थीं और 15 मई 2025 को उनका निधन हो गया था. इसके ठीक 20 दिन बाद यानी 4 जून को यशी का इंटरव्यू था. मां के निधन के गहरे सदमे के बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और पूरी लगन से इंटरव्यू दिया. यशी ने अपनी सफलता अपनी स्वर्गीय माता रेनू खंडेलवाल को समर्पित की है. उन्होंने बताया कि उनकी मां का सपना था कि उनकी बेटी आरएएस अधिकारी बने. यशी का छोटा भाई रोचित रावत जयपुर स्थित महर्षि आयुर्वेद कॉलेज से एम. फार्मा की पढ़ाई कर रहा है.
Anand Pandey
नाम है आनंद पाण्डेय. सिद्धार्थनगर की मिट्टी में पले-बढ़े. पढ़ाई-लिखाई की नींव जवाहर नवोदय विद्यालय में रखी, फिर लखनऊ में आकर हिंदी और पॉलीटिकल साइंस में ग्रेजुएशन किया. लेकिन ज्ञान की भूख यहीं शांत नहीं हुई. कल…और पढ़ें
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Location :
Alwar,Rajasthan
First Published :
October 16, 2025, 18:27 IST
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खैरथल की बेटियां बनीं मिसाल; यशी को RAS में 154, तो सीमा को मिली 217वीं रैंक!