Zoho Arattai| Arattai vs WhatsApp| Zoho का Arratai ऐप लाया ऐसे फीचर्स, जो Whatsapp भी नहीं दे पाया!

Zoho का Arattai ऐप ने ऐसे फीचर्स लॉन्च किए है जो Whatsapp ने भी 2025 में अभी तक नहीं दिए. ये ऐप भारत में बना है और Whatsapp का मजबूत ऑप्शन बन रही है. जोहो कॉर्पोरेशन ने Arattai मैसेजिंग ऐप को अपडेट किया है, जिसमें एंड्रॉइड टीवी वर्जन शामिल है.
ये डेडिकेटेड ऐप प्ले स्टोर से डाउनलोड हो सकता है. व्हाट्सएप अभी स्मार्ट टीवी के लिए ऐसा कोई वर्जन नहीं लाया है, जिससे यूजर्स को बड़ी स्क्रीन पर मैसेजिंग और कॉलिंग आसान नहीं हो पाती.Arattai के खास फीचर्स
‘Arattai’ का नाम तमिल शब्द से आया है, जिसका मतलब है ‘कैजुअल चैट’. ये ऐप 2021 में लॉन्च हुई थी, लेकिन हाल ही में पॉपुलर हुई है. केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इसे प्रमोट किया है. उन्होंने एक्स पर कहा कि Arattai सुरक्षित, यूजर-फ्रेंडली और पूरी तरह फ्री है.
ये भारत में बनी पहल है, जिसे एंड्रॉइड और आईओएस पर डाउनलोड कर सकते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वदेशी प्रोडक्ट्स को बढ़ावा देने के कॉल से ये ऐप जोड़ रही है. लॉन्च के बाद साइन-अप्स 3,000 से बढ़कर 3,50,000 हो गए, यानी 100 गुना ग्रोथ. पेरप्लेक्सिटी के सीईओ अरविंद श्रीनिवास और एडेलवाइस म्यूचुअल फंड की राधिका गुप्ता ने जोहो के सीईओ श्रीधर वेम्बू को बधाई दी.
मल्टी-डिवाइस सपोर्ट का फायदा
Arattai व्हाट्सएप जैसी सुविधाएं देती है जैसे टेक्स्ट मैसेज, वॉयस नोट्स, मीडिया शेयरिंग, ऑडियो-वीडियो कॉल्स. ग्रुप चैट्स 1,000 लोगों तक हो सकती हैं. स्टोरीज और चैनल्स भी हैं, जहां अपडेट्स शेयर या क्रिएटर्स फॉलो कर सकते हैं. खास बात ये कि ये मल्टी-डिवाइस सपोर्ट देती है, जैसे विंडोज, मैकओएस, लिनक्स और अब एंड्रॉइड टीवी. व्हाट्सएप में टीवी सपोर्ट न होने से अरत्तई आगे निकल गई.
ग्रुप कॉल्स को बड़ी स्क्रीन पर करना आसान हो जाता है. जोहो प्राइवेसी पर जोर देती है. चैट्स ट्रांजिट में एन्क्रिप्टेड हैं, यूजर डेटा एडवरटाइजर्स या थर्ड पार्टी से शेयर नहीं होती. ऐप एड-फ्री है, जो यूजर्स को क्लीन एक्सपीरियंस देती है.
मेड-इन-इंडिया ऐप में दूर होंगी खामियां
लेकिन कुछ कमियां भी हैं. टेक्स्ट चैट्स पर एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन डिफॉल्ट नहीं है, जो व्हाट्सएप में है. कॉल्स पर तो है, लेकिन मैसेजेस पर नहीं, जिससे प्राइवेसी कॉन्शस यूजर्स को चिंता हो सकती है. जोहो कहती है कि लो-एंड फोन्स और स्लो इंटरनेट पर भी स्मूथ चलेगी. ग्रामीण और सेमी-अर्बन इलाकों में जहां लो-बैंडविड्थ की जरूरत है, ये ऐप फिट बैठेगी. लॉन्च के बाद सर्वर लोड से कुछ प्रॉब्लम्स जैसे डिले OTP, कॉन्टैक्ट सिन्क स्लो हो गईं. जोहो इन्हें फिक्स कर रही है.
Arattai व्हाट्सएप को चैलेंज कर रही है, लेकिन पूरी तरह रिप्लेस करना मुश्किल. व्हाट्सएप के 500 मिलियन इंडियन यूजर्स हैं. अगर जोहो एन्क्रिप्शन गैप भर दे और इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत करे, तो ये नीच बनाएगी. ये मेड-इन-इंडिया ऐप डिजिटल कम्युनिकेशन को नया आयाम दे सकती है. ग्रामीण यूजर्स के लिए कनेक्टेड रहना आसान होगा. कुल मिलाकर, Arattai की ये नई फीचर व्हाट्सएप से आगे की मिसाल है.