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Chile President Gabriel Boric की India Visit, Antarctic Gateway पर PM Modi से हुई चर्चा

Last Updated:April 01, 2025, 14:59 IST

Chile India Relations: चिली के राष्ट्रपति गेब्रियल बोरिक फॉन्ट पांच दिवसीय भारत यात्रा पर आए. दोनों देशों ने चार समझौतों पर हस्ताक्षर किए. बोरिक ने भारतीय फिल्म कंपनियों को चिली में शूटिंग के लिए आमंत्रित किया.चिली को PM मोदी ने क्यों कहा अंटार्कटिक का गेटवे? बर्फीली दुनिया का है रास्ता

पीएम मोदी ने चिली को अंटार्कटिका का गेटवे बताया.

हाइलाइट्स

भारत और चिली ने चार समझौतों पर हस्ताक्षर किएराष्ट्रपति बोरिक ने भारतीय फिल्म कंपनियों को चिली में शूटिंग का आमंत्रण दियापीएम मोदी ने चिली को अंटार्कटिका का गेटवे बताया

सैंटियागो: चिली के राष्ट्रपति गेब्रियल बोरिक फॉन्ट पांच दिवसीय भारत यात्रा पर आए हैं. मंगलवार को हैदराबाद हाउस में पीएम मोदी ने राष्ट्रपति बोरिक का स्वागत किया. विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि दोनों नेताओं ने भारत और चिली के संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा की. इसके बाद जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई. इसमें बताया गया कि भारत और चिली ने आपसी संबंधों को मजबूत करने के लिए चार महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए. राष्ट्रपति बोरिक की यह पहली भारत यात्रा है, जिसे दोनों देशों के बीच बढ़ती मित्रता और सहयोग का प्रतीक माना जा रहा है. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत चिली को अंटार्कटिका का गेटवे मानता है. आइए समझें, पीएम मोदी ने ऐसा क्यों कहा?

दुनिया के नक्शे को जब भी आप देखेंगे तो आपको दो अमेरिकी महाद्वीप दिखेंगे. एक उत्तरी अमेरिका और दूसरा दक्षिणी अमेरिका. दरअसल चिली इसी दक्षिणी अमेरिका के सबसे निचले हिस्से पर है. इसकी सीमा अर्जेंटीना, बोलिविया और पेरू से लगती है. पश्चिम में इसके प्रशांत महासागर है. वहीं दक्षिण में इसके अंटार्कटिका है. अंटार्कटिका सबसे दक्षिणी महाद्वीप है, जो पृथ्वी के दक्षिणी ध्रुव के करीब है. इसे एक ठंडे, बर्फ से ढके और शुष्क क्षेत्र के रूप में जाना जाता है. यहां कोई इंसानी आबादी नहीं रहती, लेकिन वैज्ञानिक रिसर्च के लिए यह महत्वपूर्ण है.

चिली को ‘अंटार्कटिका का गेटवे’ इसलिए कहा जाता है, क्योंकि यह अंटार्कटिक महाद्वीप के सबसे नजदीक है. चिली का दक्षिणी क्षेत्र, विशेष रूप से पुन्टा अरेनास शहर अंटार्कटिका में जाने वाले वैज्ञानिक अभियानों, शोध और आपूर्ति के लिए प्रमुख पॉइंट है. यहां से अंटार्कटिक की दूरी अपेक्षाकृत कम है. भारत भी अंटार्कटिका में वैज्ञानिक शोध करता है, इसलिए भी चिली हमारे लिए महत्वपूर्ण है. पीएम मोदी का बयान दोनों देशों के बीच अंटार्कटिका में मजबूत सहयोग को दिखाता है.

पीएम मोदी ने किया स्वागतपीएम मोदी ने चिली के प्रतिनिधिमंडल का गर्मजोशी से स्वागत किया. उन्होंने कहा, ‘राष्ट्रपति बोरिक की यह पहली भारत यात्रा है और उनमें मित्रता का भाव अद्भुत है. भारत के लिए चिली एक महत्वपूर्ण पार्टनर देश है. आने वाले दशक में हमने कई नई पहलों की पहचान की है, विशेष रूप से व्यापार और निवेश में वृद्धि को लेकर हम उत्साहित हैं.’ पीएम मोदी ने यह भी कहा कि दोनों देश इस बात पर सहमत हैं कि सभी विवादों का समाधान बातचीत के जरिए होना चाहिए और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार जरूरी है.

क्या बोले चिली के राष्ट्रपतिचिली के राष्ट्रपति गेब्रिएल बोरिक ने इस मौके पर कहा, ‘भारत के साथ हमारे संबंध बहुत अच्छे हैं. भारत आकर मैं बहुत सम्मानित महसूस कर रहा हूं. आज की हमारी बैठक में हमने व्यापार, निवेश, खनिज, जलवायु परिवर्तन और सांस्कृतिक विषयों पर चर्चा की.’ उन्होंने भारतीय फिल्म कंपनियों को चिली में शूटिंग के लिए आमंत्रित करते हुए ‘शूट इन चिली’ का प्रस्ताव भी रखा. राष्ट्रपति बोरिक ने पीएम मोदी की ग्लोबल साउथ से सहयोग को बढ़ाने की पहल की सराहना की और कहा, ‘आप चिली पर भरोसा कर सकते हैं.’

Location :

New Delhi,New Delhi,Delhi

First Published :

April 01, 2025, 14:59 IST

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चिली को PM मोदी ने क्यों कहा अंटार्कटिक का गेटवे? बर्फीली दुनिया का है रास्ता

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